शैक्षणिक सत्र 2025-26: JMI ने स्कूलों में सीटों की संख्या बढ़ाई
Table of Contents
मुस्लिम नाउ ब्यूरो,नई दिल्ली
जामिया मिलिया इस्लामिया (JMI) ने शैक्षणिक सत्र 2025-26 के लिए अपने स्कूलों में विभिन्न कक्षाओं की सीटों की संख्या में वृद्धि करने का महत्वपूर्ण निर्णय लिया है। यह फैसला 7 फरवरी 2025 को आयोजित विशेष बैठक में लिया गया, जिसमें प्रॉस्पेक्टस ड्राफ्ट कमेटी की सिफारिशों को मंजूरी दी गई।
विश्वविद्यालय प्रशासन के अनुसार, यह निर्णय छात्रों की बढ़ती मांग को देखते हुए लिया गया है, ताकि अधिक विद्यार्थियों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा का लाभ मिल सके।
जामिया स्कूलों में कितनी बढ़ाई गई सीटें?
1. जामिया सीनियर सेकेंडरी स्कूल
- कक्षा 9वीं की सीटें 30 से बढ़ाकर 40 कर दी गई हैं।
- कक्षा 11वीं (आर्ट्स) में सीटों की संख्या 30 से बढ़ाकर 40 कर दी गई है।
2. सैयद आबिद हुसैन सीनियर सेकेंडरी स्कूल
- प्रेप (Pre-Primary) और कक्षा 6वीं की सीटें 40 से बढ़ाकर 80 कर दी गई हैं।
- कक्षा 11वीं (आर्ट्स) में सीटें 70 से बढ़ाकर 80 कर दी गई हैं।
3. जामिया गर्ल्स सीनियर सेकेंडरी स्कूल
- कक्षा 11वीं (साइंस) में सीटों की संख्या 50 से बढ़ाकर 80 कर दी गई है।
- कक्षा 11वीं (कॉमर्स) में सीटें 50 से बढ़ाकर 80 कर दी गई हैं।
छात्रों के लिए बढ़ेंगी अवसरों की संभावनाएं
जामिया मिलिया इस्लामिया द्वारा सीटों में वृद्धि का निर्णय उन हजारों छात्रों के लिए राहतभरा कदम है, जो हर साल प्रवेश के लिए आवेदन करते हैं लेकिन सीमित सीटों के कारण प्रवेश नहीं पा पाते।
शिक्षा विशेषज्ञों का मानना है कि:
- इस निर्णय से गुणवत्तापूर्ण शिक्षा के अवसर बढ़ेंगे।
- बढ़ी हुई सीटें छात्रों के प्रतिस्पर्धात्मक दबाव को कम करेंगी।
- जामिया स्कूलों में शिक्षा प्राप्त करने के इच्छुक छात्रों को अधिक मौके मिलेंगे।
क्यों किया गया सीटों में इजाफा?
जामिया मिलिया इस्लामिया द्वारा संचालित स्कूलों में हर साल बड़ी संख्या में छात्र आवेदन करते हैं, लेकिन सीमित सीटों के कारण कई छात्रों को प्रवेश नहीं मिल पाता। विशेष रूप से कक्षा 11वीं में दाखिले के लिए अधिक प्रतिस्पर्धा होती है, जहां विभिन्न स्ट्रीम (आर्ट्स, साइंस, कॉमर्स) में छात्रों की मांग काफी अधिक रहती है।
इसके अलावा, राष्ट्रीय शिक्षा नीति (NEP 2020) के तहत भी सरकार गुणवत्तापूर्ण शिक्षा का विस्तार करने पर जोर दे रही है। इसी दिशा में जामिया प्रशासन ने यह बड़ा कदम उठाया है।
जामिया स्कूलों में पढ़ाई का महत्व
जामिया मिलिया इस्लामिया के स्कूलों को दिल्ली और पूरे देश में बेहतरीन शिक्षा प्रदान करने के लिए जाना जाता है। इन स्कूलों में पढ़ने वाले छात्र राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अपनी सफलता का परचम लहरा चुके हैं।
जामिया स्कूलों की खासियतें:
✔ उच्च गुणवत्ता वाली शिक्षा
✔ अनुभवी शिक्षक और समर्पित स्टाफ
✔ बेहतर बुनियादी ढांचा और अत्याधुनिक सुविधाएं
✔ सामाजिक व सांस्कृतिक रूप से समृद्ध माहौल
✔ प्रतियोगी परीक्षाओं (NEET, JEE, UPSC) के लिए बेहतरीन तैयारी
आवेदन प्रक्रिया और महत्वपूर्ण तिथियां
जो छात्र शैक्षणिक सत्र 2025-26 में जामिया स्कूलों में प्रवेश लेना चाहते हैं, उन्हें जल्द ही प्रवेश प्रक्रिया से जुड़ी अधिसूचना जारी की जाएगी।
संभावित आवेदन प्रक्रिया:
✅ ऑनलाइन आवेदन: JMI की आधिकारिक वेबसाइट पर उपलब्ध होगा।
✅ प्रवेश परीक्षा: कुछ कक्षाओं के लिए प्रवेश परीक्षा आयोजित की जा सकती है।
✅ मेरिट लिस्ट: पात्र छात्रों की सूची विश्वविद्यालय द्वारा जारी की जाएगी।
✅ प्रवेश की अंतिम तिथि: विश्वविद्यालय की अधिसूचना के अनुसार तय की जाएगी।
जामिया प्रशासन की प्रतिक्रिया
जामिया मिलिया इस्लामिया के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा:
“हम शिक्षा के प्रति छात्रों की बढ़ती रुचि को ध्यान में रखते हुए सीटों में बढ़ोतरी कर रहे हैं। हमारा उद्देश्य अधिक से अधिक छात्रों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा देना है।”
जामिया का सराहनीय कदम
🔹 सीटों की वृद्धि से अधिक छात्रों को प्रवेश का मौका मिलेगा।
🔹 बढ़ती प्रतिस्पर्धा के बीच यह एक बड़ा राहत भरा निर्णय है।
🔹 गुणवत्तापूर्ण शिक्षा की पहुंच बढ़ाने की दिशा में यह एक अहम कदम साबित होगा।
🔹 छात्रों और अभिभावकों को अब अधिक विकल्प मिलेंगे।
जिन छात्रों का सपना जामिया स्कूलों में पढ़ने का है, उनके लिए यह शानदार अवसर है!
👉 आधिकारिक वेबसाइट पर नजर बनाए रखें और आवेदन प्रक्रिया शुरू होते ही फॉर्म भरें।