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AIMPLB ने वक्फ संशोधनों के खिलाफ देशव्यापी आंदोलन का किया ऐलान

✍️ मुस्लिम नाउ ब्यूरो, नई दिल्ली


संसद द्वारा हाल ही में पारित वक्फ संशोधन अधिनियम को लेकर देशभर के मुसलमानों में गहरी चिंता और आक्रोश व्याप्त है। ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड (AIMPLB) ने इन संशोधनों को इस्लामी मूल्यों, शरीयत, धार्मिक स्वतंत्रता, सांप्रदायिक सौहार्द और भारतीय संविधान की मूल भावना पर गंभीर हमला करार दिया है।

AIMPLB ने स्पष्ट किया है कि ये संशोधन न केवल वक्फ संपत्तियों की धार्मिक पहचान और सुरक्षा के खिलाफ हैं, बल्कि देश के धर्मनिरपेक्ष ढांचे को भी चुनौती देते हैं।


🕌 AIMPLB का कड़ा विरोध और राष्ट्रीय आंदोलन का ऐलान

AIMPLB के महासचिव मौलाना मोहम्मद फजलुर्रहीम मुजद्दिदी ने बोर्ड की विशेष बैठक के बाद कहा कि:

“ये संशोधन मुसलमानों के धार्मिक और सांस्कृतिक अधिकारों पर सीधा हमला हैं। बोर्ड अब एक संगठित, शांतिपूर्ण और संविधान सम्मत राष्ट्रव्यापी आंदोलन चलाएगा।”

बोर्ड ने कहा कि यह संघर्ष तब तक जारी रहेगा, जब तक वक्फ कानून में किए गए संशोधन पूरी तरह से रद्द नहीं कर दिए जाते।


🔍 संशोधनों को बताया भाजपा का सांप्रदायिक एजेंडा

बोर्ड ने कहा कि कुछ तथाकथित धर्मनिरपेक्ष राजनीतिक दलों ने भाजपा के इन संशोधनों का समर्थन कर अपने असली चेहरे को उजागर कर दिया है। AIMPLB ने इन दलों की चुप्पी और सहमति पर सवाल उठाए हैं और मुस्लिम समुदाय से सजग और सक्रिय रहने की अपील की है।


🧭 क्या है आंदोलन की रणनीति?

AIMPLB ने आंदोलन को चरणबद्ध ढंग से चलाने की योजना बनाई है:

🔹 पहला चरण – “वक्फ बचाओ, संविधान बचाओ सप्ताह”

  • एक शुक्रवार से अगले शुक्रवार तक यह सप्ताह मनाया जाएगा।
  • थीम: तथ्य और तर्कों के साथ गलत जानकारियों का खंडन।
  • प्रमुख आयोजन:
    • तालकटोरा स्टेडियम (दिल्ली) में भव्य जनसभा से आंदोलन की शुरुआत।
    • देशभर के प्रमुख शहरों जैसे मुंबई, कोलकाता, लखनऊ, हैदराबाद, पटना, रांची, बेंगलुरु, चेन्नई, मलप्पुरम और विजयवाड़ा में विरोध प्रदर्शन।
    • राज्य की राजधानियों में प्रतीकात्मक गिरफ्तारियां।
    • जिला स्तर पर ज्ञापन सौंपे जाएंगे (DM और कलेक्टर के माध्यम से राष्ट्रपति व गृह मंत्री को)।

🔹 संपूर्ण देश में कार्यक्रम

  • प्रेस कॉन्फ्रेंस, गोलमेज बैठकें, काली पट्टी बांधकर शांतिपूर्ण प्रदर्शन
  • दिल्ली में अन्य धर्मों के नेताओं और उनके वक्फ संस्थानों के प्रतिनिधियों के साथ बैठक।

AIMPLB की अपील: संयम और अनुशासन रखें

बोर्ड ने खासतौर पर युवा मुसलमानों से अपील की कि वे संयमित रहें और किसी भी प्रकार की उत्तेजना में आकर कोई ऐसा कदम न उठाएं जिससे सांप्रदायिक तत्वों को लाभ मिले।

“हमारा आंदोलन शांतिपूर्ण, योजनाबद्ध और संविधान के दायरे में रहेगा। व्यक्तिगत रूप से कोई कार्रवाई न करें, बल्कि AIMPLB के निर्देशों के अनुरूप ही काम करें।” — AIMPLB


📖 कुरान का हवाला और प्रेरणा

मौलाना मुजद्दिदी ने सूरह अल-अंकबूत (69) का उद्धरण देते हुए कहा:

“और जो लोग हमारे लिए प्रयास करते हैं, हम उन्हें अपने मार्ग पर मार्गदर्शन करेंगे। और निस्संदेह अल्लाह अच्छे काम करने वालों के साथ है।”

उन्होंने सभी से संघर्ष को ईमानदारी से निभाने, ज़िम्मेदारियों को निभाने और बाकी को अल्लाह पर छोड़ने की बात कही।

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