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रमजान में रोजे के क्या हैं नियम, रोजेदारों को किन चीजों से परहेज करना चाहिए

गुलरूख जहीन

रमजान करीब आते ही लोग रोजे को लेकर सावधानियां और एहतियात के बारे में जानकारी लेने के लिए तरह-तरह के माध्यम अपना रहे हैं. कोई गूगल सर्च में लगा है तो कोई इस्लामिक किताबें खंगालने का प्रयास कर रहा है. कई ऐसे हैं जो सीधे आलिम से संपर्क कर अपनी जिज्ञासा शांत करने में लगे हैं. इसी क्रम में मुस्लिम नाउ भी अपने स्तर पर कोशिश में है कि रमजान और रोजे से संबंधित सवालों के जवाब यहां आपको दिए जाएं. इसी कड़ी में यह लेख प्रस्तुत है.

रमजान को इस्लामी संस्कृति में एक पवित्र त्योहार माना जाता है. रमजान का महीना इस धर्म के अनुयायियों के लिए बहुत अधिक कीमती है. इस्लाम के मानने वालों को विश्वास है कि रोजे से वे अपने पापों यानी गुनाहों को कम कर सकते हैं. रोजा इस्लाम के मूल स्तंभों से एक है और यह अधिकांश मुसलमान के लिए अनिवार्य है. इस्लाम के मार्ग का पालन करने के लिए इसका यानी रमजान का पालन करना जरूरी है.

रमजान के नियम और विनियम

रमजान के रोजे के अवलोकन के लिए कई नियम और विनियम हैं.

  1. यदि आप समझदार और स्वास्थ्य हैं और यौवन तक पहुंच गए हैं, तो आपको रमजान के रोजे रखने होंगे
  2. यदि आप रमजान के समय यात्रा कर रहे हैं या बीमार हैं, तो आपको रोजे का पालन नहीं करना चाहिए. हालांकि, इसे बाद इसे रखना होगा.
  3. यदि आप महिला हैं और पोस्ट-चाइल्डबर्थ रक्तस्राव के बाद मासिक धर्म का अनुभव कर रही हैं, तो आपको उन दिनों रोजे नहीं रखने चाहिएं. आप बाद में रोजे रखकर क्षतिपूर्ति कर सकती हैं.
  4. यदि आप बूढ़े या बीमार हैं और रोजा नहीं रख सकते, तो आपको एक व्यक्ति को रोजे के प्रत्येक दिन खाना खिलाना होगा.
  5. जो महिलाएं गर्भवती हैं या स्तनपान कर रही हैं और डरती हैं कि रमजान मंे रोजे रखने से कमजोर हो सकती हंै या उनके बच्चे पर बुरा प्रभाव पड़ेगा तो उनके पास रोजे रखने और नहीं रखने का विकल्प है. रमजान समाप्त होने के बाद, उन्हें रमजान से चूकने के प्रत्येक दिन के लिए फिदिया भुगतना पड़ेगा.

वह चार काम जिससे आपका रोजा खत्म हो जाएगा

-रोजे में खाना या पीना

यदि कोई दिन में रोजे के दौरान खा या पी लेता है, तो रोजा खत्म हो जाएगा. लेकिन यदि कोई भूलवश रोजा रखते हुए खा या पी लेता तो रोजा सही माना जाएगा.

-उल्टी

यदि कोई व्यक्ति उल्टी की तरह महसूस करता है, तो रोजा जारी रख सकता है. हालांकि, यदि कोई व्यक्ति रोजे के दौरान उल्टी करना है तो रोजा टूट जाएगा.

-रोजे में सेक्स

यदि कोई रोजा रखते हुए संभोग करता है तो उसका रोजा नहीं रहेगा. उसे कफ्फराह करना होगा. इसके लिए, उसे साठ गरीब लोगों को खाना खिलाना होगा.

-मासिक धर्म या पोस्ट-चाइल्डबर्थ रक्तस्राव

यदि महिला को मासिक धर्म हो रहा है या पोस्ट-चाइल्डबर्थ से होकर गुजर रही है, तो रमजान में उसका रोजा नहीं माना जाएगा. इन दिनों के बाद वह रोजा रख सकती है. अगर मासिक धर्म सूर्यास्त से ठीक पहले होता है, तो दिन का रोजा अमान्य हो जाएगा.

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रोजे में क्या-क्या करने की अनुमति है

  • आपको अपने मुंह और नाक को सीमित पानी से कुल्ला करने की अनुमति है. यदि आप पानी पी जाते हैं तो यह आपके रोजे को अमान्य कर देगा.
  • आप रोजे के दौरान नहा सकते हैं. इससे आप स्वस्थ्य महसूस कर करेंगे. हालांकि, इस दौरान कोशिश करना होगा किसी भी तरह पानी का कतरा गले के नीचे न उतरे.
  • काजल या आईलाइनर

महिलाएं रोजे के दौरान काजल, सुरमा लगा सकती हैं. पुरुष,महिलाएं आंख के लिए आई ड्रॉप या किसी अन्य चीज का उपयोग कर सकते हैं. कई बार, दवाई का स्वाद आपकी आंख से होते हुए आपके गले में पहुंच जाता है.

  • इंजेक्शन

यदि रोजा रखने वाले को चिकित्सक की सलाह पर इंजेक्शन लेना आवश्यकता है तो इस बारे में मना करने के लिए किसी भी ग्रंथ में कोई हुक्म नहीं है.

-लार घोटना

यदि रोजा रखने की अवस्था में कोई गलती से खुद का लार घोट लेता है तो रोजा खराब नहीं होगा.

  • भोजन का स्वाद चखना

अगर कोई केवल भोजन का स्वाद चखता है.उसे निगलता नहीं है तो रोजा नहीं टूटेगा

  • पति को गले लगाना या चूमना

जब तक पति-पत्नी संभोग नहीं करते. केवल एक दूसरे के गले लगाते या चूमने हैं, तो रोजा नहीं टूटेगा.

  • सेहरी से पहले संभोग या डिस्चार्ज हो तो रोजा नहीं टूटता. सेहरी से पहले स्नान करना जरूरी है.

कुछ सिफारिशें

यदि आप रमजान के रोजे रख रहे हैं, तो आपको निम्नलिखित अभ्यास करने की सिफारिश की गई है

  • सेहरी यानी सुबह से पहले जरूर खाएं.
  • ताजा या शुष्क खजूदर की मदद रोजा खोलने का प्रयास करंे. यदि तुरंत उपलब्ध न तो एक गिलास पानी पी लें.
  • रमजान के दौरान कलाम पाक की तिलावत करें
  • रोजे में मिसवाक का उपयोग करें.

रोजे में खाने, पीने में बरतें सावधानियां

वयस्कों को एक दिन में 3 से 4 लीटर पानी पीने की आवश्यकता होती है. इसका 40 प्रतिशत खाद्य पदार्थ, फलों का रस, मिनरल पानी, चाय और अन्य पेय पदार्थों से मिलता है. इसलिए आपको एक दिन में 1.5 और 2.5 लाइटर्स पानी पीना चाहिए. इसका मतलब है कि आपको इफ्तार से सेहरी तक हर घंटे दो या तीन गिलास पानी पीना चाहिए.