दो संतों ने मुसलमानों को लेकर ऐसा क्या कह दिया कि सोशल मीडिया पर होने लगे वायरल ? देखें वीडियो
मुस्लिम नाउ ब्यूरो, नई दिल्ली
कुछ राजनीतिक दलों की सत्ता की प्यास की वजह से जब देश का माहौल दूषित हो चुका है और महजबी रहनुमाओं को लेकर एक वर्ग का विचार सकारात्मक नहीं रहा है. ऐसे में दो ने भाईचारा और गंगा-जमुनी संस्कृति की जिंदा मिसाल पेश की है.इन दोनों साधुआंे को लेकर दो वीडियो शनिवार से वायरल हो रहे हैं, जिसमें हिंदू-मुस्लिम के नाम पर नफरत फैलाने वालों को उन्हांेने आड़े हाथ लिया है.
एक वीडियो में सत्संग के दौरान परमानंद गोविंद शरण महाराज कहते सुनाई दे रहे हैं कि यदि कोई उनके पास आकर जाति, संप्रदाय को लेकर उल-जुलूल बातें करेगा तो उसे यहां से उठाकर बाहर कर दिया जाएगा. उनका कहना है कि यदि आकर कोई ऐसा कहता है कि अमुक ऐसा कर रह है, तो नहीं. हमारे पास आने वाला कोई भी हमारा प्रितम है, पूजनीय है. चाहे कोई भी धर्म या जाति का क्यों न हो.
उन्होंने कहा, केवल आराध्य देव से कैसे मिलें, इसपर यहां बात करें. आप चाहे किसी भी संप्रदाय के हों. इंस्टाग्राम पर पोस्ट की गई इस वीडियो को अब तक 286 हजार लोग देख चुके हैं. वह कहते हैं, जीवन का विकार कैसे दूर किया जाए, इसपर चर्चा होनी चाहिए. आपका स्वभाव सुधरे तो दूसरे का भी स्वभाव सुधरेगा.
एक अन्य वीडियो में कुछ साधु कतिपय मुसलमानों का माला पहनाकर स्वागत करते नजर आ रहे हैं. यह वीडियो कहां का है और कब का है या तो इससे पता नहीं चलता, पर इसके दृश्य देखकर अनुमान लगाया जा सकता है कि हज से लौटने वालों का स्वागत साधुओं ने फूल माला से किया है. हालांकि हज खत्म हुए और हाजियांे के मक्का से लौटे काफी समय बीत चुका है. इस वीडियो में एक साधु पत्रकारों से बातें करते हुए दिखाई दे रहे हैं कि इन्हें यानी मुसलमानों को देखकर वे उनका स्वागत करने यहां चले आए.
जब तक हमारें मुल्क में ऐसे सज्जन लोग रहेंगे मुल्क के अमन चैन सुख शान्ति को कोई नफरती उन्मादी खत्म नही कर सकता है !!❤️pic.twitter.com/OO0jjjkZhU
— Wasiuddin Siddiqui (@WasiuddinSiddi1) August 19, 2023
यहां भी साधु-संत समाज को बांटने वालों को लताड़ते नजर आएं. खबर लिखने तक इस वीडियो को तकरीबन दस हजार लोग देख चुके थे. एक्स पर इस वीडियो को शेयर करने वाले पत्रकार एवं समाजसेवी वसीउद्दीन सिद्दीकी लिखते हैं-‘‘जब तक हमारे मुल्क में ऐसे सज्जन लोग रहेंगे मुल्क के अमन चैन सुख शान्ति को कोई नफरती उन्मादी खत्म नही कर सकता है !!’’