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उत्तर प्रदेश में बिजली के फ्लैट रेट बहाल करने से बुनकरों को आर्थिक दशा में सुधार की उम्मीद

अबू शाहमा अंसारी,बारा बांकी

उत्तर प्रदेश सरकार के फ्लैट रेट बिजली बहाल करने से सूबे के बुनकरों को लगता है कि उनकी स्थिति पहले से थोड़ा बेहतर होगी. हालांकि कोरोना लाॅकडाउन के कारण बुनकरांे की दशा इतनी बदतर हो चुकी है कि तमाम उपायों के बावजूद स्थिति में सुधार में वक्त लग सकता है.

इस जिले और प्रांत के बुनकर मीडिया के माध्यम से बिलजी के फ्लैट रेट बहाल होने की खबर मिलते ही एक दूसरे को बधाई देने लगे. यह सिलसिला फोन और सोशल मीडिया पर भी बना हुआ है.

बुनकर इसे अपने लिए ईद का तोहफा मान रहे हैं. तरावीह नमाज खत्म होने पर बुनकर अधिकार संगठन के अध्यक्ष तफजुल हुसैन अंसारी ने सभी कार्यकर्ताओं और बुनकरों को बधाई दी.

उन्होंने एक बैठक में खुशी जाहिर की और एक दूसरे को मिठाई खिलाकर उत्तर प्रदेश सरकार का धन्यवाद अदा किया.मीडिया से बात करते हुए तफजुल हुसैन ने कहा कि पूरे सूबे के बुनकरों की तीन साल की मेहनत रंग लाई. वे पुराने नियम लागू कराने के लिए लगातार संघर्षरत थे.

उन्होंने कहा कि मैं व्यक्तिगत रूप से मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से लंबे समय तक मिलता रहा. इस बीच कई उर्जा मंत्री बदले गए. फिर भी संघर्ष चलता रहा. इसका इनाम अब हमें मिला है. सभी बुनकर बहुत खुश हैं. मुख्यमंत्री योगी,विभाग के मंत्रियों और अधिकारियों को इस उम्मीद के साथ धन्यवाद देते हैं कि सरकार द्वारा जो फ्लैट रेट 800 निर्धारित किया गया है वह कायम होगा.

उन्होंने कहा कि हम बुनकर नेता इस बात को लेकर काफी चिंतित थे कि इतनी मेहनत के बाद फ्लैट रेट बहाल नहीं हुआ तो बंुकर क्या करेंगे. जुलाहे कर्ज कहां से चुकाएंगे? साथ ही उसे सभी विरोधियों से हर तरह का उपहास भी झेलना पड़ रहा था.

संगठन के हफीजुर रहमान, मोहम्मद मेराज, प्रधान अब्द लतावाब अंसारी, नजामुल हसन, शिफाउद्दीन, इस्लामुद्दीन, मोहम्मद मिन्हाज ने भी बिजली के फ्लैट रेट बहाल होने पर खुशी जाहिर की है. उन्होंने कहा कि जब बिजली बकाया के बारे में सोचते थे तो रात में नमाज पढ़ना हराम हो जाता था. अब एक बड़ी समस्या का समाधान कर दिया गया. सरकार ने घोषणा की है कि मार्च 2023 तक बुनकरों का बिजली बिल पहले की दर से भरा जाएगा. इससे सभी गरीब बुनकरों के चेहरे पर मुस्कान आ गई है.