नेपाल के रुकुम पश्चिम में कितनी मुस्लिम आबादी है जहां भूकंप से 36 लोग मारे गए
मुस्लिम नाउ ब्यूरो, काठमांठू
दिल्ली-एनसीआर सहित देश के कई हिस्से एक बार फिर तेज भूकंप के झटके से दहल गए. इस भूकंप से सर्वाधिक नुकसान नेपाल में हुआ है. भूकंप का केंद्र बिंदू भी नेपाल ही बताया गया है.न्यूज एजेंसी एएनआई ने एक्स पर जानकारी दी है कि नेपाल के रुकुम पश्चिम जिले में भूकंप से कम से कम 36 लोगों की मौत की पुष्टि हो चुकी है. मरने वालों की संख्या और बढ़ने की आशंका है. यह अपडेटसुबह 5 बजे तक का है. रुकुम पश्चिम के मुख्य जिला अधिकारी हरि प्रसाद पंत ने यह जानकारी दी है.
नेपाल के जजरकोट के मुख्य जिला अधिकारी के अनुसार,जाजरकोट में कम से कम 34 लोगों की मौत की पुष्टि हुई है. कई लोग घायल हैं. कुछ गंभीर रूप से घायलों को इलाज के लिए सुर्खेत भेजा गया है. अभी तक भूकंप से कुल 70 लोगों के मरने की खबर है.
#UPDATE रुकुम पश्चिम में कम से कम 36 लोगों की मौत की पुष्टि की गई है। मरने वालों की संख्या और बढ़ने की आशंका है। यह अपडेटसुबह 5 बजे तक का है: रुकुम पश्चिम के मुख्य ज़िला अधिकारी हरि प्रसाद पंत ने ANI को बताया
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नेपाल में शुक्रवार रात तेज भूकंप आया और इसके झटके पूरे उत्तर भारत से लेकर दिल्ली-एनसीआर तक महसूस किए गए.राष्ट्रीय भूकंप विज्ञान केंद्र के अनुसार, भूकंप की तीव्रता रिक्टर पैमाने पर 6.4 मापी गई है. भूकंप का केंद्र नेपाल में 28.84 डिग्री अक्षांश और 82.19 डिग्री देशांतर पर 10 किमी की गहराई पर था.
रिपोर्ट के अनुसार, भूकंप के झटके महसूस होने के बाद लोग घरों से बाहर निकलकर सुरक्षित स्थानों पर पहुंच गए.हालांकि, कहीं से किसी प्रकार के नुकसान की जानकारी फिलहाल सामने नहीं आई है. अधिक जानकारी की प्रतीक्षा है.
नेपाल के करनाली प्रांत के पश्चिमी रुकुम जिले में जहां अब तक 36 लोगों की मौत की पुष्टि हो चुकी है, इस जिले को 2 दिसंबर 2014 को दो पूर्व ग्राम विकास समितियों मुसिकोट और खलंगा को विलय करके बनाया गया था. 2014 से 2018 तक, मुसिकोट को मुसिकोट खलंगा कहा जाता था. मगर 2017 से रुकुम जिला पूर्व रूप में कार्य करने लगा.
Nepal: Death toll jumps to 70 after strong earthquake
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यह जिला सानी भेरी नदी के तट पर स्थित है. इसकी सीमा पूर्व में पूर्वी रुकुम, पश्चिम में सानीभेरी ग्रामीण नगर पालिका, उत्तर में बनफिकोट ग्रामीण नगर पालिका और दक्षिण में ट्रिबेनी ग्रामीण नगर पालिका और रोल्पा जिले से लगती है.यह जिला कभी सीपीएन (माओवादी केंद्र) का लाल किला का माना जाता था. वर्ष 2022 से नेपाली कांग्रेस का शासन आने के बाद माओवादी अंततः मेयर और डिप्टी मेयर पद दोनों गंवा गए.
जनसांख्या के लिहाज से नेपाल का रुकुम पश्चिम जिले 2011 की नेपाल जनगणना के अनुसार, मुसिकोट नगर पालिका में 33,882 आबादी थी. इनमें 98.9 प्रतिशत नेपाली, 0.5 प्रतिशत खाम, 0.4 प्रतिशत मगर और 0.1 प्रतिशत अन्य भाषाएं बोलने वाले लोग रहते थे.
Nepal: 48 killed in earthquake, PM Dahal expresses grief
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जहां तब है नेपाल के रुकुम पश्चिम के जाति संदर्भ की तो यहां 57.8 प्रतिशत छेत्री, 18.4 प्रतिशत मगर, 10.9 प्रतिशत कामी, 3.9 प्रतिशत दमाई-ढोली, 3.0 प्रतिशत ठाकुरी, 2.9 प्रतिशत पहाड़ी ब्राह्मण, 1.7 प्रतिशत सर्की, 0.3 प्रतिशत संन्यासी-दसनामी, 0.3 प्रतिशत बादी, 0.2 प्रतिशत नेवार, 0.1 प्रतिशत अन्य दलित, 0.1 प्रतिशत कुमाल, 0.1 प्रतिशत मुसलमान, 0.1 प्रतिशत अन्य तराई, 0.1 प्रतिशत थकाली, 0.1 प्रतिशत थारू और 0.1 प्रतिशत अन्य जाति के लोग रहते हैं’
नेपाल के रुकुम पश्चिम में 98.4 प्रतिशत हिंदू धर्म मानने वाले लोग रहते हैं. यहां 1.3 प्रतिशत ईसाई, 0.1 प्रतिशत बौद्ध, 0.1 प्रतिशत इस्लाम मुस्लिम, 0.1 प्रतिशत प्रकृति और 0.1 प्रतिशत धर्मों को मानने वाले रहते हैं.नेपाल का रुकुम पश्चिम जिला साक्षरता के मामले में, 71.9 प्रतिशत लोग पढ़- लिख सकते हैं. 2.0 प्रतिशत केवल पढ़ सकते हैं और 26.1 प्रतिशत अनपढ़ हैं.