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भाषा के प्रभावी प्रयोग में अहम भूमिका है रिश्तों का: प्रो. सैयद ऐनुल हसन

मुस्लिम नाउ ब्यूरो,हैदराबाद

मानव व्यक्तित्व के विकास में संचार कौशल अत्यंत महत्वपूर्ण है. भाषा प्रसारण का प्रभावी उपयोग, सफल प्रस्तुति इसकी कुंजी है. ये विचार हैं मौलाना आजाद राष्ट्रीय उर्दू विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. सैयद ऐनुल हसन के. वह स्कूल ऑफ एजुकेशन द्वारा आयोजित एक दिवसीय राष्ट्रीय संगोष्ठी-सह-कार्यशाला को संबोधित कर रहे थे. इस कार्यक्रम में विवि के रजिस्ट्रार इश्तियाक अहमद सम्मानित अतिथि के हैसियत से मौजूद थे.

प्रोफेसर सिद्दीकी मो. महमूद, डीन, स्कूल ऑफ एजुकेशन एंड ट्रेनिंग और ओएसडी ने मुख्य भाषण दिया. उन्होंने कहा कि स्वभावतः हर मनुष्य में संवाद करने की क्षमता होती है. इस क्षमता को पहचानने और विकसित करने के लिए केवल व्यवस्थित प्रयासों की आवश्यकता है.

प्रो मुश्ताक अहमद आई पटेल, प्रोवोस्ट, बॉयज हॉस्टल ने प्रतिभागियों को पावर प्वाइंट प्रस्तुतियों को प्रभावी ढंग से तैयार करने और उपयोग करने के बारे में मार्गदर्शन दिया.अतिथि वक्ता स्मिता राणे ने गतिविधियों के माध्यम से गैर-मौखिक संचार के बारे में बताया. स्मिता राणे और डॉ. तैय्यबा नाजली सेमिनार मंे बतौर विशेषज्ञ मौजूद थीं.

डॉ परवीन कुमार, शबनम परवीन, मो. सऊद, उज्मा परवीन और आकिफ हैदर ने विभिन्न शैक्षणिक विषयों पर बोलने के कौशल का प्रदर्शन किया.बाद में प्रो.सैयद ऐनुल हसन, प्रो. इश्तियाक अहमद, प्रो. अब्दुल समी सिद्दीकी व अन्य अतिथियों ने प्रमाण पत्र वितरित किए गए.

डॉ परवीनी पिंडागले ने धन्यवाद ज्ञापित किया. कार्यक्रम की एंकरिंग के लिए मोहसिना अंजुम अंसारी और कार्यक्रम को प्रायोजित करने के लिए डाॅ. मोहसिना बानो को धन्यवाद दिया गया.डॉ तैय्यबा नाजली, डॉ. अख्तर परवीन, डाॅ. जर्रार अहमद, मो.गुफरान बरकाती, डाॅ. परवीनी पंडागले और डॉ. मोहसिना अंजुम ए. अंसारी आयोजन समिति के सदस्य थे.

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