कुरान अल्लाह की किताब, इसे मजबूती से थामना जरूरीः मौलाना अयाज मदिनी
अबू शाहमा अंसारी, बारा बंकी
हाफिज शाहबाजलम, हाफिज मुहम्मद अरशद और हाफिज मुहम्मद परवेज ने संयुक्त रूप से कस्बा रसूली, मोहल्ला कटरा की बांकी पलवारी वाली मस्जिद में अंतिम दिन तरावीह में पवित्र कुरान पूरा किया. तीनों मदरसा जामिया मदीनत उलूम रसूली के छात्र हैं. उन्होंने रमजान से पहले पवित्र कुरान हिफज किया था.
खत्म कुरान के मौके पर जामिया के मौलाना मुहम्मद अयाज मदिनी ने नमाजियों को संबोधित करते हुए कहा कि पवित्र कुरान पढ़ने वाले भाग्यशाली हैं. इसे बार-बार पढ़ना चाहिए. उसकी शिक्षाओं के बारे में सोचंे. उसे अपना सर्वश्रेष्ठ मार्गदर्शक मानें. करान से मार्गदर्शन और आशीर्वाद लें.
उन्हांेने कहा कि हर मुसलमान को बार-बार पवित्र कुरान पढ़ना चाहिए. अच्छे से नमाज पढ़ें. अल्लाह भी वही चाहता है जो द ुआ करने वाला चाहता है. अपने को बुरे कामों से दूर रखें. इससे पिछली जातियां नष्ट हो चुकी हैं. दिल सख्त है तो उसे नर्म करने का तरीका कुरान करीम को बार-बार पढ़ना है.
उन्हांेने कहा कि पवित्र कुरान अल्लाह की किताब है. इसे मजबूती से पकड़ना बहुत जरूरी है. मौलाना अयाज मदिनी ने आगे कहा कि जो लोग पवित्र कुरान को मजबूती से थामे रहते हैं. अल्लाह तआला उनके ओहदे और मुकाम को बुलंद करते हैं. वे दुनिया में सम्मान भी प्राप्त करते हैं. आखिरत में वो जन्नत में दाखिल होंगे. जो कुरआने करीम की तिलावत और तालीम से दूर है. अपनी इच्छा के अनुसार जीवन व्यतीत करते हैं. अल्लाह ऐसे लोगों को इस दुनिया में जलील करता है. पवित्र कुरान की तिलावत ही इनाम और इनाम का स्रोत है.