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वह छह फल जो रमजान में रोजेदारों को रखते हैं तरोताजा

गुलरूख जहीन

रमजान में रोजेदार आम तौर से फल खाने पर खास जोर देते हैं, ताकि महीने भर भूखे-प्यासे रहने का असर शरीर और दिमाग पर ज्यादा न पड़े. मगर इसके साथ ही यह जानना भी जरूरी है कि रमजान के महीने में कौन से फल खाने चाहिए और भोजन में क्या लेना चाहिए जिससे तंदुरुस्ती बनी रहे. बता दें कि रमजान में हमारे खाने-पीने की आदतें पूरी तरह से बदल जाती हैं. ऐसे खाद्य पदार्थ जो हमारी सेहत के लिए फायदेमंद नहीं होते हैं, उन्हें सेहरी और इफ्तार में शामिल किया जाता है और हमारा वजन भी बढ़ता है.

विश्व स्वास्थ्य संगठन ने दिशा निर्देश दिए हैं जो न केवल आपका वजन कम करने में मदद कर सकते हैं बल्कि रक्तचाप और कोलेस्ट्रॉल को नियंत्रित करने में भी मदद कर सकते हैं.बताया गया है कि कम से कम 10 गिलास पानी पिएं और ऐसे खाद्य पदार्थ खाएं जिनमें पानी की मात्रा अधिक हो जैसे सूप, तरबूज और हरा सलाद.

चाय, कॉफी और कोला सहित कैफीन युक्त उत्पादों से बचने की सलाह दी गई है. कैफीन पेशाब करने की आवश्यकता को बढ़ाता है, जिससे निर्जलीकरण बढ़ता है. याद रखें कि सोडा आपका वजन बढ़ाता है.इफ्तार की शुरुआत तीन खजूर से करें, क्योंकि खजूर फाइबर का सबसे अच्छा स्रोत है. महत्वपूर्ण विटामिन और पोषक तत्वों के लिए सब्जियों का सेवन जरूर करें. प्रोटीन पाने के लिए ग्रिल्ड फिश या चिकन खाएं. तले हुए मांस से परहेज करें.

धीरे-धीरे और खाना चबाकर खाएं. इस तरह आप ज्यादा खाने से बच सकते हैं.सेहरी में अधिक भोजन न करें. सब्जियां, पूरी गेहूं की रोटी, दही, पनीर और अंडे का सेवन करें. बहुत अधिक चीनी, वसायुक्त मीट और नमक वाले खाद्य पदार्थों से बचें.अगर आपको मीठा खाना पसंद है तो आप ताजे फलों के जूस का इस्तेमाल कर सकते हैं. तेल में तले हुए मांस से बचें और इसके बजाय एयर फ्रायर और ग्रिल्ड मीट को प्राथमिकता दें.

सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि अपने शरीर को गतिमान रखें. रोजाना व्यायाम करें या लंबी सैर करें.अब आइए जानते हैं कि वह 6 कौन से फल हैं जिसके सेवन से रोजेदार रोजे में न केवल सेहमंद रहेंगे, उनकी रोग प्रतिरोधक क्षमता भी मजबूत होगी.

   
प्रोटीन, ऊतक, कोशिकाएं और अंग मानव शरीर की प्रतिरक्षा प्रणाली बनाते हैं. यह उनकी सामूहिक कार्रवाई के माध्यम से है कि शरीर को हमलावर बैक्टीरिया, वायरस और बीमारी पैदा करने वाली अन्य चीजों से बचाया जाता है.जब कोई सूक्ष्म जीव आक्रमण करता है, तो मानव शरीर की प्रतिरक्षा प्रणाली तुरंत सक्रिय हो जाती है. प्रतिरक्षा प्रणाली एंटीबॉडी का उत्पादन करके रोगाणु को नष्ट कर देती है. चूंकि रमजान की दिनचर्या बदल जाती है, इसलिए रोगाणुओं के हमले का खतरा बढ़ जाता है.

मानव शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता को मजबूत करने में भोजन महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है. इनमें फलों का एक ऐसा खाद्य समूह है जो शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाता है.

यह वह छह फल हैं जो मानव शरीर की प्रतिरक्षा प्रणाली को मजबूत करते हैं.

माल्टा

माल्ट वर्ष के किसी भी मौसम में मानव स्वास्थ्य के लिए उपयोगी होते हैं. किसी भी प्रकार का माल्ट विटामिन सी की दैनिक आवश्यकता का 100 प्रतिशत प्रदान करता है, जो प्रतिरक्षा प्रणाली को मजबूत करने में महत्वपूर्ण है.विटामिन सी उच्च रक्तचाप को भी रोकता है और रक्त कोशिकाओं को क्षतिग्रस्त होने से बचाता है.

पपीता

पपीता एक और फल है जिसमें अच्छी मात्रा में विटामिन सी होता है.पपीते के फल की एक सर्विंग मानव शरीर की विटामिन सी की दैनिक आवश्यकता का दोगुना है. इसके अलावा यह फल पाचन तंत्र को भी बेहतर बनाता है. इसमें पोटेशियम, मैग्नीशियम भी होता है.

कीवी

पपीते की तरह कीवी के भी मानव शरीर के लिए कई फायदे हैं.इसमें फोलेट, पोटेशियम, विटामिन के और विटामिन सी होता है.मनुष्य की श्वेत रक्त कोशिकाएं रोगों से बचाव में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती हैं, जिसके लिए विटामिन सी बहुत उपयोगी है.कीवी को एक खुश हार्मोन बढ़ाने वाले फल के रूप में भी जाना जाता है जो आपकी प्रतिरक्षा प्रणाली को बढ़ाता है और आपके मूड को अच्छा रखता है.

सेब

सेब मानव शरीर में फाइबर और चीनी का एक महत्वपूर्ण स्रोत है. यह बात सभी जानते हैं, लेकिन बहुत से लोग यह नहीं जानते हैं कि एक खास पौधे में एक ऐसा प्रभाव भी पाया जाता है जो शरीर के इम्यून सिस्टम को मजबूत करता है और सूजन को नियंत्रित करता है.

नाशपाती

विटामिन सी का एक अन्य स्रोत नाशपाती है. इसे साफ करके छिलके समेत खा लें. इसमें फाइबर और पोटैशियम के साथ-साथ एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण भी होते हैं.नाशपाती को रस, पानी और अन्य पेय पदार्थों में जोड़ा जा सकता है.

फालसा

इसका नियमित सेवन मानव शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता के लिए फायदेमंद है.यह विभिन्न प्रकार की एलर्जी से बचाता है और ठंड लगने की स्थिति में शरीर को वापस स्वास्थ्य में लाता है.