कन्या कुमारी से कश्मीर पहुंची भारत जोड़ो यात्रा, राहुल गांधी ने लाल चैक पर फहराया तिरंगा
मुस्लिम नाउ ब्यूरो ,नई दिल्ली
भारत जोड़ो यात्रा रविवार को अपने अंतिम पड़ाव पर श्रीनगर पहुंच चुकी है. इस दौरान कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने श्रीनगर के ऐतिहासिक लाल चौक पर तिरंगा फहराया- लाल चौक पर झंडा फहराने के दौरान राहुल गांधी के साथ कांग्रेस की महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा मौजूद रहीं- इस दौरान राष्ट्रगान गाया गया- इसके बाद श्यामलाल गुप्त की मशहूर कविता विजयी विश्व तिरंगा प्यारा गीत भी गाया गया-
वहीं इस मसले पर पार्टी महासचिव जयराम रमेश ने ट्वीट कर कहा, 75 साल पहले भारत के प्रथम प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू ने श्रीनगर के लाल चौक पर पहली बार राष्ट्रीय ध्वज फहराया था- आज दोपहर राहुल गांधी ने कन्याकुमारी से कश्मीर तक भारत जोड़ो यात्रा संपन्न होने के बाद लाल चौक पर राष्ट्रीय ध्वज फहराया-
इसके बाद रविवार शाम साढ़े 5%30 बजे वह पार्टी के प्रदेश कार्यालय में प्रेस कॉन्फ्रेंस करेंगे- इसके बाद सोमवार को श्रीनगर के शेर-ए कश्मीर मैदान में इसका समापन होना है-
कांग्रेस ने इस संबंध में रविवार को ट्वीट कर लिखा, एक पदयात्रा.. कन्याकुमारी से कश्मीर तक, नफरत को हराकर- दिलों को जोड़ने के लिए- असंभव सी लगने वाली भारत जोड़ो यात्रा इतिहास के पन्नों में दर्ज हो चुकी है.. जो आज पन्था चौक से सोनवार चौक तक जाएगी और लाल चौक पर गर्व से तिरंगा फहराएगी। यात्रा जारी है और जय हिंद सब पर भारी है-
गौरतलब है कि बीते 5 महीने से चली कांग्रेस की भारत जोड़ो यात्रा का सोमवार को जम्मू कश्मीर के श्रीनगर में समापन होना है- इसको लेकर पार्टी की तरफ से समान विचारधारा वाली क्षेत्रीय पार्टियों और उनके क्षत्रपों को निमंत्रण भी भेजा गया है- इससे पहले 11 जनवरी को कांग्रेस के अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने देश भर के 24 दलों को समापन समारोह में शामिल होने के लिए निमंत्रण भेजा था- हालांकि सामाजवादी पार्टी, बहुजन समाज पार्टी, सीपीआई (एम) की ओर से इस समापन समारोह में कोई नेता शामिल नहीं होगा-
इसके पहले शनिवार को जम्मू और कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री व पीडीपी की प्रमुख महबूबा मुफ्ती भी यात्रा में शामिल हुईं- महबूबा मुफ्ती अपनी बेटी के साथ भारत जोड़ो यात्रा में शामिल हुईं- उन्होंने यात्रा की जमकर तारीफ की।प्रारंभिक रिपोर्टों में दावा किया गया है कि बस में कम से कम 48 यात्री सवार थे. बचाव कार्य जारी है और घायलों को निकाला जा रहा है. बचाव कार्य जारी रहने से मरने वालों की संख्या बढ़ सकती है. घायलों को लासबेला के सिविल अस्पताल में भर्ती कराया गया है. दुर्घटनास्थल पर दमकल, बचावकर्मी और सुरक्षाकर्मी मौजूद हैं. स्थानीय लोग भी राहत कार्य में मदद कर रहे हैं.
अधिकारियों का कहना है कि घायलों और शवों को निकालने के बाद भारी मशीनरी की मदद से बस को खाई से निकालने का प्रयास किया जाएगा. रिपोर्ट के मुताबिक पुलिस ने हादसे की वजह स्पीड बताई है. घटना की सूचना मिलते ही आसपास के लोग सहम गए. सड़क हादसे की खबर जिसने भी सुनी वह मदद के लिए दुर्घटनास्थल पर पहुंच गया.