MANUU की ताजा खबरें: कुलपति ने जारी किया टीयूडब्ल्यूजेएफ नेशनल कांफ्रेंस का पोस्टर, यूजीसी नेट जेआरएफ उत्तीर्ण छात्रों को बधाई
मुस्लिम नाउ ब्यूरो,हैदराबाद
तेलंगाना उर्दू वर्किंग जर्नलिस्ट फेडरेशन (टीयूडब्ल्यूजेएफ) के एक प्रतिनिधिमंडल ने कल शाम मौलाना आजाद नेशनल उर्दू यूनिवर्सिटी का दौरा किया और कुलपति प्रो. सैयद ऐनुल हसन ने इस मौके पर नेशनल कांफ्रेंस का पोस्टर जारी किया.टीयूडब्ल्यूजेएफ 28 मईको हैदराबाद में उर्दू वर्किंग जर्नलिस्ट ऑफ इंडिया के लिए एक दिवसीय पहले राष्ट्रीय सम्मेलन का आयोजन कर रहा है. प्रतिनिधिमंडल ने सम्मेलन के उद्घाटन सत्र के लिए कुलपति को अतिथि के रूप में आमंत्रित किया.
इस मौके पर हबीब अली अल-जिलानी, संयोजक सम्मेलन, सैयद गौस मोहिउद्दीन, महासचिव, एमए कादिर फैसल, उपाध्यक्ष, सैयद अजमत अली शाह, उपाध्यक्ष और मोहम्मद जुबैर उपस्थित थे.टीयूडब्ल्यूजेएफ के अनुसार तेलंगाना और अन्य राज्यों से बड़ी संख्या में उर्दू पत्रकारों के सम्मेलन में भाग लेने की उम्मीद है.
सम्मेलन में भाग लेने के लिए उर्दू पत्रकार 25 मई से पहले ऑनलाइन गूगल फॉर्म जमा कर सकते हैं या फोन नंबर 9666306933, 9885157378, 9985937610 पर संपर्क किया जा सकता है.
एनसीसी यूनिट में जी-20 पर प्रश्नोत्तरी प्रतियोगिता
मौलाना आजाद नेशनल उर्दू यूनिवर्सिटी सब यूनिट हैदराबाद ग्रुप, ने जी 20 यूनिवर्सिटी कनेक्ट प्रोग्राम के हिस्से के रूप में एक विशेष व्याख्यान और प्रश्नोत्तरी प्रतियोगिता आयोजित किया.
डॉ यूसुफ खान, प्रिंसिपल पॉलिटेक्निक, हैदराबाद ने अपने व्याख्यान के माध्यम से भारत द्वारा जी 20 प्रेसीडेंसी के महत्व और निहितार्थ के बारे में बताया. शिक्षा मंत्रालय द्वारा परिचालित जी20 संबंधित पठन सामग्री पर एक प्रश्नोत्तरी कार्यक्रम भी आयोजित किया गया. कार्यक्रमों में मानू एनसीसी कैडेट (लड़के और लड़कियां) और छात्रों ने भाग लिया.
डॉ एम.ए. सिकंदर, एनसीसी समन्वयक ने कार्यक्रमों की अध्यक्षता की. मो. अब्दुल मुजीब, सहयोगी एनसीसी अधिकारी, मानू ने धन्यवाद प्रस्ताव रखा.
यूजीसी नेट जेआरएफ उत्तीर्ण छात्रों को बधाई
मौलाना आजाद नेशनल उर्दू यूनिवर्सिटी (एमएएनयूयू) के स्कूल ऑफ एजुकेशन एंड ट्रेनिंग ने कल यूजीसी नेट जेआरएफ पास करने वाले शिक्षा एवं प्रशिक्षण विभाग के छात्रों को सम्मानित करने के लिए एक कार्यक्रम आयोजित किया. उन्हें प्रमाण पत्र व मेडल देकर सम्मानित किया गया.
प्रो ऐनुल हसन ने अपने अध्यक्षीय भाषण में कहा कि उर्दू भाषा किसी भी भाषा के साथ अच्छी तरह से मिल सकती है और उर्दू माध्यम से शिक्षा प्राप्त करने वाले छात्र न केवल राष्ट्रीय बल्कि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी अपनी पहचान बना सकते हैं.
प्रो इश्तियाक अहमद, रजिस्ट्रार व प्रो. शुगुफ्ता शाहीन, ओएसडी-सम्मानित अतिथि थीं. प्रो सिद्दीकी मो. महमूद, डीन, स्कूल ऑफ एजुकेशन एंड ट्रेनिंग और ओएसडी ने नेतृत्व कार्यशाला सह संगोष्ठी की एक संक्षिप्त रिपोर्ट प्रस्तुत की. कार्यशाला में भाग लेने वालों को प्रमाण पत्र व पुरस्कार भी वितरित किए गए.
विभागाध्यक्ष प्रो मोहम्मद मोशहिद ने स्वागत भाषण दिया.छात्र-छात्राओं ने विश्वविद्यालय तराना एवं प्रेरक गीत की प्रस्तुति किया. डॉ. मुजफ्फर हुसैन खान, एसोसिएट प्रोफेसर एमएस राबिया इस्माइल ने धन्यवाद ज्ञापित किया, जबकि कार्यक्रम का संचालन डा रुबीना ने किया. डॉ शकीरा परवीन, डॉ. नौशाद हुसैन (समन्वयक), डॉ. उम्मे सलमा, मो. अशरफ नवाज, मो. जहांगीर आलम, मो. मो. गुफरान बरकतली और डॉ. शेख एहतेशाम भी कार्यक्रम में मौजूद थे.