ईद से पहले, यूपी सरकार ने सड़कों पर धार्मिक आयोजनों को कहा ना
मुस्लिम नाउ ब्यूरो,लखनऊ
उत्तर प्रदेश सरकार ने ईद और अक्षय तृतीया जैसे आगामी त्योहारों के मद्देनजर बुधवार को राज्य में कार्यक्रम आयोजित करने के संबंध में निर्देश जारी किए और आदेश दिया कि सड़क और यातायात बाधित कर कोई भी धार्मिक आयोजन नहीं किया जाए.
एक आधिकारिक विज्ञप्ति में कहा गया है कि प्रधान सचिव (गृह) संजय प्रसाद, पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) आर के विश्वकर्मा और अन्य वरिष्ठ अधिकारियों ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से राज्य में तैनात सभी फील्ड अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक की और आवश्यक दिशा-निर्देश जारी किए.
डीजीपी विश्वकर्मा ने कहा कि धार्मिक स्थलों की सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम हों और संवेदनशील इलाकों में अतिरिक्त पुलिस बल तैनात किया जाए.प्रसाद ने फील्ड में तैनात सभी संबंधित अधिकारियों को निर्देशित किया कि वे सुनिश्चित करें कि धार्मिक कार्यक्रम, पूजा-पाठ आदि सुचारू रूप से निर्धारित स्थानों पर ही हो. विज्ञप्ति में कहा गया है कि किसी भी हालत में सड़क और यातायात बाधित कर कोई धार्मिक आयोजन नहीं होना चाहिए.
बताया गया कि अतीत में, हम ऐसा करने में सक्षम रहे हैं. इस साल भी हमें यही प्रयास करना है.विज्ञप्ति के अनुसार बिना अनुमति के कोई भी धार्मिक जुलूस या अन्य कोई जुलूस नहीं निकाला जाना चाहिए. इसमें कहा गया है कि केवल उन्हीं धार्मिक जुलूसों को अनुमति दी जानी चाहिए जो पारंपरिक हों और नए आयोजनों को अनावश्यक अनुमति नहीं दी जानी चाहिए.
प्रमुख सचिव ने अधिकारियों को सोशल मीडिया के बारे में सतर्क रहने और फर्जी समाचार फैलाने के उद्देश्य से किसी भी प्रयास पर तत्काल प्रतिक्रिया सुनिश्चित करने के लिए भी कहा है. उन्हांेने कहा कि एक वरिष्ठ अधिकारी को अफवाह,फर्जी खबरों का खंडन करना चाहिए.
राज्य के प्रत्येक नागरिक की सुरक्षा हम सभी की प्राथमिक जिम्मेदारी है. रमजान का महीना चल रहा है. ईद-उल-फितर, अक्षय तृतीया और परशुराम जयंती 22 अप्रैल को एक ही दिन मनाए जाने की संभावना है. मौजूदा माहौल को देखते हुए पुलिस को अतिरिक्त सावधानी बरतनी होगी.
कहा गया कि शरारती बयान देने वालों से सख्ती से निपटें. राज्य में शांतिपूर्ण माहौल को नुकसान पहुंचाने की कोशिश करने वाले अराजक तत्वों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जानी चाहिए.डीजीपी विश्वकर्मा ने सभी जोन,रेंज,जिला स्तर के अधिकारियों से आगामी त्योहारों के लिए की गई तैयारियों का विवरण लिया और निर्देश दिए कि भीड़भाड़ वाले इलाकों में पुलिस बल लगातार पेट्रोलिंग करे और इसमें वरिष्ठ अधिकारी भी शामिल हों.