नूपुर शर्मा का समर्थन करने वाले इस्लाम विरोधी गीर्ट वाइल्डर्स क्या डच के अगले पीएम होंगे ?
मुस्लिम नाउ ब्यूरो, नई दिल्ली
नीदरलैंड के चुनावों ने यूरोप और दुनिया को चौंका दिया है. डच मतदाताओं ने धुर दक्षिणपंथी आइकन, गीर्ट वाइल्डर्स की पार्टी को अपना समर्थन दिया है, जिससे द्वितीय विश्व युद्ध के बाद से डच राजनीति में सबसे बड़ी राजनीतिक उथल-पुथल मची है. इससे यूरोप में सदमे की लहर फैल गई है.
राष्ट्रीय प्रसारक एनओएस द्वारा प्रकाशित एक एग्जिट पोल में कहा गया है कि वाइल्डर्स पार्टी फॉर फ्रीडम ने संसद के 150 सीटों वाले निचले सदन में 35 सीटें जीतीं, जो पिछले चुनाव में जीती गई 17 सीटों से दोगुनी से भी अधिक हैं. जीत पर प्रसन्न वाइल्डर्स ने कहा, जिसे अंतिम रूप दिया जाएगा, मुझे अपनी बांह पर चुटकी काटनी पड़ी.
Geert Wilders wins elections in Netherlands. A strong message given by the people of Netherlands. Geert is vehemently anti islamic, nationalistic, has always supported Hindus of India including Nupur Sharma, and supports Israel.
— Dr Poornima🚩🇮🇳 (@PoornimaNimo) November 23, 2023
He is ferociously critical of George Soros.… pic.twitter.com/NIMQ1LBOUx
उन्होंने कहा, “डच मतदाता ने बात की है. मतदाता ने कहा है, हम तंग आ चुके हैं. उन्होंने कहा कि वह नीदरलैंड को डचों को लौटाना चाहते हैं.धुर दक्षिणपंथी इस्लाम विरोधी गीर्ट वाइल्डर्स की पार्टी चुनावों में शीर्ष पर आई है. उन्हें देश पर शासन करने के लिए 76 के जादुई आंकड़े तक पहुंचने के लिए दूसरों के समर्थन की आवश्यकता होगी.
60 वर्षीय राजनेता गठबंधन बनाने में कोई समय बर्बाद नहीं कर रहे हैं. उन्होंने अन्य डच पार्टियों से गठबंधन बनाने के लिए मिलकर काम करने का आह्वान किया. इस बात पर जोर दिया कि उनकी पीवीवी पार्टी को अब नजरअंदाज नहीं किया जा सकता.यहां हम वाइल्डर्स के बारे में जानते हैं और नीदरलैंड के लिए उनकी जीत का क्या मतलब है.
गीर्ट वाइल्डर्स कौन हैं?
1988 से राजनीति में, वाइल्डर्स, जिन्होंने नीदरलैंड की तीसरी सबसे बड़ी पार्टी – पार्टी फॉर फ्रीडम की स्थापना की, को अक्सर उनके शानदार प्लैटिनम सुनहरे बालों और उनकी तेजतर्रार बयानबाजी के कारण डच ट्रम्प के रूप में जाना जाता है.
.@GeertWildersPVV, the Dutch politician who spoke out defending Nupur Sharma last year, has just swept the Netherlands election and is all set to be the new PM. pic.twitter.com/r1au8S0zSs
— Shiv Aroor (@ShivAroor) November 23, 2023
वाइल्डर्स का जन्म 1963 में जर्मन सीमा के करीब दक्षिणी वेनलो में एक कैथोलिक परिवार में अपने दो भाइयों और बहन के साथ हुआ. विशेष रूप से, उनकी मां आधी-इंडोनेशियाई थीं. वह इसका अधिक उल्लेख नहीं करत.
उनके बड़े भाई, पॉल के अनुसार, गीर्ट ने 1980 के दशक में राजनीति में रुचि लेनी शुरु की. डेर स्पीगल पत्रिका से बात करते हुए, उन्होंने कहा “उस समय वह न तो स्पष्ट रूप से लेफ्टिस्ट थे न राइटिस्ट, न ही वह जेनोफोबिक थे. लेकिन वह राजनीतिक खेल, सत्ता और प्रभाव के लिए संघर्ष से आकर्षित थे.गीर्ट वाइल्डर्स शुरू में पीपुल्स पार्टी फॉर फ्रीडम एंड डेमोक्रेसी (वीवीडी) के सदस्य थे.बाद में इस्लाम और आप्रवासन पर पार्टी के नरम रुख के कारण उन्होंने पार्टी छोड़ दी.
2004 में, उन्होंने इस्लाम विरोधी नीतियों को अपनी पार्टी के केंद्र में रखते हुए पार्टी फॉर फ्रीडम (पीवीवी) की स्थापना की. जब उनसे पूछा गया कि उनके मन में इस्लाम के प्रति इतनी गहरी उपेक्षा क्यों है, तो उन्होंने इसका श्रेय इजराइल में किबुतज में बिताए समय और 2004 में कट्टरपंथी इस्लाम विरोधी फिल्म निर्माता थियो वान गॉग की हत्या को दिया.
जहां वह अपनी कट्टर राजनीति के लिए जाने जाते हैं, वहीं वाइल्डर्स अपने पालतू जानवरों के लिए भी जाने जाते है. उनकी दो बिल्लियां, स्नो एंत्जे और प्लुइसजे, का एक्स पर अपना अकाउंट है और उनके लगभग 23,000 फॉलोअर्स हैं.
उसकी नीतियां क्या है?
वाइल्डर्स पार्टी का फोकस सभी चीजें मुस्लिम विरोधी है. उनका घोषणापत्र कहता है “नीदरलैंड एक इस्लामी देश नहीं है. कोई इस्लामिक स्कूल, कुरान और मस्जिद नहीं.” उन्होंने सरकारी इमारतों में हिजाब पर प्रतिबंध लगाने का प्रस्ताव रखा है.
Far Right Dutch member of Parliament is on track to becoming his country's PM.
— Rahul Shivshankar (@RShivshankar) November 23, 2023
Indians know Geert Wilders as the person who defended Nupur Sharma when just about everyone including our courts virtually blamed her for invoking the wrath of the "sar tun se juda" brigade. pic.twitter.com/iWR6xu2KkU
जब आप्रवासन की बात आती है, तब भी उन्होंने अपने तीखे आप्रवासी-विरोधी स्वर को बरकरार रखा है. उनकी पार्टी के घोषणापत्र में लिखा है, शरण चाहने वाले आनंददायक मुफ्त क्रूज-शिप बुफे का आनंद लेते हैं, जबकि डच परिवारों को किराने के सामान में कटौती करनी पड़ती है.
और उन्होंने डच सीमा नियंत्रण को बहाल करने, अवैध आप्रवासियों को हिरासत में लेने और निर्वासित करने, सीरियाई शरण चाहने वालों को वापस लाने और इंट्रा-ईयू श्रमिकों के लिए कार्य परमिट को फिर से शुरू करने जैसे आव्रजन उपायों का प्रस्ताव दिया है.
गीर्ट वाइल्डर्स, जिन्हें डच ट्रंप के नाम से भी जाना जाता है, प्रवासन और इस्लाम पर सख्त रुख रखते है. इस वर्ष के चुनाव में, उन्होंने डच सीमा नियंत्रण बहाल करने, अवैध अप्रवासियों को हिरासत में लेने और निर्वासित करने जैसे आव्रजन उपायों का प्रस्ताव रखा.
नूपुर शर्मा के समर्थक हैं वाइल्डर्स
भाजपा की प्रवक्ता रही नूपुर शर्मा ने जब एक टीवी चैनल पर पैगंबर इस्लाम के बारे में अपशब्द कहते थे और इसका भारी विरोध हो रहा था तब वाइल्डर्स उनके समर्थन में आगे आए थे. उन्होंने नूपुर की कही बातांे का सही ठहराने की भी कोशिश की थी और उनका विरोध करने वालों को आड़े हाथ लिया था.