इजरायल सेना के 9 फलिस्तिनियों की हत्या के बाद यरुशलम के यहूदी इबादतगाह पर हमला, 8 की मौत, 10 घायल
मुस्लिम नाउ ब्यूरो, यरूशलेम
इजरायल सेना के 9 फलिस्तिनियों की हत्या के बाद बड़ी प्रतिक्रिया हुई है. इजरायल के शहर यरुशलम के बाहरी इलाके में स्थित एक इबादतगाह में गोलीबारी की खबर है. इजरायली रक्षा सेवा ने पुष्टि की है कि यरुशलम में एक यहूदी इबादतगाह में गोलीबारी हुई. इस घटना में 8 लोग मारे गए, जबकि 10 लोग घायल हैं.
इजरायल के विदेश मंत्रालय ने इसकी जानकारी दी है. आधिकारिक बयान के अनुसार, घटना रात 8ः15 बजे (स्थानीय समयानुसार) हुई.यह हमला फिलिस्तीनी वेस्ट बैंक में इजरायली सैनिकों द्वारा 10 लोगों के मारे जाने के एक दिन बाद हुआ है. पुलिस का कहना है कि यह फायरिंग आतंकी हमला है. उन्होंने कहा कि गोलीबारी शुक्रवार शाम को पूर्वी यरुशलम के उत्तरी हिस्से में हुई.
पहले बताया गया था कि रुशलम के बाहरी इलाके में एक यहूदी इबादतगाह में गोलीबारी में मरने वालों की संख्या सात हो गई है, जबकि 10 लोग घायल हैं. रॉयटर्स ने इजराइल के विदेश मंत्रालय का हवाला देते हुए यह जानकारी दी.
पुलिस ने बंदूकधारी को मार गिराया
इजरायली पुलिस ने कहा कि आतंकवादियों ने पूर्वी यरुशलम के उत्तरी हिस्से में पड़ोस में एक इबादतगाह के रूप में इस्तेमाल की जाने वाली इमारत में एक कार घुसा दी और आग लगा दी. पुलिस ने बंदूकधारी का पता लगाया और उसे मार गिराया. उन्होंने कहा कि हमले में प्रयुक्त पिस्तौल को जब्त कर लिया गया है. मेगन डेविड एडोम (एमडीए) रक्षा सेवा ने कहा कि उसके डॉक्टरों ने पांच पीड़ितों को घटनास्थल पर ही मृत घोषित कर दिया. एमडीए स्टाफ ने बताया कि 70 वर्षीय महिला व 20 वर्षीय युवक की हालत गंभीर बनी हुई व 14 वर्षीय लड़के की हालत गंभीर बनी हुई है. घायलों को हदासाह माउंट स्कोप्स अस्पताल ले जाया गया है.
बता दें कि उत्तरी वेस्ट बैंक शहर जेनिन में गुरुवार को इजरायली सेना और हथियारबंद लोगों के बीच भारी संघर्ष हुआ. इस संघर्ष में, एक बुजुर्ग फिलिस्तीनी महिला सहित 9 फिलिस्तीनियों को इजरायली सेना ने मार डाला, जबकि कोई भी इजरायली सैनिक घायल नहीं हुआ.
इजरायली सेना ने की फिलीस्तीनियों की हत्या, जार्डनवासियों का विरोध प्रदर्शन
इससे पहले इजरायल की सेना द्वारा जेनिन में फलस्तीनियों की हत्या के विरोध में जॉर्डन के हजारों लोगों ने शुक्रवार को राजधानी अम्मान में एक प्रदर्शन में हिस्सा लिया. समाचार एजेंसी शिन्हुआ के मुताबिक, प्रदर्शनकारियों में से एक मोहम्मद अबू फ्रीज ने कहा, इजरायली बलों द्वारा वेस्ट बैंक में छापे अनुचित हैं और महिलाओं और बच्चों सहित निर्दोष फिलिस्तीनी मारे गए.
उन्होंने कहा, हम यहां अपने भाई फिलीस्तीनियों को अपना समर्थन दिखाने और अपनी आवाज सुनाने के लिए हैं.57 वर्षीय एक अन्य प्रदर्शनकारी जुमा हलावेह ने कहा कि अरबों और मुसलमानों को इजरायल के आक्रमण को रोकने के लिए केवल निंदा करने के अलावा और अधिक प्रयास करने चाहिए.
गुरुवार को जॉर्डन के विदेश मंत्रालय ने इजरायलियों के बढ़ते सैन्य अभियान की निंदा की और श्हिंसा की नई लहर की चेतावनी दी थी. इजरायल से फिलीस्तीनियों के खिलाफ सभी सैन्य अभियानों को रोकने और नाजायज प्रक्रियाओं से बचने का आग्रह किया जो दो-राज्य समाधान और शांति के अवसरों को कमजोर करेगा.
जॉर्डन के राजा अब्दुल्ला द्वितीय ने अम्मान में इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू से मुलाकात के कुछ दिनों बाद छापे मारे. बैठक के दौरान राजा ने शांति प्रक्रिया के लिए एक राजनीतिक क्षितिज का मार्ग प्रशस्त करने के लिए शांति बनाए रखने और हिंसा के सभी कार्यो को रोकने की जरूरत पर बल दिया.
फिलिस्तीनी स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार, इससे पहले गुरुवार को, इजरायली सेना बल ने उत्तरी वेस्ट बैंक में जेनिन शरणार्थी शिविर पर धावा बोल दिया और एक बुजुर्ग महिला सहित नौ फिलिस्तीनियों को मार डाला और 16 को घायल कर दिया, जिनमें से चार की हालत गंभीर है.