बिधूड़ी प्रकरण: सदन से इस्तीफा दे सकते हैं दानिश अली
मुस्लिम नाउ ब्यूरो, नई दिल्ली
संसद में रमेश बिधूड़ी की अपराधिक बयानबाजी को लेकर भारतीय जनता पार्टी और लोकसभा स्पीकर की ढुलमुल कार्रवाई से निराश बसपा सांसद कुंवर दानिश अली ने लोकसभा सदस्या छोड़ने की चेतावनी दी है.
लोकसभा में बिधूड़ी द्वारा दानिश अली को बारबार आतंकवादी, कटवा कहने और उनकी पीछे बैठकर उनके इस गैर जिम्म्मेदाराना बयान पर खिलखिलाने वाले डाॅ हर्षवर्धन और रविशंकर को लेकर वो बहुत निराश हैं. सोशल मीडिया पर दो दिन बाद भी ऐसे कई वीडियो ट्रेंड कर रहे हैं जिसमें दानिश अली इस घटना से विचलित होने, रात में नहीं सोने और बात करते करते रोने की बात करते नजर आ रहे हैं.
वह कहते हैं कि इस मामले मंे उन्होंने स्पीकर को चिट्ठी लिखकर बिधूड़ी के खिलाफ सख्त कार्रवाई की गुहार लगाई है. मगर स्पीकर ने इस मामले में बिधूड़ी को मात्र चेतावनी देकर छोड़ दिया है.
“Rahul Gandhi ji encouraged me, he said do not consider yourself alone; Every person in this country who believes in democracy is with you.”
— Gautam Nautiyal (@Gnukpcc) September 22, 2023
– BSP MP Danish Ali#ArrestRameshBidhuri | "दानिश अली" | #DanishAli | #RameshBidhuri | pic.twitter.com/tBe44LuJOQ
यही नहीं बात-बात पर नसीहत देने वाले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की चुप्पी भी काबिल-ए-ऐतराज माना जा रहा है. बीजेपी की ओर से अब तक बिधूड़ी को नोटिस देकर पंद्रह दिनों में सफाई मांगी गई है. जबकि बिधूड़ी की करतूत सरकारी टीवी चैनल के माध्यम से पूरी दुनिया देख चुकी है. इसके बावजूद बीजेपी अपने सांसद रमेश बिधूड़ी के खिलाफ सीधी कार्रवाई से बच रही है.
इसपर दानिश अली ने कहा है कि अगर लोकसभा में आपत्तिजनक टिप्पणी करने के लिए बीजेपी के सदस्य रमेश बिधूड़ी के खिलाफ कार्रवाई नहीं की जाती है तो वो सदन की सदस्यता छोड़ देंगे.उन्हांेने कहा कि उम्मीद है कि लोकसभा अध्यक्ष इसपर कार्रवाई करेंगे. अगर कार्रवाई नहीं करते हैं तो भारी मन से उन्हें सदन की सदस्या छोड़ने पर विचार करना होगा.
रो पड़े BSP सांसद दानिश अली…
— Ashraf Hussain (@AshrafFem) September 22, 2023
बोले- ‘जब मेरे जैसे चुने हुए (जनता द्वारा) व्यक्ति की स्थिति ये है तो एक आम आदमी (मुसलमान) की स्थिति क्या होगी ? #ArrestRameshBidhuri pic.twitter.com/EFbgk33k3W
मजे की बात है कि सदन में यह सब तब हुआ जब एक सप्ताह पहले जी 20 के बहाने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी विश्व के सामने देश की चकीली छवि प्रस्तुत कर रहे थे. दुनिया के नेताओं को बता रहे थे कि आजादी के 75 वर्षों में हमने बुनियादी प्रगति के साथ सांस्कृति और सभ्यता के विकास का दायरा कितना बड़ा कर लिया है. मगर इसके सप्ताह भर बाद ही सदन में वह सब कुछ हो गया जो कल्पना से पहरे है. देश का मुसलमाना इसे अपने उपर हुआ हमला मान रहा है और काफी गुस्से में है. उनका गुस्सा सोशल मीडिया पर जाहिर हो रहा है.