केरल के शिहाब छोटूर 12 महीने की पैदल यात्रा कर हज के लिए भारत से मक्का पहुंचे
मुस्लिम नाउ ब्यूरो, नई दिल्ली
आखिरकार, केरल के शिहाब छोटूर केरल से 8600 किलोमीटर से अधिक की पैदल दूरी तय कर हज के लिए सऊदी अरब के मक्का पहुंचे गए.शिहाब भारत, पाकिस्तान, ईरान, इराक और कुवैत से होते हुए 12 महीने और 5 दिनों में 7 जून को सऊदी अरब पहुंचे.उन्होंने पिछले साल 2 जून को केरल के मलप्पुरम जिले में कोट्टक्कल के पास अथवनाड से पैदल यात्रा की शुरुआत की थी.
एक सुपरमार्केट चलाने वाले शिहाब छोटूर प्राचीन काल में केरल से मक्का तक पैदल यात्रा करने वाले लोगों की कहानियां सुनकर बड़े हुए थे. अब उन्होंने उसी कहानी को साकार किया है.सऊदी अरब में प्रवेश करने के बाद, छोटूर मदीना गए, जहां पैगंबर मुहम्मद को आराम करने के लिए रखा गया था. मक्का जाने से पहले उन्होंने शहर में 21 दिन बिताए.
छोटूर ने हर दिन औसतन 25 किलोमीटर की दूरी तय की. हालांकि, सऊदी अरब पहुंचने पर हर दिन कम से कम 60 किलोमीटर पैदल चले.छोटूर ने 9 दिनों में मदीना और मक्का के बीच 440 किलोमीटर की दूरी तय की. वह अपनी मां जैनबा के केरल से आने के बाद हज यात्रा करेंगे.
सऊदी अरब के टीवी चैनल अल-एखबरिया को दिए एक इंटरव्यू में छोटूर ने खुलासा किया कि उनका सफर आसान नहीं था.सितंबर में जब वह वाघा सीमा, पंजाब पहुंचे, तो उन्हें पाकिस्तान के अधिकारियों ने रोक दिया. उनके पास वीजा नहीं था. फिर उन्होंने ट्रांजिट वीजा के लिए आवेदन किया और पूरी प्रक्रिया में कई महीने लग गए.उन्होंने कहा कि इस दौरान वह आफियाह किड्स स्कूल, खासा, अमृतसर, पंजाब में ठहरे हुए थे.
فيديو | "واجهت حيوانات مفترسة وبرد قارص"
— قناة الإخبارية (@alekhbariyatv) June 8, 2023
رحال هندي يتخطى الصعوبات بعد رحلة سنة و17 يوما حتى وصوله إلى مكة سيرا على الأقدام #نشرة_النهار#الإخبارية pic.twitter.com/URhP6AVvnO
फरवरी 2023 में वह ट्रांजिट वीजा प्राप्त करने में कामयाब रहे. पाकिस्तान में प्रवेश करने और छोटे से ब्रेक के बाद सऊदी अरब की अपनी यात्रा फिर से शुरू की.चार महीने बाद छोटूर हज के लिए अपने गंतव्य पर पहुंचे.उन्हें जिन कठिनाइयों का सामना करना पड़ा, उनमें ईरान में ठंड के मौसम के अलावा कुछ शिकारी जानवर भी थे.
अपनी यात्रा के माध्यम से वह क्या संदेश देना चाहते हैं ? इस संबंध में उन्होंने कहा, जिसके पास अच्छे इरादे हैं, वह अपने लक्ष्य तक पहुंच सकता है.