जॉर्डन की शाही शादी: क्राउन प्रिंस हुसैन बिन अब्दुल्ला द्वितीय भव्य समारोह में सऊदी नागरिक रजवा अल-सैफ के हुए
मुस्लिम नाउ ब्यूरो,अम्मान
जॉर्डन के क्राउन प्रिंस हुसैन बिन अब्दुल्ला द्वितीय एक भव्य समारोह में निकाह के बाद सऊदी नागरिक रजवा अल-सैफ के हो गए. इसके साथ ही अब रजवा अल-हुसैन राजकुमारी से जानी जाएंगी.
गुरुवार को अम्मान के जहरान पैलेस में, शादी से पहले जोड़े ने भव्य स्वागत मोटरसाइकिल के साथ अल-हुसैनिया पैलेस की यात्रा की.इस मौके पर शाही दुल्हा और दुल्हन ने एली साब और डायर के डिजाइनर वस्त्र पहने थे.रानी रानिया ने खूबसूरत डायर गाउन पहना था.
मजहबी समारोह जहरान पैलेस में आयोजित किया गया, जहां राजकुमार के माता-पिता, राजा अब्दुल्ला द्वितीय और रानी रानिया – ने 1993 में शादी की थी. इस समारोह में लगभग 140 मेहमानों ने भाग लिया, जिनमें रॉयल हाशमाइट परिवार के सदस्य, शाही परिवार और राज्य के प्रमुख शामिल थे. अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन और यूएस फर्स्ट लेडी जिल बाइडेन ने तो सोशल मीडिया पर बधाई संदेश भी शेयर किया.
मेहमानों में ब्रिटेन के राजकुमार और वेल्स की राजकुमारी विलियम केट मिडलटन सहित दुनिया भर के गणमान्य व्यक्ति और रॉयल शामिल हुए. इसके अलावा शाही जोड़े को यूएस फर्स्ट लेडी जिल बिडेन, कतर की शेखा मोजा बिन्त नासिर, मलेशिया के राजा और रानी, नीदरलैंड के राजा और रानी, किंग जुआन कार्लोस और स्पेन की रानी सोफिया, लक्जमबर्ग के राजकुमार सेबास्टियन, क्राउन प्रिंस फ्रेडरिक और डेनमार्क की क्राउन राजकुमारी मैरी, स्वीडन की क्राउन प्रिंसेस विक्टोरिया और वैस्टरगोटलैंड के ड्यूक प्रिंस डेनियल हाकोन, नॉर्वे के क्राउन प्रिंस हिसाको, राजकुमारी ताकामाडो और उनकी बेटी, जापान के ताकामाडो की राजकुमारी त्सुगुको व अन्य लोगों का आर्शीवाद और मुबारकबाद प्राप्त था.
निकाह के बाद दुल्हन 1968 के रोल्स-रॉयस फैंटम वी में महल में पहुंची, जिसे दिवंगत रानी जीन अल-शराफ के लिए बनवाया गया था. इस महल को क्राउन प्रिंस के छोटे भाई, प्रिंस हाशम बिन अब्दुल्ला द्वितीय और राजकुमारी सलमा बिन्त अब्दुल्ला द्वितीय द्वारा सुरक्षित रखा जा रहा है. प्रिंस हाशम अल-सैफ को गजेबो तक ले गए जहां इस्लामी विवाह समारोह हुआ.
समारोह के दौरान, दूल्हा और दुल्हन ने शादी के अनुबंध पर हस्ताक्षर किए. रॉयल हैशमाइट कोर्ट के इमाम डॉ. अहमद अल-खलेलेह ने समारोह की अध्यक्षता की. उन्होंने ही जोड़े का निकाह करवाया. इसके बाद कई महिलाओं ने जगरौटा यानी पारंपरिक उल्लास प्रदर्शित किया.बाद में शाही काफिला 10 किमी का सफर तय कर पार्टी स्थल पर पहुंचा. वे 1984 के रेंज रोवर में रिसेप्शन पार्टी में पहुंचे.
काफिले के साथ आठ मोटरसाइकिलें 1980 के दशक के लैंड रोवर्स और 11 लाल बीएमडब्ल्यू मोटरसाइकिलें शामिल थीं. यह रॉयल कॉन्वॉय यूनिट है, जो रॉयल गार्ड्स के नाम से जानी जाती हैं. रिसेप्शन पार्टी मंे जॉर्डन सशस्त्र बल के बैंड ने संगीत कार्यक्रम का प्रदर्शन किया.
जॉर्डन सशस्त्र बल संगीत बैंड द्वारा दूल्हा और दुल्हन के आगमन की घोषणा जफह के साथ की गई. बैंड के सभी सदस्यों ने अपनी पूरी पोशाक वाली वर्दी के अलावा लाल और सफेद पारंपरिक हेडड्रेस पहना हुआ था. यहां पहुंचकर युगल जोड़ा जॉर्डन जाफेह में सबका अभिवादन लेता हुआ मंच की ओर बढ़ा. यहां परिवार सहित 1,700 से अधिक मेहमानों ने उनका स्वागत किया. इसके बाद स्थानीय और क्षेत्रीय गायकों, संगीत समूहों, जॉर्डन के बैंड, राष्ट्रीय ऑर्केस्ट्रा और लोक नृत्य मंडलों द्वारा कई तरह के कार्यक्रम पेश किए गए.
بالنيابة عن الولايات المتحدة، يتمنى الرئيس والسيدة الأولى لصاحبّي السمو الملكي عمراً مديداً بالسعادة. ألف مبروك!
— U.S. Embassy Jordan (@USEmbassyJordan) June 1, 2023
On behalf of the United States, the President, and First Lady wish their Royal Highnesses a lifetime of happiness. Alf Mabrouk!#نفرح_بالحُسين #CelebratingAlHussein… pic.twitter.com/pB6Jn0PW94
रॉयल हाशमाइट कोर्ट के अनुसार, अल-हुसैनिया पैलेस में स्वागत स्थान को जॉर्डन की परंपराओं, शिल्प कौशल और देश के प्राकृतिक परिवेश को प्रदर्शित करने के लिए डिजाइन किया गया था. शाही जोड़े के आगमन पर जॉर्डन के एक 20 मीटर लंबा हाथ से बुना हुआ बेडौइन गलीचा बिछाया गया था. इसे विशेष रूप से मडाबा के मुकाविर गांव में बानी हमीदा महिला बुनाई परियोजना द्वारा बनाया गया था.