मुसलमान अरब देशों से क्यों है खफा, मस्जिद अल-हरम और मस्जिद नबवी सऊदी अरब के कब्जे से लेने की क्यों उठ रही मांग
मुस्लिम नाउ ब्यूरो, नई दिल्ली
हमास-इजरायल युद्ध में अरब देशों की नीतियों से दुनियाभर के मुसलमान बेहद खफा हैं. दो दिन पहले अरब लीग और अफ्रीकी देशों के शिखर सम्मेलन में अरब देशों ने गाजा में फिलिस्तीनियों के नरसंहार के विरोध में इजरायल की नाकेबंदी को लेकर लाए गए प्रस्ताव को ठुकरा दिया था, उसके बाद से मुसलमानों का गुस्सा उनके प्रति सातवें आसमान पर है.
Turkish Imam Detained By Saudi Police For Speaking About Palestine And #Gaza Whilst Doing Umrah!
— DOAM (@doamuslims) November 14, 2023
Turkish Imam, Mustafa Efe, was detained by Saudi police for speaking about Palestine and Gaza whilst he was doing Umrah pilgrimage at Masjid al-Haram, #Mecca.
He was detained for 12… pic.twitter.com/xddtXrl8jX
ऐसे अरब विरोधी माहौल में उमराह के दौरान फिलिस्तीन और गाजा के बारे में बोलने पर तुर्की के इमाम को सऊदी पुलिस द्वारा हिरासत में लेकर बेड़ियों में जकड़ने से लोग आपे से बाहर हो गए हैं. सोशल मीडिया में इस घटना के बाद से अरब देशों खासकर संयुक्त अरब अमीरात और सऊदी अरब को लेकर खूब ले दे हो रही है.
यहां तक कहा जा रहा है कि वार्षिक हज और 11 महीने तक चलने वाला हज उमरा से मिलने वाले विदेशी धन से अरब देश चलते हैं. जो देश दुनिया की मुसलमानों की हिफाजत न कर पाए, उसके कब्जे से हज का प्रबंधन ले लिया जाना चाहिए. हज का संचालन दुनियाभर के बुद्धिजीवियों की एक आला कमेटी करे.
InShaAllah Not only masjid al alqsa will be free
— Osaed Rajput (@OsaedRajput) November 14, 2023
But also Masjid ul Haram and Masjid un Nabwi will be taken from the Munafiqeen
बताया गया कि तुर्की के इमाम मुस्तफा एफे फिलिस्तीन और गाजा के बारे में बोलने के लिए सऊदी पुलिस ने उन्हें तब हिरासत में ले लिया, जब वह मस्जिद अल-हरम, मक्का में उमरा कर रहे थे.उन्हें 12 घंटे तक हिरासत में रखा गया. इस दौरान उनके पैरों में बेड़ियां डाल दी गईं.
Turkish Imam Mustafa Efe is detained in Makka by Saudi police for allegedly speaking the words:
— Ismailoğlu (@IsmailogluF) November 13, 2023
“Palestine and Gaza”
He’s put in leg cuffs, an instrument of torture. https://t.co/eZEXU9oTFm
इसके बाद से सोशल मीडिया पर सउदी अरब के खिलाफ नफरतों की बाढ़ आई हुई है. इस घटना पर एक ने ट्वीट किया है-इंशाअल्लाह ध्यान दें कि अल-कस्सा मस्जिद मुक्त होगी,लेकिन मस्जिद अल-हरम और मस्जिद इन-नबावी-विल भी इन पाखंडी से मुक्त होगी.’’
Hafiz Mustafa Efe, Imam of Aziz Mahmud Hüdâyî Mosque in Istanbul, was detained in Makka during Tawaf for making dua for Palestine.
— Muhammed Danyâl (@Danyal_1453) November 13, 2023
Whilst we pray for Jerusalem to be freed from Israeli occupation, it's important we remember to pray for Makka to be freed from Wahhabi occupation. pic.twitter.com/rmjZSGT9CB
एक अन्य ट्वीट में बताया गया-इस्तांबुल में अजीज महमूद हुदैई मस्जिद के इमाम हाफिज मुस्तफा एफे को फिलिस्तीन के लिए दुआ करने के लिए तवाफ के दौरान मक्का में हिरासत में ले लिया गया.जबकि हम यरूशलेम को इजरायली कब्जे से मुक्त कराने के लिए प्रार्थना कर रहे हैं. यह महत्वपूर्ण है कि हम मक्का को वहाबी कब्जे से मुक्त कराने के लिए प्रार्थना करें.’’ इस तरह के ट्वीट से पूरा सोशल मीडिया भरा पड़ा है. इसके अलावा जब सउदी अरब के हज प्रबंधन को लेकर भी सवाल उठाए जाने लगे हैं.