पटना में विपक्षी दलों की एकजुटता से बौखलाया सत्ता पक्ष, हमले किए तेज, आगे की रणनीति के लिए शिमला में बैठक
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मुस्लिम नाउ ब्यूरो, पटना /नई दिल्ली
समस्त बड़े विपक्षी दलों की पटना में हुई सफल बैठक से सत्ता पक्ष बौखला गया है. इसे लेकर आईटी सेल सोशल मीडिया के माध्यम से विपक्ष दलों की बैठक को ‘नापाक गठबंधन’ बता रहा है, उपराष्ट्रपति धनखड़, गृह मंत्री अमित शाह, पार्टी अध्यक्ष जेपी नड्डा, केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी सरीखे तमाम बड़े नेता हमलावर हो गए हैं. सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी के बैठक को लेकर तीखे तेवर देखकर लगता है कि एकजुटता से बुरी तरह घबराई हुई है.
केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने पटना में हुई विपक्षी दलों की बैठक को लेकर सीधा हमला बोलते हुए कहा कि यह स्वार्थ का गठबंधन है. कहा कि इस बैठक का निशाना मोदी नहीं, बल्कि भारत की तिजोरी है. उन्होंने कहा कि इन दलों के निशाने पर हिंदुस्तान है. जब भी ये राजनीतिक दल साथ आएं हैं , अपने साथ भ्रष्टाचार और परिवारवाद लाए हैं. राष्ट्र की आर्थिक प्रगति को संकुचित करने का अपने संग आरोप लेकर आए.
उन्होंने कहा कि एक-दूसरे को फूटी आंख तक नहीं सुहाने वाले दल भारत को आर्थिक प्रगति से वंचित करने के संकल्प के साथ इकट्ठे हुए हैं. स्वार्थ का यह गठबंधन बहुमुखी है. अलग-अलग शैली में संवाद करता है.
आम आदमी पार्टी के रुख पर तंज कसते हुए स्मृति ईरानी ने कहा कि इसका गठबंधन की शुरूआत में ही पॉलिटिकल ब्लैकमेलिंग करना, इस बात का संकेत है कि इस अनहोली अलायंस के साथ क्या अनहोनी होने वाली है.
महबूबा मुफ्ती द्वारा कश्मीर को लेकर की गई मांग के बारे में पूछे गए सवाल का जवाब देते हुए ईरानी ने कहा कि इस बात का जवाब सोनिया गांधी को देना चाहिए. उन्हें स्पष्ट करना चाहिए कि क्या सोनिया गांधी या उनका परिवार पुनः भारत का विभाजन चाहता है ?
स्मृति ईरानी ने कहा कि अगर ममता बनर्जी में थोड़ा भी स्वाभिमान बचा होगा तो वह कम्युनिस्ट पार्टी के साथ कभी भी समझौता नहीं करेंगी. अगर वह समझौता करेंगी तो इसका मतलब होगा कि उनका राजनीतिक स्वार्थ, उनके व्यक्तिगत स्वाभिमान से बढ़कर है. उन्होंने कहा कि जिनका जागरण उत्तर प्रदेश में न हुआ हो, वो बिहार में जाकर नवजागरण की बात करें, यह हास्यास्पद है.
स्मृति ईरानी ने तृणमूल कांग्रेस और कम्युनिस्ट पार्टी के आपसी संबंध, तृणमूल कांग्रेस और कांग्रेस पार्टी के आपसी संबंध, राहुल गांधी को लेकर दिए गए ममता बनर्जी के बयान, सोनिया गांधी को लेकर दिए गए शरद पवार के बयान, कांग्रेस द्वारा डीएमके पर राजीव गांधी की हत्या के षड्यंत्र में शामिल होने के लगाए गए आरोप, ममता बनर्जी द्वारा लालू यादव के खिलाफ लाए गए श्वेतपत्र समेत कई वाक्यों, घटनाओं और बयानों का जिक्र करते हुए यह साबित करने का भी प्रयास किया कि पटना में बैठक करने वाले दलों के बीच आपस में कितना टकराव और अंतर्विरोध है.
बैठक को लेकर अमित शाह और जेपी नड्डा का जोरदार हमला
2024 में होने वाले लोकसभा चुनाव में नरेंद्र मोदी को हराकर सत्ता से बाहर करने के लक्ष्य को लेकर बिहार की राजधानी पटना में विपक्षी दलों की बड़ी बैठक हुई.लेकिन, विपक्षी एकता की इस बड़ी कोशिश पर कटाक्ष करते हुए भाजपा राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने बैठक में शामिल दलों पर जोरदार हमला बोला है.
पटना की बैठक में जम्मू कश्मीर से नेशनल कॉन्फ्रेंस के उमर अब्दुल्ला और पीडीपी की महबूबा मुफ्ती शामिल हुईं. उसी जम्मू से विपक्षी नेताओं की बैठक पर कटाक्ष करते हुए केंद्रीय मंत्री अमित शाह ने कहा कि आज पटना में एक फोटो सेशन चल रहा है. सारे विपक्ष के नेता एक मंच पर साथ आ रहे हैं और संदेश देना चाहते हैं कि वे एनडीए और मोदी को चैलेंज करेंगे. सभी को कहना चाहते हैं कि कितना भी हाथ मिला लें, इनकी एकता संभव नहीं है. अगर हो भी गई तो जनता 2024 में 300 से ज्यादा सीटें जिताकर मोदी को फिर से प्रधानमंत्री बनाने जा रही है.
अमित शाह ने राहुल गांधी के स्वभाव पर निशाना साधते हुए कहा कि धारा-370 हटानी है, तो विरोध करेंगे, राम मंदिर बनाना है, तो विरोध करेंगे, तीन तलाक हटाना है, तो विरोध करेंगे. विरोध करते-करते राहुल गांधी का स्वभाव ही विरोध का बन गया है.
वहीं, ओडिशा की धरती से भाजपा राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने पटना बैठक की मेजबानी करने वाले बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, पूर्व मुख्यमंत्री लालू यादव और बैठक में मौजूद रहने वाले महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे पर जमकर निशाना साधा.
जेपी नड्डा ने कहा कि आज उन्हें बड़ा आश्चर्य हुआ. ये विपक्षी बिहार में गलबहियां कर रहे हैं. लेकिन, ये भूल गए कि लालू प्रसाद यादव को राहुल गांधी की दादी ने 22 महीने के लिए जेल में डाला था. नीतीश कुमार 20 महीने के लिए जेल की सलाखों के पीछे थे.
उन्होंने कहा कि आज पटना की धरती पर जब उन्होंने राहुल गांधी का स्वागत करते हुए उनकी तस्वीरें देखी तो उन्हें लगा कि राजनीति में क्या से क्या हो गया.
जेपी नड्डा ने कहा कि उद्धव ठाकरे के पिता हिंदू हृदय सम्राट बाला साहेब ठाकरे कहा करते थे कि वे शिवसेना को कांग्रेस नहीं बनने देंगे. अगर उन्हें कांग्रेस से हाथ मिलाना पड़े तो वे अपनी दुकान बंद कर देंगे. भाजपा अध्यक्ष ने आगे कहा कि आज बाला साहेब ठाकरे सोचते होंगे कि उनके बेटे ने ही शिवसेना की दुकान बंद कर दी है.
विपक्षी दलों का शिमला में अगला महाजुटान, नीतीश बोले- मिलकर लड़ेगें
बिहार की राजधानी पटना में विपक्षी दलों की बैठक शुक्रवार को संपन्न हो गई. इस बैठक में सभी दलों ने अपनी-अपनी राय रखी. बैठक के बाद सभी दलों के नेताओं ने संयुक्त रूप से मिलकर लड़ने की घोषणा की. बैठक के बाद एक संयुक्त संवाददाता सम्मेलन में बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि बैठक में सभी दलों ने अपनी-अपनी राय रखी है. आज की विपक्ष की बैठक में देश की सभी प्रमुख विपक्षी पार्टियों के नेताओं ने भाग लिया. यह एक अच्छी बैठक थी, जिसमें मिलकर चुनाव लड़ने का निर्णय लिया गया.
उन्होंने कहा कि सभी दलों में मिलकर एक साथ चलने को लेकर सहमति बनी ह.ा साथ चुनाव लडेंगे. उन्होंने कहा कि अगले महीने फिर एक और बैठक शिमला में होगी. उन्होंने विश्वास जताते हुए कहा कि उन्हें उम्मीद है कि उस बैठक के बाद यह अंतिम रूप ले लेगा.
उन्होंने कहा कि देश में वर्तमान में जो सरकार चल रही है, वह देशहित में नहीं है. सरकार इतिहास बदलने में लगी है. उन्होंने यहां तक कहा कि आजादी की लड़ाई को ही ये लोग भुला देंगे.
नीतीश कुमार ने कहा कि अगली बैठक में तय होगा कि कौन कहां लड़ेगा. उन्होंने आए सभी नेताओं का अभिनंदन करते हुए कहा कि हम सभी विपक्षी पार्टियों ने ये निर्णय लिया है कि हम आगे से सभी एक साथ मिलकर लड़ेंगे. देश का इतिहास बदल रहा है.अगर यह देश में फिर से जीत कर आ जाते हैं तो देश का संविधान भी बदल देंगे.
बिहार जन आंदोलनों की भूमि, फिर इतिहास बनाने की शुरूआत: ममता बनर्जी
भाजपा विरोधी दलों की शुक्रवार को हुई बैठक के बाद विपक्षी दलों के नेताओं ने जमकर सियासी हमला बोला. पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा कि बिहार से प्रारंभ हुआ आंदोलन अपनी परिणति तक पहुंचता है. बिहार में इससे पहले भी कई जन आंदोलन हुए और एकबार फिर बिहार से इतिहास बनाने की शुरूआत हुई ह. जम्मू कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती ने कहा कि महात्मा गांधी के भारत को गोड्से का देश नहीं बनने देना है, इसलिए हमलोग एकसाथ आए हैं.
बैठक के बाद पत्रकारों से चर्चा करते हुए ममता बनर्जी ने कहा कि हम सभी एकजुट हैं. हम एकजुट होकर लड़ेंगे. उन्होंने भाजपा सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि यह तानाशाही की सरकार है. उन्होंने अंदेशा जताते हुए कहा कि अगली बार अगर भाजपा जीतकर सत्ता में आई तो फिर चुनाव नहीं होगा.
उन्होंने कहा कि आज 17 दलों की बैठक हुई. इस बैठक में तीन चीज निकलकर आई- हम लोग एक हैं. हम लोग एक साथ लड़ेंगे. अगली बैठक शिमला में होगी.
जम्मू कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती ने कहा कि बिहार की जमीन से जो इतिहास बनने जा रहा है, उसकी शुरूआत जम्मू-कश्मीर से हो चुकी है. उन्होंने साफ शब्दों में कहा कि हम किसी सत्ता या चुनाव के लिए नहीं, बल्कि लोकतंत्र के लिए इकट्ठा हुए हैं. हमारी कोशिश यह रहेगी कि हम गांधी के मुल्क को गोड्से का मुल्क नहीं बनने देंगे.
उन्होंने कहा कि जो मुल्क के अंदर हो रहा है और हमारे लोकतंत्र, संविधान, सेक्युलरिज्म पर हमला हो रहा है. उसकी प्रयोगशाला हमारा जम्मू-कश्मीर बन चुका है.
हम सब साथ हैं: राहुल गांधी
बैठक के बाद कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने कहा कि विपक्ष की बैठक की बड़ी बात यह निकली कि हम सब साथ हैं.कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि हम सभी एक साथ लड़ने के लिए एक आम एजेंडे पर आने की कोशिश कर रहे हैं. हम लोग एक बार फिर 10 या 12 जुलाई के बीच शिमला में मिलेंगे.
बैठक के बाद आयोजित संयुक्त संवाददाता सम्मेलन में राहुल गांधी ने कहा कि भाजपा और आरएसएस, हिंदुस्तान की नींव और संस्थान पर आक्रमण कर रही है. उन्होंने कहा कि यह विचारधारा की लड़ाई है और हम साथ खड़े हैं. हम लोगों के बीच कुछ अंतर होगा. लेकिन, एक साथ काम करेंगे और अपनी सामान्य विचारधारा की रक्षा करेंगे.
उन्होंने कहा कि अगले महीने हम लोग फिर मिलेंगे. इस एकता को और गहराई तक ले जाएंगे. उन्होंने कहा कि यह विपक्षी एकता की प्रक्रिया है जो आगे बढ़ेगी.मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि हम सभी एक साथ लड़ने के लिए एक आम एजेंडे पर आने की कोशिश कर रहे हैं. हम अगली बार 10 या 12 जुलाई को शिमला में फिर मिलेंगें.
उन्होंने बताया कि बैठक में चुनाव को लेकर रणनीति तैयार की जाएगी. हम भाजपा के खिलाफ एक होकर लोकसभा का चुनाव लड़ेंगे. राज्य अलग-अलग हैं और वहां की परिस्थितियां भी अलग-अलग हैं. इस कारण अलग ढंग से काम करना पड़ेगा.उन्होंने दावा करते हुए कहा कि एकजुट होकर लड़ाई लड़ने से हमलोग भाजपा को सत्ता से बाहर करने में सफल होंगें. हम सभी का आगे बढ़ने का इरादा है.
पुराने अंदाज में दिखे लालू, राहुल को शादी की दी सलाह
विपक्षी दलों की बैठक में राजद के अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव भी शामिल हुए. बैठक के बाद वे जब पत्रकारों के सामने आए तो अपने पुराने अंदाज में दिखे. इस दौरान उन्होंने भाजपा को भी देसी अंदाज में चुनौती दी तो मजाकिया लहजे में कांग्रेस के नेता राहुल गांधी को शादी कर लेने की सलाह भी दे डाली.
बैठक के बाद संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए लालू यादव ने कहा कि बहुत दिनों के बाद आप लोगों से बात हो रही है. प्रेस को संबोधित कर रहे हैं. उन्होंने इस दौरान खुद को फिट बताया.उन्होंने कहा कि अब पूरी तरह से फिट हो गए है. अब बढ़िया से फिट कर देना है नरेंद्र मोदी को, भाजपा को.
उन्होंने नरेंद्र मोदी को परदेस का नेता बताते हुए कहा कि वे परदेस में घूम-घूमकर के चंदन का लकड़ी बांट रहे हैं. यही अमेरिका नरेंद्र मोदी और अमित शाह को आने से मना कर दिया था. उस समय जब गोधरा में घटना घटी थी और अपने लोगों को भी मना कर दिया था कि कोई मत जाना. बाद में पता नहीं कैसे ये भूल गए और ये जाने लगे.उन्होंने सब्जी सहित अन्य वस्तुओं की मूल्यों में हुई वृद्धि को लेकर महंगाई के मुद्दे पर केंद्र सरकार को भी घेरा.
कर्नाटक में कांग्रेस की जीत की चर्चा करते हुए कहा कि भाजपा हनुमानजी का चुनाव में नाम लेकर लड़ता है. कर्नाटक में हनुमानजी नाराज हो गए, महावीरजी नाराज हो गए, ऐसा मारा है गदा पीठ पर कि राहुल गांधी की पार्टी जीत गई.उन्होंने कहा कि हनुमानजी अब हम लोग के साथ हो गए हैं. अब हम लोग सब कोल-भील-नल-नील को जमा कर रहे हैं.
कांग्रेस नेता राहुल गांधी को शादी कर लेने की सलाह देते हुए लालू यादव ने कहा कि आप तो हम लोग का सलाह मानें नहीं, नहीं किया, नहीं किया. शादी कर लेना चाहिए था और अभी भी समय ज्यादा बीता नहीं है. शादी करिए और हम लोग बारात में चलें.उन्होंने राहुल गांधी की ओर इशारा करते हुए कहा कि आपकी मम्मी आपकी बोलती थी कि हमारी बात नहीं मानता, शादी करवाइए आप.