रामनवमी हिंसा: चुप क्यों हैं मदनी, जंग, कुरैशी और मोहन भागवत
मुस्लिम नाउ ब्यूरो, नई दिल्ली
रामनवमी के जुलूस को लेकर देश के कई हिस्से में हिंसा भड़की हुई है, पर गंगा-जमुनी संस्कृति और भाईचारे को बढ़ाने की दुहानई देने वाले पत्रकार शाहिद सिद्दीकी, पूर्व मुख्य चुनाव आयुक्त एसवाई कुरैशी, दिल्ली के पूर्व राज्यपाल नजीब जंग, जमीयत उलेमा-ए-हिंद के सदर महमूद मदनी सरीखे मुस्लिम रहनुमा और मुस्लिम बुद्धिजीवि चुप्पी साधे बैठे हैं.
مغربی بنگال کے ہاوڑہ میں رام نومی کی ریلی کے دوران، ایک ہندوتوا ہجوم نے “جئے شری رام” کا نعرہ لگاتے ہوئے مسلمانوں کی دکانوں اور گاڑیوں کو کیا نذر آتش
— Millat Times اردو (@MillatUrdu) March 30, 2023
#RamNavami pic.twitter.com/JNmHuRLDUg
देश के इन उल्लेखनीय लोगों को क्या इल्म नहीं था कि रामनवमी को लेकर देश के कई संवेदनशील इलाकों में हिंसा भड़क सकती है ? यह इल्म था तो उन्होंने आफत आने से पहले बचाव के क्या उपाय किए ? यदि उन्हें हिंसा की घटना होने की आशंका का इल्म नहीं था तो क्या नहीं लगता कि उन्हें खुद के बुद्धिजीवी और मुस्लिम रहनुमा होने का तमगा त्याग देना चाहिए.
वीडियो गुजरात के वडोदरा की है जहां रोजा खोलने के समय पुलिस एक मुसल्मान महिला के घर में दाखिल हुई और सभी सामान को इधर उधर कर दिया। रोजा भी खोलने का मौका नहीं दिया। pic.twitter.com/UkW645L0wz
— Millat Times (@Millat_Times) March 30, 2023
चिंताजनक बात यह है कि मस्जिदों, मजारों में घुसकर मारपीट करने, भगवा झंडा फहराने, दुकानों को आग के हवाले करने, एक दूसरे पर पथराव करने की देश भर से खबरें आने के बावजूद मुस्लिम बुद्धिजीवी एवं मुस्लिम रहनुमा खामोशी अख्तियार किए हुए हैं.
Location: Hyderabad, Telangana
— HindutvaWatch (@HindutvaWatchIn) March 30, 2023
Hindu far-right leader T Raja Singh delivers hate speech targeting Muslims during Ram Navami Shobha Yatra.
“You are half cut (circumcised). We will cut you fully,” he told the crowd. pic.twitter.com/C7OlkRzQHg
रामनवमी के दौरान पश्चिम बंगाल के कई इलाकों में हिंदुओं पर हमले की बात कही जा रही है. इसको लेकर बीजेपी नेताओं ने आसमान सिर पर उठा रखा है. यहां तक कि कुछ नेता घटना की एनआईए से जांच कराने की वकालत कर रहे हैं. केंद्रीय मंत्री गृह मंत्री अमित शाह के दफ्तर से भी पश्चिम बंगाल की घटनाओं पर बारीक नजर रखने के संकेत दिए गए हैं.
नई उम्र के लड़के हैं। इन्हें नहीं पता कि गलत क्या है? इन्हें कुछ शातिर लोगों ने बता दिया कि वो दुश्मन है, वो उनका प्रतीक है…पत्थर मारना है। इसलिए वह मारने लगे।
— Rajesh Sahu (@askrajeshsahu) March 30, 2023
अपने बच्चों को संभालिए। ये धीरे-धीरे जॉम्बी बनाए जा रहे हैं। pic.twitter.com/pWSZUggq5x
मगर गुजरात के वदोरा सहित देश के बाकी जगहों का क्या, जहां दंगाई मस्जिदों और दरगाहों में घुस आए, तोड़-फोड़ की. भगवा झंडा फहरा दिया. मुसलमानों की दुकानों लूटकर जला दी. घरों से पथराव किए गए. मगर इन घटनाओं को लेकर सत्ता रूढ़ दल के किसी राजनेता का अब तक कोई बयान नहीं आया है. पीड़ित मुसलमान पुलिस पर एकतरफा कार्रवाई के आरोप लगा रहे हैं. प्रशासनिक स्तर पर उन्हें अब तक संतुष्ट करने का भी कोई प्रयास नहीं किया गया है. यहां तक कि हिंदू-मुसलमानों का डीएनए एक बताने वाले आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत भी खामोश हैं.
गुजरात के वडोदरा में हुवे विवाद के बाद स्थानीय लोगों ने पुलिस पर एकतरफा कार्रवाई का आरोप लगाया है। इफ्तार के बाद बड़ी तादाद में मुसलमानों को पुलिस ने गिरफ्तार किया है कई लोगों की पिटाई भी की है। 12 लोग अस्पताल में एडमिट किए गए हैं। फतेहपुर मोहल्ला में डर और खौफ का माहौल बना हुआ… pic.twitter.com/5ery0rjTZT
— Millat Times (@Millat_Times) March 30, 2023
आखिर यह खामोशी क्यों ? इसके पीछे क्या राज है ? तमाम सोशल मीडिया पर ऐसी घटनाएं छाई हुई हैं. ट्विटर पर कई जगहों की हिंसक झड़प की घटनाओं के वीडियो चल रहे हैं. इसमें कितनी सच्चाई है ? शासन-प्रशासन की ओर से अब तक यह स्पष्ट नहीं किया गया है.
जब आपके धर्म के त्यौहार किसी दूसरे धर्म की धार्मिक संस्थाओं की बेइज़्ज़ती करने लगे समझ जाओ आपके धर्म का पतन हो रहा है
— Fahad Ahmad (@FahadZirarAhmad) March 30, 2023
वीडियो मथुरा की है रामनवमी के जुलूस में मस्जिद पर चढ़ कर हूढ़दंग किया जा रहा है
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यदि कोई सोशल मीडिया पर ऐसे झूठे वीडियो डालकर देश में अशांति फैलाने का मंशा रखता है तो अब तक ऐसे लोगों को बेनकाब क्यों नहीं किया गया ? इन घटनाओं को लेकर सोशल मीडिया पर चलने वाले कुछ वीडियो यहां डाले जा रहे हैं. मगर मुस्लिम नाउ डाॅट नेट इनकी पुष्टि नहीं करता. बावजूद इसके चाहता है कि पूरे मामले की जांच हो, क्यों कि कई वीडियो इतने भयानक हैं कि इसे देखकर किसी का भी शासन-प्रशासन से विश्वास डिग सकता है. इस तरह के तमाम वीडियो को देखकर लगता है कि जिसका जहां पड़ला भारी रहा, वहां उसने जमकर उत्पात मचाया. अलग बात है कि इन घटनाओं में अधिक मुसलमानों के नुकसान पहुंचने की खबर है.
सर्कुलर लोकतंत्र की खूबसूरती!
— Javeria Sheikh جویریہ شیخ 🇵🇸 (@BinT_E_HawA____) March 30, 2023
महारष्ट्र दरगाह के सहन में घुस कर,पुलिस कि मौजूदगी में JSR का नारा लगाया जा रहा!
गजब का आतंक मचा रखा है क्या ऐसे आतं”कियों पर महाराष्ट्रा पुलिस कोई कारवाई करेगी ?
मुसलमान चुपचाप अपने घर पर तरावीह की नमाज़ अदा करें और 5लाख जुर्माना पाएं
हमारा भारत! pic.twitter.com/wZKjmAHoqD
साथ ही इन घटनाओं ने यह भी साबित किया है कि सरकारी सूचना तंत्र उतना सजग नहीं है जितना होना चाहिए. यदि इन घटनाओं के पीछे कोई विदेशी साजिश थी तो वे कामयाब रहे और हम लाठी भी पीट नहीं सके.