एशिया का सबसे बड़ा ट्यूलिप गार्डन 19 मार्च से खुल गया, देखें तस्वीरें
मुस्लिम नाउ ब्यूरो, श्रीनगर
श्रीनगर में डल झील और जबरवान पहाड़ियों के बीच स्थित ट्यूलिप गार्डन 19 मार्च से पर्यटकों के लिए खुल गया.डल झील के किनारे स्थित उद्यान में विभिन्न रंगों के 15 लाख ट्यूलिप, जलकुंभी, डैफोडील्स, मस्करी और साइक्लेमेन प्रदर्शित किए गए हैं.रविवार से ट्यूलिप गार्डन खुलने के मद्देनजर ट्रैफिक प्लान में आगंतुकों की सुविधा के लिए रूट प्लान तैयार किया गया है.ग्रेटर कश्मीर के लिए मुबशिर खान
उद्यान, जिसे सिराज बाग के नाम से भी जाना जाता है, 2008 में जम्मू और कश्मीर के तत्कालीन मुख्यमंत्री गुलाम नबी आजाद द्वारा खोला गया था.इस साल पीले, लाल, क्रिमसन, बैंगनी और सफेद सहित ट्यूलिप रंगों का इंद्रधनुष है, जिसमें पीला, लाल, लाल, बैंगनी और सफेद शामिल है.ग्रेटर कश्मीर के सैकड़ों माली यह सुनिश्चित करने के लिए अथक परिश्रम करते हैं कि उद्घाटन के समय उद्यान पूरी तरह से खिले हुए हों.
ट्यूलिप गाॅर्डन के प्रभारी इनाम-उल-रहमान ने कहा, हर साल, हम इस बगीचे का विस्तार करते हैं और नई किस्में यहां लगाते हैं. इस साल हमने फाउंटेन चैनल का विस्तार किया है.इसे दुनिया भर में बागवानी व्यावसायिकता का एक उदाहरण स्थापित करना चाहिए.ट्यूलिप गार्डन 52.5 हेक्टेयर में फैला हुआ है और इसमें 15 लाख से ज्यादा फूल हैं.
इस साल गुल गार्डन में हॉलैंड से आयात किए गए चार नए ट्यूलिप जोड़े गए हैं, जिनमें केप विर्गो, स्वीटहार्ट, हैमिल्टन और क्रिसमस ड्रीम शामिल हैं.एक अधिकारी का कहना है कि वसंत के आगमन पर 68 रंग-बिरंगी किस्मों के ट्यूलिप बल्ब के अलावा डैफोडिल, हाईसॉप, मस्करी के फूल और बादाम, खुबानी, आड़ू के पेड़ बगीचे की सुंदरता और वैभव में चार चांद लगाएंगे. वर्तमान में एक दर्जन से अधिक किस्मों के 25 फीसदी ट्यूलिप बगीचे में खिले हुए है.मौसम अनुकूल रहा तो बाकी ट्यूलिप भी खिल जाएंगे.
Beauty of tulipgarden srinager kashmir🌲 pic.twitter.com/OlLoKSobGp
— Saima Wani (@saimawani_) March 17, 2023
हालांकि, ट्यूलिप का जीवनकाल इसकी विविधता और जलवायु परिस्थितियों पर निर्भर करता है. अगर मौसम ठंडा है तो इसकी लाइफ बढ़ाई जाएगी. यदि तापमान 20 डिग्री से ऊपर चला गया है, तो इसका जीवन कुछ दिन छोटा हो जाता है.
रविवार को उद्यान के उद्घाटन समारोह में मेहमानों के मनोरंजन के लिए संगीत कार्यक्रम आयोजित किए गए.सैकड़ों बागवानों और मजदूरों की कई महीनों की मेहनत का परिणाम है कि 30 हेक्टेयर से अधिक भूमि को कवर करने वाला यह उद्यान हर तरह से पर्यटकों के लिए तैयार है.इस वर्ष उद्यान को और अधिक आकर्षक एवं सुखद बनाने के लिए उद्यान के बीच में मौजूद जलधारा का और विस्तार किया गया तथा इसके अलावा उद्यान में फव्वारों की संख्या में भी वृद्धि की गई है.शारीरिक रूप से विकलांग और बुजुर्ग लोगों के लिए बगीचे की सैर का आनंद लेने के लिए व्हीलचेयर उपलब्ध कराई गई है.
कश्मीर घाटी में कई सालों के बाद पिछले साल रिकॉर्ड संख्या में पर्यटक आए और गाॅर्डन की यात्रा उनकी प्राथमिकताओं में रही.उल्लेखनीय है कि इंदिरा गांधी मेमोरियल ट्यूलिप गार्डन, जिसे पहले सिराज बाग के नाम से जाना जाता था. यह बॉलीवुड फिल्म निर्माताओं के लिए भी पसंदीदा स्थान है. पिछले एक दशक में यहां कई फिल्मों की शूटिंग हो चुकी है.