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145 महिला हज यात्रियों की पहली उड़ान केरल के करीपुर से रवाना, पायलट-को-पायलट सभी महिलाएं

मुस्लिम नाउ ब्यूरो , मलप्पुरम (केरल)

केंद्रीय अल्पसंख्यक मामलों के राज्य मंत्री जॉन बारला की मौजूदगी में गुरुवार को करीपुर के कालीकट अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे से केरल की महिला हज यात्रियों से भी भरे पहले जहाज ने उड़ान भरी. विमान की पायलट और चालक दल सभी महिलाएं हैं.

बारला ने पहली उड़ान के लिए फ्लैग-ऑफ किया और बोर्डिंग पास वितरण किए. ऐसा पहली बार हुआ है कि केरल से हज के लिए सिर्फ महिलाओं की फ्लाइट रवाना की गई है. एयर इंडिया एक्सप्रेस की फ्लाइट करीपुर से शाम 6.45 बजे रवाना हुई. मेहरम या पुरुष साथी के बिना महिला हज यात्रियों के लिए केरल से पहली ऐसी उड़ान रवाना हुई. इसमें 145 महिला हज यात्री सवार हैं. जबकि चालक दल में छह महिलाए हैं.

बरला ने कहा कि केवल महिलाओं के लिए उड़ान देश में महिला सशक्तिकरण का शानदार नमूना है. उन्हांेने हज यात्रियों से अनुरोध किया कि वे हज के दौरान देश की सुरक्षा और प्रगति के लिए प्रार्थना करें.

विमान में यात्रा करने वाली 145 महिला तीर्थयात्रियों के अलावा विमान को उड़ाने वाली पायलट और विमान के अन्य चालक दल के सदस्यों के साथ सभी स्तरों पर प्रेषण, उड़ान संचालन, लोडिंग, सफाई, इंजीनियरिंग, जमीनी सेवा और अन्य संबंधित गतिविधियां महिलाओं द्वारा किया गया, जो इस यात्रा को अलग बनाता है.

मंत्री ने टीम की सबसे वरिष्ठ सदस्य 76 वर्षीय जुलेखा को बोर्डिंग पास देकर वितरण का उद्घाटन किया.मंत्री ने राज्य हज कमेटी द्वारा हज यात्रियों के लिए की गई इस नई व्यवस्था के प्रति प्रसन्नता व्यक्त की.करीपुर हवाई अड्डे से जाने वाली महिला तीर्थयात्रियों के लिए सोमवार तक ग्यारह उड़ानें निर्धारित की गई हैं. बिना महरम श्रेणी की 1,595 महिला तीर्थयात्री ग्यारह उड़ानों में कई दिनों तक प्रस्थान करेंगी.

इस साल केरल से 2,733 महिलाएं बिना महरम महिला श्रेणी से हज के लिए जा रही हैं. इसमें से 1718 करीपुर, 563 कोच्चि और 452 कन्नूर इम्बार्केशन पॉइंट से होकर प्रस्थान करेंगी.मलप्पुरम जिले के नेदियरुप की मूल निवासी इस साल की सबसे बुजुर्ग महिला हज यात्री खदिअम्मा (87) 10 जून को सुबह 4.20 बजे उड़ान से रवाना होंगी.

गुरुवार को फ्लाइट 3021 से 69 पुरुष और 76 महिलाओं ने सुबह नौ बजे करीपुर से उड़ान भरी.कन्नूर हवाई अड्डे से दोपहर 71 पुरुषों और 74 महिलाओं ने यात्रा की.कोच्चि से दूसरी फ्लाइट शुक्रवार को 11.30 बजे रवाना होगी.

आंध्र प्रदेश में मुख्यमंत्री जगन मोहन रेड्डी ने गुरुवार को यहां हज हाउस में मक्का के लिए रवाना होने वाले मुसलमानों के जत्थे से मुलाकात की और कहा कि सरकार ने एक हज समिति नियुक्त की है जो हज यात्रियों के साथ परेशानी मुक्त यात्रा सुनिश्चित करने के लिए है.

यह पहली बार है जब हज यात्री विजयवाड़ा आरोहण स्थल से हज के लिए रवाना होंगे. उन्हें शुभकामनाएं देते हुए मुख्यमंत्री ने कहा, उपमुख्यमंत्री अमजद बाशा, आपके साथ हैं, आपकी देखभाल करेंगे और किसी भी जरूरत के मामले में मुझे सूचित करेंगे.

बता दें कि हर साल, दुनिया भर में लाखों मुसलमान हज के नाम से जाने जाने वाले मक्का-मदीना की पवित्र तीर्थ यात्रा करते हैं. यह आध्यात्मिक यात्रा विश्वासियों के जीवन में अत्यधिक महत्व रखती है, जो अल्लाह से जुड़ने, क्षमा मांगने और उनके विश्वास को मजबूत करने का अवसर प्रदान करती है. मीना की ओर चलने वालों में शामिल होने की हार्दिक इच्छा, भीड़ के साथ लबाइक गूंजना, और हज की रस्में करना अनगिनत व्यक्तियों द्वारा साझा की गई भावना है.

हज एकता की एक अनूठी अभिव्यक्ति है, क्योंकि विविध पृष्ठभूमि, संस्कृतियों और राष्ट्रों के मुसलमान एक साथ इबादल करने के लिए मक्का की पवित्र भूमि में इकट्ठा होते हैं. जीवन के विभिन्न क्षेत्रों के लोगों को एक समान उद्देश्य की ओर बढ़ते हुए देखना, अपने मतभेदों को दूर करना और एक दूसरे को गले लगाना एक उल्लेखनीय दृश्य है.