राहुल गांधी का आरएसएस पर फिर बड़ा हमला, इस बार हमले की जगह चुना लेह
मुस्लिम नाउ ब्यूरो,लेह
पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह के बाद कांग्रेस मंे राहुल गांधी दूसरे ऐसे नेता हैं, जो हमला करने में न अव्वल हैं.शुक्रवार को उन्होंने लेह में आरएसएस को जबर्दस्त प्रहार किया. साथ ही कहा भारत में आजादी की नींव हमारा संविधान है. आरएसएस और बीजेपी इसे बदलना चाहते हैं.
राहुल गांधी ने भाजपा और आरएसएस पर अपने लोगों को संस्थागत ढांचे के प्रमुख हिस्सों में रखने का भी आरोप लगाया.गुरुवार को लेह पहुंचे राहुल गांधी ने युवाओं से बातचीत की. कहा कि भारत को 1947 में आजादी मिली. भारत में आजादी की नींव भारत का संविधान है.
राहुल गांधी ने कहा कि संविधान के कुछ नियम हैं. आप संविधान को कैसे लागू करते हैं? जिस तरह से आप संविधान को लागू करते हैं, वह ऐसी संस्थाओं की स्थापना करके होता है जो संविधान के दृष्टिकोण का समर्थन करती हैं. लोकसभा, राज्यसभा, योजना आयोग, फोर्स ये सभी तत्व हैं.
राहुल गांधी ने कहा कि अब क्या हो रहा है, जब आप सीधे संविधान पर हमला करते हैं? अब भाजपा और आरएसएस क्या कर रही है कि वह अपने लोगों को संस्थागत ढांचे के प्रमुख हिस्सों में रख रही है.
इससे पहले दिन में राहुल गांधी ने लेह में एक फुटबॉल मैच देखा. लोगों से बातचीत की. पार्टी नेताओं के मुताबिक, राहुल गांधी 25 अगस्त तक अपने लद्दाख दौरे के दौरान शनिवार को डुमरा घाटी का दौरा करेंगे. रविवार को वह पैंगोंग त्सो झील का दौरा करेंगे. राहुल गांधी अपने पिता और पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी को उनकी जयंती पर श्रद्धांजलि भी अर्पित करेंगे.
इसके बाद राहुल गांधी कारगिल जाएंगे. वहां एक सार्वजनिक बैठक को संबोधित करेंगे. अपनी यात्रा के दौरान वह लद्दाख के लोगों के साथ बातचीत भी करेंगे.
राहुल गांधी का लद्दाख दौरा ऐसे समय हो रहा है, जब अचानक बीजेपी ने जम्मू-कश्मीर में अपनी सक्रियता बढ़ा दी है. हाल में मुहर्रम के समय शिया के प्रतिबंधित जुलूस को तीन दशक बाद उपराजपाल सिन्हा का झंडी दिखाना और इस कार्यक्रम में इसमें शामिल होना बीजेपी की रणनीति का ही हिस्सा माना जा रहा है. इससे पहले गुलाम नबी को कश्मीर के लिए तैयार किया जा रहा था, पर उन्हें अब उनके ही राज्य में उनका जादू खत्म हो चुका माना जा रहा है.