ईरान के मिसाइल हमले के बाद इज़राइल ने दी चेतावनी, भारी कीमत चुकाएगा तेहरान
मुस्लिम नाउ ब्यूरो, तेल अवीब
ईरान द्वारा तेल अवीव पर मिसाइल दागने के बाद इज़राइल ने बदला लेने की चेतावनी दी है. क्षेत्रीय तनाव बढ़ने के बीच, एक दिन पहले इज़राइल ने घोषणा की थी कि उसने हिज़्बुल्लाह के खतरे से निपटने के लिए दक्षिणी लेबनान में जमीनी हमला शुरू किया है.
ईरान ने कहा कि उन्होंने 200 मिसाइलें दागी थीं, जिनमें से 90 प्रतिशत ने सफलतापूर्वक अपने लक्ष्य को भेदा. अधिकांश मिसाइलों को इज़राइली सुरक्षा बलों ने मार गिराया, लेकिन कुछ मिसाइलें मध्य और दक्षिणी इज़राइल में गिरीं, जिससे यरूशलेम में विस्फोटों की आवाजें सुनी गईं.
देशभर में सायरन बजने लगे, जिससे कई इज़रायली नागरिक बम आश्रयों में छिपने को मजबूर हो गए.ईरान की रिवोल्यूशनरी गार्ड ने तेल अवीव के आसपास तीन सैन्य ठिकानों को निशाना बनाया और चेतावनी दी कि अगर इज़राइल ने जवाबी कार्रवाई की तो उनका जवाब और भी विनाशकारी होगा.
इज़राइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने कहा कि तेहरान ने “बहुत बड़ी गलती” की है. उसे इसकी भारी कीमत चुकानी पड़ेगी. उन्होंने कहा, “जो कोई भी हम पर हमला करेगा, हम उस पर हमला करेंगे.”ईरान ने कहा कि उन्होंने इज़राइल के रडार बेस और सुरक्षा तंत्र को निशाना बनाया, जिनका उपयोग हिज़्बुल्लाह और हमास के वरिष्ठ नेताओं की हत्या की योजना में किया जा रहा था.यह पहली बार था जब ईरान ने अपनी हाइपरसोनिक फ़तह मिसाइलों का उपयोग किया, जो ध्वनि की गति से पांच गुना तेज़ गति से चलती हैं.
अमेरिकी राष्ट्रपति जो बिडेन ने हमलों को “असफल और अप्रभावी” बताया. कहा कि संयुक्त राज्य अमेरिका पूरी तरह से इज़राइल के साथ खड़ा है. व्हाइट हाउस ने ईरान के खिलाफ “गंभीर परिणाम” की चेतावनी दीकहा कि वह इज़राइल के साथ मिलकर काम करेगा. अमेरिकी रक्षा विभाग ने बताया कि अमेरिकी नौसैनिक बलों ने ईरानी मिसाइलों को रोकने के लिए लगभग एक दर्जन इंटरसेप्टर लॉन्च किए.
ब्रिटेन ने भी अपने बलों के इस संघर्ष में शामिल होने की पुष्टि की, हालांकि उन्होंने अपने योगदान का विवरण नहीं दिया. ईरान के राष्ट्रपति मसूद पेजेशकियन ने कहा कि तेहरान ने इज़राइली आक्रामकता के खिलाफ अपने “वैध अधिकारों” का उपयोग किया और इसका “निर्णायक जवाब” दिया है.
इज़राइली सेना ने एक वीडियो जारी किया, जिसमें गदेरा की एक क्षतिग्रस्त इमारत दिखाई गई, जो ईरानी मिसाइल द्वारा क्षतिग्रस्त हुई थी. इसके साथ ही, इज़राइल ने पूरे दिन लेबनान पर अपने हमले जारी रखे और बेरूत के निवासियों से शहर को खाली करने का आह्वान किया.
इज़राइल ने दक्षिण बेरूत पर भी हवाई हमले किए, जिसमें पांच से अधिक हमले किए गए. लेबनान के अधिकारियों ने बताया कि इन हमलों में 55 लोग मारे गए और 156 घायल हो गए.
हिज़्बुल्लाह ने इस बात से इनकार किया कि इज़राइली सैनिकों ने लेबनान की सीमा पार की है, और दावा किया कि इज़राइल द्वारा जारी आक्रमण की तस्वीरें पुरानी हैं. मौजूदा स्थिति से कोई संबंध नहीं रखतीं. संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुटेरेस ने इस बढ़ते तनाव की निंदा की और शत्रुता को तुरंत समाप्त करने की अपील की.