रमजान को दुबई में भीख मांगने का धंधा बनाने वाले116 लोग धरे गए
मुस्लिम नाउ ब्यूरो, दुबई
दुबई पुलिस ने रमजान के पहले पखवाड़े में भीख मांगने के आरोप मंे 116 लोगों को पकड़ा है. बताया गया कि रमजान शुरू होते ही यहां भिखारियों की फौज मंडराने लगी है.
पुलिस सामान्य विभाग के निदेशक मेजर जनरल जमाल सलेम अल-जल्लाफ ने बताया कि फाइट बेगिंग अभियान के तहत रमजान के पवित्र महीने के पहले पखवाड़े मंें 116 भिखारी धरे गए, जिनमें 57 पुरुष और 57 महिलाएं. उनके द्वारा एकत्र धन भी जब्त कर लिया गया.
मेजर जनरल अल-जल्लफ ने जोर देकर कहा कि भिखारी अवैध रूप से पैसा इकट्ठा करने के लिए रमजान के पवित्र महीने और धार्मिक भावनाओं का फायदा उठाते हैं. वे लोगों को धोखा देते हैं और पवित्र महीने में रोजा रखने वालों की भावनाओं का फायदा उठाते हैं.
बताया गया कि दुबई पुलिस ने जिन्हें गिरफ्तार किया है, उनमें दो भाई ऐसे हैं, जिन्होंने भीख के पैसे से दो बहनों की शादी की है. एक बहन के हाल में हाथ पीले किए गए हैं.
उन्होंने कहा कि पुलिसकर्मियों ने दो भाइयों और उनकी पत्नियों को एक मस्जिद के पास राहगीरों से भीख मांगते पकड़ा. वे खुद को एक विकलांगता जोड़ा बता रहे थे, पर जांच में सच्चाई सामने आ गई. दोनों में से कोई विकलांग नहीं था.
मेजर जनरल अल-जल्लफ ने लोगों से भिखारियों के प्रति दया और सहानुभूति नहीं दिखाने और कॉल सेंटर पर उनकी मौजूदगी की जाकरी पुलिस एजेंसियों को देने की अपील की है. साइबर अपराध की धाराओं के तहत दुबई पुलिस और सेवा (ई-क्राइम) मुकदमा दर्ज कर रही है.
मेजर जनरल जमाल अल-जल्लफ ने बताया कि ऐसे आधिकारिक निकाय, धर्मार्थ संगठन और संस्थाएं हैं जिनसे कोई भी वित्तीय सहायता का अनुरोध कर सकता है. मगर इसके लिए जरूरतमंद लोगों को अपनी दलीलों एवं सबूतों से खुद को साबित करना होगा कि उन्हें आवश्यकता की पूर्ति के लिए पैसे चाहिए. नहीं मिलने पर उन्हें भी भीख मांगने को मजबूर होना पड़ेगा. यह मामला अनुच्छेद के अनुसार दंडनीय अपराध है.भिक्षावृत्ति का मुकाबला करने एवं उन्हें रेफर करने के संबंध में 2018 का 9 खत्म कर दिया गया ह.ै
सामान्य विभाग में घुसपैठियों के विभाग के निदेशक कर्नल अली सलेम ने पुष्टि की कि दुबई पुलिस द्वारा भीख मांगना करुणा की एक गलत धारणा है, के नारे के तहत भीख मांगने वालों के विरूद्ध अभियान शुरू किया है. रमजान के पवित्र महीन को देखते हुए भिखारियों को सबक सिखाने के लिए संवेदनशील स्थानों पर गश्त तेज कर दी गई है.
उन्होंने जोर देकर कहा कि भीख मांगने की घटना समाज की सुरक्षा और इसके सदस्यों के जीवन और संपत्ति को खतरे में डालती है. इससे देश की छवि को भी नुकसान पहुंचाती है.