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नेतन्याहू ने अमीचाई एलियाह को कैबिनेट से क्यों निलंबित किया ?

मुस्लिम नाउ ब्यूरो, नई दिल्ली

इजराइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने गाजा पट्टी पर परमाणु बमबारी का सुझाव देने के बाद रविवार, 5 नवंबर को विरासत मंत्री अमीचाई एलियाहू को कैबिनेट से निलंबित कर दिया.

एलियाहू ने कहा था कि पूरे गाजा पट्टी पर परमाणु बम गिराना हमास के सफाए का एकमात्र विकल्प है.इजराइल के सार्वजनिक प्रसारक की रिपोर्ट के अनुसार, एलियाहू को रेडियो कोल बेरमा के साथ एक साक्षात्कार में यह कहते हुए उद्धृत किया गया, यह संभावनाओं में से एक है, जब उनसे पूछा गया कि क्या पूरे गाजा पर परमाणु बम गिराया जाना चाहिए. उन्हांेने कहा यही एकमात्र विकल्प है.

एलियाहू ने गाजा में किसी भी मानवीय सहायता की अनुमति देने पर भी अपनी आपत्ति व्यक्त की. वह यहीं नहीं रूके.मंत्री ने गाजा वासियों की तुलना नाजियों से की और कहा, हम नाजियों को मानवीय सहायता नहीं देंगे. गाजा में शामिल न होने वाले नागरिकों जैसी कोई चीज नहीं है.

द टाइम्स ऑफ इजराइल की रिपोर्ट के अनुसार, जब पूछा गया कि अगर गाजा इजरायल में आ गया तो फिलिस्तीनियों का क्या होगा ? एलियाहू ने कहा कि गाजा के ‘राक्षस’ आयरलैंड या रेगिस्तान में जा सकते हैं और खुद अपना समाधान ढूंढ सकते हैं.

उन्होंने कहा, जो कोई भी फिलिस्तीनी या हमास का झंडा लहराता है, उसे धरती पर नहीं रहना चाहिए.इस टिप्पणी पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए नेतन्याहू ने एक बयान में कहा, अमीचाई एलियाहू के शब्द वास्तविकता पर आधारित नहीं हैं.इजराइल और आईडीएफ हमास के हमले से दूर रहने वालों को नुकसान से बचाने के लिए अंतरराष्ट्रीय कानून के उच्चतम मानकों के अनुसार काम कर रहे हैं. हम जीत तक ऐसा करेंगे.

विपक्षी नेता येयर लैपिड ने भी एलियाहू के सुझाव का कड़ा विरोध किया. कहा, एक गैरजिम्मेदार मंत्री का चैंकाने वाला और पागलपन भरा बयान है. उन्होंने अपहरणकर्ताओं के परिवारों को नुकसान पहुंचाया, इजरायली समाज को नुकसान पहुंचाया और हमारी अंतरराष्ट्रीय स्थिति को नुकसान पहुंचाया. लैपिड ने एक्स पर लिखा, सरकार में चरमपंथियों की मौजूदगी हमें और युद्ध लक्ष्यों की सफलता, हमास की जीत और अपहृत की वापसी को खतरे में डालती है.
नेतन्याहू को आज सुबह उन्हें बर्खास्त कर देना चाहिए.

परमाणु बम गिराने के बारे में अपने बयान की निंदा होने के बाद एलियाहू ने कहा, सभी समझदार लोगों के लिए यह स्पष्ट है कि परमाणु के बारे में बयान रूपक है.हालांकि, आतंकवाद के प्रति एक मजबूत और असंतुलित प्रतिक्रिया की निश्चित रूप से आवश्यकता है, जो नाजियों और उनके समर्थकों को स्पष्ट कर देगी कि आतंकवाद सार्थक नहीं है. यह एकमात्र फॉर्मूला है जिसका उपयोग लोकतांत्रिक देश आतंकवाद से निपटने के लिए कर सकते हैं.

उन्हांेने कहा, यह स्पष्ट है कि इजराइल बंधकों को सुरक्षित और स्वस्थ वापस लाने के लिए हर संभव प्रयास करने के लिए प्रतिबद्ध है.7 अक्टूबर को युद्ध शुरू होने के बाद से गाजा में 3,900 बच्चों सहित 9,488 फिलिस्तीनी और इजराइल में 1,400 से अधिक लोग मारे गए हैं.

परमाणु हमला करने का सुझाव देने वाले इजराइली मंत्री की व्यापक आलोचना

सऊदी अरब ने इजरायली मंत्री की टिप्पणी की निंदा की, जिसने इजरायल द्वारा गाजा पर परमाणु हमला करने को खुलेपन से आवाज उठाई थी.सऊदी विदेश मंत्रालय के एक बयान में कहा गया है कि इजरायली मंत्री की टिप्पणियां इजरायली सरकार के सदस्यों के बीच अतिवाद और क्रूरता की पैठ दिखाती हैं.

इसमें कहा गया है, इसके अलावा, मंत्री को बर्खास्त नहीं करना और केवल उनकी सदस्यता समाप्त करना सभी मानवीय मानकों और मूल्यों की घोर उपेक्षा है.प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू के कार्यालय ने कहा कि रविवार को हेरिटेज मंत्री अमीचाय एलियाहू को एक साक्षात्कार में गाजा पर परमाणु बम गिराने का सुझाव देने के बाद अगली सूचना तक सरकारी बैठकों से निलंबित कर दिया गया है.

नेतन्याहू के कार्यालय ने कहा कि एलियाहू के बयान वास्तविकता पर आधारित नहीं हैं. इजराइल और आईडीएफ (इजराइल रक्षा बल) निर्दोषों को नुकसान पहुंचाने से बचने के लिए अंतरराष्ट्रीय कानून के उच्चतम मानकों के अनुसार काम कर रहे हैं. हम अपनी जीत तक ऐसा करना जारी रखेंगे”

इस बीच अमेरिकी विदेश विभाग के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, जाहिर है, वह एक आपत्तिजनक बयान है. प्रधानमंत्री ने यह स्पष्ट कर दिया कि वह (एलियाहू) सरकार की ओर से नहीं बोल रहे थे.कतर के विदेश मंत्रालय ने भी इजरायली मंत्री के बयान की निंदा करते हुए इसे युद्ध अपराध के लिए गंभीर उकसावे वाला और मानवीय एवं नैतिक मूल्यों और अंतरराष्ट्रीय कानूनों की अवहेलना बताया.

जॉर्डन के विदेश और प्रवासी मामलों के मंत्रालय ने एलियाहू के नस्लवादी, भड़काऊ और उत्तेजक बयानों की निंदा की.इसने टिप्पणी को नरसंहार का आह्वान और घृणा अपराध जिसे बर्दाश्त नहीं किया जा सकता बताया.मंत्रालय ने इसे गाजा पट्टी के लोगों के खिलाफ किए गए अपराधों के अलावा, हत्या और युद्ध अपराध करने के लिए निंदनीय उकसावे के रूप में निंदा की.

हमास के एक प्रवक्ता ने कहा कि एलियाहू अभूतपूर्व आपराधिक इजरायली आतंकवाद का प्रतिनिधित्व करता है (जो) पूरे क्षेत्र और दुनिया के लिए खतरा है.बेनी गैंट्ज, एक मध्यमार्गी पूर्व जनरल, जो सुव्यवस्थित युद्ध कैबिनेट में विपक्ष से नेतन्याहू के साथ शामिल हुए थे, ने कहा कि एलियाहू की टिप्पणियां हानिकारक हैं. इससे भी बदतर, घर में बंधकों के परिवारों के दर्द को बढ़ा दिया.

अपनी टिप्पणी पर आक्रोश के बाद, एलियाहू ने बाद में एक सोशल मीडिया पोस्ट में कहा, किसी भी समझदार व्यक्ति के लिए यह स्पष्ट है कि परमाणु टिप्पणी प्रतीकात्मक थी.