हम हिंदू नहीं भारतीय हैं, मौलाना अरशद मदनी ने मोहन भागवत को दिया करारा जवाब
मुस्लिम नाउ ब्यूरो,नई दिल्ली
जमीयत उलेमा हिंद के प्रमुख मौलाना अरशद मदनी ने आरएसएस नेता मोहन भागवत के बयान की कड़ी आलोचना की है. उन्होंने कहा कि हम हिंदू नहीं भारतीय हैं. मदनी ने आरोप लगाया कि आरएसएस देश में शांति, सद्भाव और भाईचारे की अपनी प्रतिबद्धता से पीछे हट गया है. इससे पहले मोहन भागवत ने कहा था कि भारत (भारत) एक हिंदू राष्ट्र है और सभी भारतीय हिंदू हैं और यह सच है. उन्होंने यह भी कहा कि हिंदू सभी भारतीयों का प्रतिनिधित्व करते हैं.
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार,मदनी ने राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ प्रमुख मोहन भागवत के बयान को निरर्थक बताते हुए कहा कि हम हिंदू नहीं, भारतीय हैं. जमीयत की ओर से जारी बयान के मुताबिक, पत्रकारों से बात करते हुए मदनी ने विपक्षी गठबंधन इंडियन नेशनल डेवलपमेंट इंक्लूसिव अलायंस (इंडिया) का भी समर्थन किया. उन्होंने यह भी कहा कि देश में नफरत का माहौल खत्म करने के लिए राजनीतिक बदलाव जरूरी है.
इस बीच, मदनी ने लगभग चार साल पहले भागवत के साथ अपनी मुलाकात का जिक्र करते हुए दावा किया कि मोहन भागवत के साथ उनकी मुलाकात के बाद आरएसएस अब देश में आपसी समझ को बढ़ावा देने और गलतफहमियों को दूर करने के लिए प्रतिबद्ध है. लेकिन आरएसएस अब उसपर कायम नहीं रहा.
गौरतलब है कि भागवत ने हाल ही में कहा था कि भारत एक हिंदू राष्ट्र है और सभी भारतीय हिंदू हैं और हिंदू सभी भारतीयों का प्रतिनिधित्व करते हैं. उन्होंने लोगों की उम्मीदों का जिक्र करते हुए कहा कि संघ को इन सबके बारे में सोचना चाहिए. भागवत ने कहा था कि हमारी विचारधारा की पूरी दुनिया में काफी मांग है. उन्होंने कहा कि वास्तव में इस सिद्धांत का कोई विकल्प नहीं है. उन्होंने कहा कि सब लोग समझ गए हैं. कुछ इसे स्वीकार करते हैं, कुछ नहीं.
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) प्रमुख मोहन भागवत ने पिछले शुक्रवार को कहा कि हमारे देश का नाम भारत है. भारत के स्थान पर इंडिया का प्रयोग किया जाना चाहिए. हमारे देश का नाम सदियों से भारत ही है. भाषा कोई भी हो, नाम वही रहता है. उन्होंने कहा कि हमारा देश भारत है. हमें इंडिया शब्द का इस्तेमाल बंद करना होगा. भागवत ने कहा कि आज दुनिया को हमारी जरूरत है. हमारे बिना दुनिया नहीं चल सकती. हमने योग के माध्यम से दुनिया को जोड़ा है.