मौलाना आजाद पर सैयद इरफान हबीब की पुस्तक का विमोचन, लेखक से मिलें कार्यक्रम
मुस्लिम नाउ ब्यूरो,हैदराबाद
मौलाना आजाद नेशनल उर्दू यूनिवर्सिटी (एमएएनयूयू) के कुलपति एवं मौलाना आजाद चेयर प्रो सैयद ऐनुल हसन ने मौलाना अबुल कलाम आजाद पर आयोजित दो दिवसीय कार्यक्रम के दूसरे दिन लेखक से मिलें कार्यक्रम का आगाज किया. इस दौरान सैयद इरफान हबीब (पूर्व में मौलाना आजाद चेयर, एनयूईपीए, नई दिल्ली) की पुस्तक मौलाना आजाद, ए लाइफ का विमोचन किया गया. मौलाना आजाद पर सार्थक चर्चा भी हुईं.
चर्चाकर्ता रहे डॉ. अमीर अली, डॉ. शौना रोड्रिग्स, प्रो. सैयद इम्तियाज हसनैन, प्रो. मोहम्मद सज्जाद . इस दौरान उन्होंने पुस्तक पर विचार-विमर्श भी किया. रजिस्ट्रार प्रो इश्तियाक अहमद भी इस मौके पर मौजूद थे.कार्यक्रम में डॉ. अमीर अली ने कहा,“भारत के सबसे बड़े राजनेता होने के नाते आजाद ने हमें यह दिशा दी कि हम सत्ता पर कैसे विचार करते हैं.
डॉ. शौना रोड्रिग्स ने उनकी शिक्षाओं के महत्व और वर्तमान दुनिया में प्रासंगिकता पर ध्यान केंद्रित किया. पुस्तक के बारे में बोलते हुए उल्लेख किया कि आजाद का इतिहास होने के बावजूद, यह पुस्तक समकालीन भारत में प्रासंगिकता से पीछे नहीं हटती.
प्रो सैयद इम्तियाज हसनैन, अध्यक्ष-प्रोफेसर, मौलाना आजाद, एमएएनयू ने आजाद की शैली की पसंद पर प्रकाश डाला. उन्होंने अपने भाषण की सामग्री और विभिन्न भाषाओं पर अपनी उत्तम पकड़ पर अपने शोध के बारे में जानकारी दी.प्रो मोहम्मद सज्जाद ने अपने दीक्षांत भाषण के बारे में उल्लेख किया. बताया कि कैसे उन्होंने उलेमा को राजनीति में आगे बढ़ने के लिए राजी किया. बहु भाषाविज्ञान को बढ़ावा देने में उनके योगदान का उल्लेख किया गया.
एमडी दानिश इकबाल ने आजाद के आधुनिकता और संबद्ध अवधारणाओं के साथ जुड़ाव के बारे में बात की.प्रो दानिश मोइन, प्रमुख, इतिहास विभाग, मानू ने सत्र की अध्यक्षता की. इसके अलावा पैनलिस्टों द्वारा प्रस्तुत कार्य पर टिप्पणी की.कार्यक्रम का संचालन उर्दू विभाग के एसोसिएट प्रोफेसर फिरोज आलम ने किया.