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ये करें कि रमजान में नहीं हो होगी शरीर में पानी की कमी, घर पर बनाएं 6 शरबत

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गुलरूख जहीन

चूंकि इस बार भी रमजान का पवित्र महीना गर्मियों के मौसम में आ रहा है, इसलिए रोजेदारों को रोजे के दौरान शरीर में ताजगी बनाए रखने के लिए कई तरह की सावधानियां बरतनी हांेगी. अव्वल तो इसका ही ध्यान रखना होगा कि रोजे के समय शरीर में पानी की कमी नहीं आए तथा ऐसे शरबत का इस्तेमाल किया जाए जिससे जिस्म में चैबीस घंटे ताजगी बनी रहे.

रमजान के महीने में शरीर में डिहाइड्रेशन को कंट्रोल करना बेहद जरूरी है. यह कुछ खाद्य पदार्थों को बढ़ाकर और कुछ से परहेज करके किया जा सकता है.

एक रिपोर्ट में औषधीय उपचार विशेषज्ञ डॉ. अहमद अब्दुलसलाम ने रमजान के दौरान शरीर में पानी की कमी से बचाव के तरीकों की जानकारी दी है.
इसपर अमल करें और इफ्तार और सहरी से पहले संतुलित आहार लें तो रोजे के दौरान पानी की कमी से शरीर को बचाया जा सकता है. पूरे दिन शरीर को एनर्जी भी मिलती रहेगी.

रोजाना 8 गिलास पीएं पानी

रोजे के दौरान पर्याप्त मात्रा में पानी पीना बहुत जरूरी है.
पानी शारीरिक कार्यों को बनाए रखने के लिए आवश्यक है. रोजा से पहले पर्याप्त पानी नहीं पीने से शरीर में पानी की कमी हो सकती है और चक्कर आना, सिरदर्द, सुस्ती और थकान की शिकायत हो सकती है.
इसलिए रोजाना आठ गिलास पानी पीना जरूरी है. शरीर में तरल पदार्थ की कमी से कई स्वास्थ्य समस्याएं हो जाती हैं. मसलन, डिहाइड्रेशन से सिरदर्द, पेट दर्द और कब्ज जैसी समस्याएं हो सकती हैं.

कैफीन युक्त पेय से बचें

चाय और कॉफी के पेय में कैफीन होता है, जो एक ऐसा पदार्थ है जो पेशाब को बढ़ाता है. इससे शरीर पर असर पड़ता है और शरीर से नमक और पानी कम हो जाता है.
अत्यधिक कैफीन का सेवन प्यास को बढ़ा सकता है, इसलिए बेहतर है कि एक गिलास साफ पानी के साथ फल और खजूर आदि खाएं.

बहुत सारे फल और सब्जियां

फल और सब्जियां खाना न केवल सेहत के लिए अच्छा होता है, शरीर को हाइड्रेट रखने में भी मदद करता है. कुछ फलों और सब्जियों में पानी की मात्रा बहुत अधिक होती है. रोजे के बाद शरीर को तरोताजा करने का यह सबसे अच्छा तरीका है.
रमजान में खाए जाने वाले फल और सब्जियों में तरबूज, खीरा, अजवाइन शरीर को हाइड्रेट रखते हैं.

रमजान में मसालेदार या नमकीन खाने से बचें

मसालेदार और नमकीन खाने से शरीर में पानी की जरूरत बढ़ सकती है, इसलिए जरूरी है कि ऐसे मसालों का इस्तेमाल न करें.एक बार में ज्यादा पानी पीना शरीर के लिए भी हानिकारक होता है. बेहतर है कि इफ्तार और सहरी के बीच संतुलित तरीके से पानी पिएं.इन घंटों के दौरान पानी की बोतल ले जाना महत्वपूर्ण है.

रमजान में गर्मी से बचें

गर्म क्षेत्रों में सूरज की गर्मी से बचना बहुत मुश्किल होता है, लेकिन रोजे के घंटों के दौरान जितना हो सके गर्मी से बचना चाहिए. उच्च तापमान से पसीना आता है, जो शरीर को निर्जलित करता है.

रमजान में कोल्ड ड्रिंक्स से करें परहेज

कम से कम आधा चम्मच चिया सीड्स को अपनी ड्रिंक्स में शामिल करना सेहत के लिए फायदेमंद होता है. इन छोटे बीजों में ऐसे तत्व होते हैं जो शरीर में पानी बनाए रखने में मदद करते हैं और पाचन में सहायता करते हैं.
बेहतर है कि एक कप दूध में चिया सीड्स डालकर पिएं. पूरे दिन शरीर को हाइड्रेटेड रखने के लिए इस पेय का सेवन सुबह के समय करने की कोशिश करें.
वैसे तो सॉफ्ट ड्रिंक्स में कैलोरी बहुत अधिक होती है, लेकिन इनमें मौजूद शुगर की मात्रा भी शरीर को हाइड्रेटेड रखती है.

रमजान में घर पर बनाए 6 शरबत,इफ्तार में मिलेगी ताजगी

गरमी के मौसम में रोजे की अवस्था में भूख से अधिक प्यास लगती है. यही वजह है कि इफ्तार के वक्त जहां टेबल को दूसरे सामान से सजाया जाता है, वहीं कोल्ड ड्रिंक्स का भी इंतजाम किया जाता है.

ये ड्रिंक्स भी बाजार से खरीदी जाती हैं, लेकिन हम आपको इन 6 ड्रिंक्स के बारे में बताएंगे जो न सिर्फ सेहत के लिए अच्छी हैं, बल्कि आसानी से घर पर बनाई जा सकती हैं.

खुरूब

अरब न्यूज के मुताबिक, रुब फिलिस्तीन और मिस्र में एक लोकप्रिय पेय है. इसे तैयार करने के लिए एक पैन में पानी और चीनी को तब तक मिलाएं जब तक कि घोल ब्राउन न हो जाए, फिर उबालने के लिए और पानी डालें और ठंडा होने दें.

गुलाब ए शरबत

यह मीठा और ताजा गुलाब पेय पानी या दूध के साथ मिलाया जा सकता है. स्वाद बढ़ाने के लिए ताजे पुदीने के पत्ते भी डाल सकते हैं.

लाबान

यदि आपके पास इफ्तार पेय तैयार करने का समय नहीं है, तो आप हमेशा लबान यानी नमकीन दही पेय का विकल्प चुन सकते हैं. इसे नमकीन छाछ और बिहार में मट्ठा कहा जाता है.

सोबिया

सऊदी अरब में जौ से तैयार होने वाले इस ड्रिंक को रमजान का खास ड्रिंक माना जाता है. इसे ब्राउन ब्रेड , नारियल पाउडर, दूध और चीनी के साथ मिलाकर बनाया जाता है.

करकदा

इसके स्वाद के अलावा यह रक्तचाप को कम करने में भी मदद करता है. इसे तैयार करने के लिए आपको बस पानी, चीनी और सूखे गुड़हल की जरूरत पड़ेगी.

खुश्फ

खुश्फ मूल रूप से एक फैंसी फ्रूट सलाद है. इसे पानी और खुबानी के फलों के छिलके से बनाया जाता है. इसमें खजूर, सूखी खुबानी, सूखे आलूबुखारे, अंजीर और मेवे मिलाकर बनाया जाता है.

क्या रमजान में नारियल पानी पीने से कोई नुकसान हो सकता है ?

गर्मियों के दिन में अक्सर रोजेदार इफ्तार में नारियाल का पानी भी लेते हैं. नारियल पानी शरीर में नमी के बेहतरीन स्रोत के रूप में जाना जाता है. यह पेट के लिए आसान होता है और इसमें कई महत्वपूर्ण पोषक तत्व और खनिज भी होते हैं.

अल-अरेबिया.नेट ने बोल्ड स्काई हेल्थ वेबसाइट के हवाले से एक रिपोर्ट प्रकाशित की है, जिसमें बताया गया है कि नारियल पानी के कई फायदे होने के बावजूद इसके कुछ नुकसान भी हैं.

रमजान में अधिकता नारियल पानी पिया तो हो सकता है 10 नुकसान

  • नारियल पानी में मूत्रवर्धक गुण होते हैं., इस पानी को ज्यादा मात्रा में पीने से किडनी पर भी जोर पड़ता है. अतिरिक्त पानी से छुटकारा पाने के लिए उन्हें अधिक मेहनत करनी पड़ती है.
  • इसमें कैलोरी अधिक होती है. मधुमेह रोगियों को इसे पीने से बचना चाहिए.

-ज्यादा मात्रा में नारियल पानी का सेवन करने से ब्लड प्रेशर कम होता है, इसलिए लो ब्लड प्रेशर वाले लोगों को इसे सीमित मात्रा में पीना चाहिए.

  • अमेरिकन कॉलेज ऑफ एग्रीकल्चर के अनुसार हाई ब्लड प्रेशर या दिल की बीमारी वाले लोगों को नारियल पानी के सेवन से बचना चाहिए, क्योंकि यह शरीर में सोडियम के स्तर को प्रभावित करता है.
  • नारियल पानी उन लोगों के लिए उपयुक्त नहीं है, जिन्हें कुछ खाद्य पदार्थों या पेय पदार्थों से एलर्जी है. नारियल पानी पीने से एलर्जी हो सकती है.
  • नारियल पानी में पोटैशियम की मात्रा अधिक होने के कारण इसका अधिक मात्रा में सेवन करने से हाइपरकेलेमिया हो सकता है, जिससे कमजोरी, चक्कर आना और चेतना का नुकसान हो सकता है.
  • अगर आप वजन न बढ़ने को लेकर चिंतित हैं, तो ताजा नारियल पानी कैलोरी से भरपूर डिब्बाबंद जूस से कहीं बेहतर है.
  • नारियल पानी में कार्बोहाइड्रेट कम होता है इसलिए यह खिलाड़ियों के लिए बहुत अच्छा नहीं है. इसे ऊर्जा और प्रदर्शन बढ़ाने वाले पेय के विकल्प के रूप में इस्तेमाल नहीं किया जा सकता है.
  • नारियल पानी खोलने के तुरंत बाद सेवन करना चाहिए, क्योंकि अगर यह ज्यादा देर तक खुला रहता है तो इसमें मौजूद सभी जरूरी पोषक तत्व खत्म हो जाते हैं.
  • नारियल पानी फाइब्रोसिस के रोगियों के लिए उपयुक्त नहीं है. एक आनुवंशिक बीमारी जो फेफड़ों और पाचन तंत्र को प्रभावित करती है. शरीर में नमक के स्तर को कम करती है. इसमें उच्च मात्रा में पोटेशियम होता है.

रमजान में हिसाब से पीएं नारियाल पानी, नहीं होगा नुकसान

नारियल पानी के संभावित नुकसान के बारे में इन सभी चेतावनियों के बावजूद, विशेषज्ञ इस बात पर जोर देते हैं कि यह एक स्वस्थ फल है. हालांकि अधिक मात्रा में सेवन करने पर यह हानिकारक हो सकता है.

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