यूपी के मुरादाबाद में तरावीह पर आपत्ति के बाद मुस्लिम परिवार को भेजा नोटिस
मुस्लिम नाउ ब्यूरो, मुरादाबाद
भले ही बिना पुलिस प्रशासन की अनुमति के सड़क घेर कर देर रात तक जागरण और घरों में पाठ का कार्यक्रम चलता हो, पर मुरादाबाद जिले के लाजपत नगर में कुछ मुसलमानों द्वारा अपने घर में तरावीह की नमाज अदा करना हिंदुवादियों को अच्छा नहीं लगा. दक्षिणपंथी संगठनों के एक समूह द्वारा आपत्ति जताने के बाद, सिटी मजिस्ट्रेट ने जाकिर हुसैन और नौ अन्य को नोटिस जारी किया है.
शनिवार रात, राष्ट्रीय बजरंग दल के कार्यकर्ता जाकिर हुसैन के घर में घुस गए, जिसका नेतृत्व उसके प्रदेश अध्यक्ष रोहन सक्सेना कर रहे थे. जाकिर हुसैन अपने परिवार के साथ सामूहिक तरावीह की नमाज अदा कर रहे थे. बजरंग दल वालों ने आरोप लगाया कि उनके विशेष नमाज अदा करने से आसपास दहशत का माहौल पैदा हो रहा है.
In India’s Uttar Pradesh state, members of the Hindu militant group Bajrang Dal stopped Muslims from offering prayers on their own property and called the police to file a complaint.
— Indian American Muslim Council (@IAMCouncil) March 26, 2023
No respite in oppression during Ramadan.
pic.twitter.com/OBtH6CJWbT
सक्सेना ने संवाददाताओं से कहा, हमने बार-बार पुलिस से हिंसक लोगों (मुस्लिम समुदाय का हवाला देते हुए) के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज करने के लिए कहा.सियासत डाॅट काॅम ने इस खबर के प्रकाशन से पहले जब कटघर पुलिस स्टेशन के एसएचओ से बात करनी चाही जिन्होंने इस मुद्दे पर टिप्पणी करने से मना कर दिया.
मुरादाबाद के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (एसएसपी) हेमराज मीणा ने मंगलवार को पत्रकारों से बात करते हुए कहा कि जांच करने पर पुलिस को सक्सेना द्वारा दी गई जानकारी झूठी निकली.उन्होंने कहा कि “दोनों समुदायों के बीच भूमि विवाद था. जांच करने पर हमने पाया कि गलत सूचना फैलाई जा रही है. एसएसपी ने संवाददाताओं से कहा, कार्रवाई करते हुए दोनों पक्षों के लोगों को बांध दिया गया है.
Not much, but Bajrang Dal members stopped others from practicing Taraweeh at home and reported it to the police.
— Shirin Khan (@Shirinkhan0) March 26, 2023
SSP requested that he not be let to pray the Taraweeh namaz at home. pic.twitter.com/zCXdh9FbW4
उन्होंने जनता से शांति और सद्भाव बनाए रखने और किसी भी सांप्रदायिक तनाव से बचने की भी अपील की. चैत्र नवरात्रि (22 मार्च से 30 मार्च तक शुरू होने वाला नौ दिवसीय हिंदू त्योहार), साथ ही रमजान (मुस्लिम समुदाय के लिए पवित्र महीना), दोनों समुदायों द्वारा एक साथ मनाया जा रहा है. अगर सांप्रदायिक तनाव की कोई घटना सामने आती है तो पुलिस किसी को नहीं बख्शेगी और सख्त कार्रवाई की जाएगी.