तुर्की-सीरिया भूकंप में मरने वालों की संख्या 45,000 के पार
मुस्लिम नाउ ब्यूरो, नई दिल्ली
तुर्की और सीरिया में आए भूकंप में 45,000 से अधिक लोग मारे गए हैं. मृतकों की संख्या और बढ़ने की आशंका है. अकेले तुर्की में लगभग 264,000 भवन नष्ट हो गए और देश की अब तक की सबसे खराब आपदा में हजारों लोग लापता हैं.भूकंप के 11 दिन बाद, शुक्रवार को तुर्की में मलबे से तीन जीवित बचे निकाले गए. तुर्की में मरने वालों की संख्या 39,672 हो गई है, जबकि पड़ोसी देश सीरिया में 5,800 से अधिक लोग मारे गए.
इस भयंकर भूकंप को देखते हुए दुनिया भर की मस्जिदों में शुक्रवार को तुर्की और सीरिया में मृतकों के लिए दुआ की गई. उनमंे से बड़ी संख्या में मृतकों को दफनाने की रस्म भी आदा नहीं की जा सकी है.
इधर, कई अंतरराष्ट्रीय बचाव दल ने भूकंप प्रभावित क्षेत्र छोड़ दिया है. इनमें भारत भी एक है. इस बीच तुर्की की घरेलू टीमों ने रविवार को भी ध्वस्त इमारतों के बीच तलाशी अभियान जारी रखा. इस दरम्यान आने वाली बाधाओं को खारिज करते हुए जीवित बचे लोगों की खोज चलती रही.
इस क्रम में 14 वर्षीय उस्मान हलेबिए और 34 वर्षीय मुस्तफा एवीसी को तुर्की के ऐतिहासिक शहर अंताक्या में बचा लिया गया. यह अपने प्राचीन नाम एंटिओक से जाना जाता है. दोनों को मलवे से निकालने के बाद माता-पिता से वीडियो कॉल पर बात कराई गई.उनके घर वालों का कहना है कि उन्हांेने पूरी तरह उम्मीद खो दी थी. यह चमत्कार से कम नहीं. उन्होंने मुझे मेरा बेटा दे दिया. मैंने मलबा देखा और मुझे लगा कि वहां से किसी को जिंदा नहीं बचाया जा सकता.
सहायता संगठनों का कहना है कि इतने महत्वपूर्ण बुनियादी ढांचे के नष्ट होने के कुछ महीनों बाद मदद की आवश्यकता होगी.पड़ोसी सीरिया में, जो पहले से गृह युद्ध के कारण बिखरा हुआ है, उत्तर पश्चिम में बड़ी संख्या में मौतें हुई हैं. विद्रोहियों द्वारा नियंत्रित क्षेत्र, जो राष्ट्रपति बशर असद के साथ युद्ध में हैं, भूकंप से बुरी तरह तबाह हो चुका है.
सीरियन ऑब्जर्वेटरी फॉर ह्यूमन राइट्स ने शुक्रवार को बताया कि आपदा के बाद पहली बार दोनों पक्ष रात भर संघर्ष करते रहे. भूकंप से बुरी तरह प्रभावित विद्रोही कब्जे वाले शहर अतरेब के बाहरी इलाके में सरकारी बलों ने गोलाबारी की.
हजारों सीरियाई जिन्होंने अपने देश के गृह युद्ध से तुर्की में शरण ली थी, अब अपने घरों को लौट आए हैं. हालांकि अब तक न तो तुर्की और न ही सीरिया ने यह बताया है कि भूकंप में कितने लोग लापता हैं.तुर्की में अभी भी लोग अपने रिश्तेदारों के वापस लाने का इंतजार कर रहे. भूकंप की वजह से हजारों घर और व्यवसाय बिखर गए हैं. इस मामले मंे सरकार की भूमिका से लोग गुस्से में हंै.
ऐसी ही एक इमारत रोनेसन रेजिडन्स थी, जो भूकंप की वजह से ढह गई. इसमें सैकड़ों लोग दबकर मार गए.अपार्टमेंट में रहने वाले 47 वर्षीय हमजा अल्पस्लान ने कहा, भवन को भूकंप-सुरक्षित बताया गया था, लेकिन आप परिणाम देख सकते हैं. यह भयानक स्थिति में है. इसमें न तो सीमेंट है और न ही उचित लोहा.
इस बीच तुर्किये ने इमारतों के गिरने के लिए जिम्मेदार व्यक्तियों की जांच कराने का वादा किया है और डेवलपर्स सहित 100 से अधिक संदिग्धों को हिरासत में लेने के आदेश दिए हैं.संयुक्त राष्ट्र ने गुरुवार को तुर्की राहत अभियान के लिए 1 बिलियन डाॅलर से अधिक की धनराशि की अपील की है, जबकि सीरियाई लोगों के लिए 400 मिलियन डाॅलर से सहायता देने को दानदाता देशों से गुहार लगाई है.