Religion

मेवात की बड़ी हस्ती जामा मस्जिद जहांगीरी ओल्ड फरीदाबाद के शाही इमाम मौलाना नूर मोहम्मद चंदेनी का 95 साल में इंतकाल

यूनुस अल्वी, फरीदाबाद (हरियाणा )

मेवात के मशहूर गांव चांदनी निवासी एवं शाही जामा मस्जिद जहांगीरी ओल्ड फरीदाबाद के शाही इमाम मौलाना नूर मोहम्मद चंदेनी शाही का 95 साल की उमर में इंतकाल हो गया.  मौलाना मरहूम 70 साल यानी जब से पंजाब वक्फ बोर्ड बना है  तभी से शाही जामा मस्जिद के इमाम की खिदमत दे रहे थे.

  मौलाना नूर मोहम्मद  मरहूम इस वक्त मेवात के उलमा में उनसे ना तो कोई उमर में बड़ा था. न ही कोई इल्म में. मौलाना नूर मोहम्मद मरहूम ने हजरत मौलाना यूसुफ मौलाना हारून, हजरत मौलाना इनामुल हसन का जमाना देखा. इन सब को बड़े करीब से देखा और जमीयत उलेमा ए हिंद में मोलाना हुसैन अहमद मदनी. मौलाना असद मदनी, मौलाना अरशद मदनी ,मौलाना महमूद मदनी सब के साथ  जमीयत उलेमा ए हिंद के लिए काम किया.जमीयत उलेमा के जुझारू कार्यकर्ता थे.
मौलाना ने कादियानियत को हरियाणा से जड़ से खत्म फरमाया.  मौलाना मरहूम ने हजरत रायपुरी अब्दुल कादिर की सोहबत में अपनी पढ़ाई के जमाने से ही उनकी खिदमत में रहे. हज़रत जयपुरी के सोहबत आफता लोगों में से वह आखिरी निशानी थे.

 मेवात के उलमा में भी इल्म या उमर में आखिरी शख्सियत थे.मौलाना को जिस दिन से नूंह हिंसा का इल्म हुआ उसकी तबीयत और ज्यादा नासाज हो गई. इसका उनके दिल ओ दिमाग पर इतना गहरा सदमा पहुंचा की इसी सदमे में वो 3 अगस्त 2023 को अल्लाह को प्यारे हो गए/ इन्ना लिल्लाही वे इन्ना इलेही राजिउन. 
 मरहूम मौलाना की नमाज़ ए जनाज़ा उनके  बड़े बेटे हाफिज उबैदुल्लाह अनवर ने पढ़ाई. जिला प्रशासन या पुलिस विभाग ने मौलाना नूर मोहम्मद मरहूम के जनाज़े में फ़रीदाबाद पुलिस पूरा सम्मान दिया. आईपीएस ममता सिंह के नेतृत्व में दो एसीपी, दो डीसीपी और 8 थानो के थानेदार शाही इमाम के जनाज़े में शाही जामा मस्जिद जहांगीरी से कब्रिस्तान तक साथ रहे. उनके जानशीन हाफिज उबैदुल्लाह अनवर ने अपनी तरफ से जिला प्रशासन और पुलिस प्रशासन की आखिरी सफर में सहयोग देने के लिए शुक्रिया अदा किया. सभी से मौलाना की मगफिरत के लिए।  दुआ करने को कहा है.