अल जज़ीरा ने गाजा में मारे गए हमास प्रमुख सिनवार की दुर्लभ फुटेज जारी की,जहां मौत हुई बन गया पर्यटनस्थल
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मुस्लिम नाउ ब्यूरो, नई दिल्ली
गाजा पट्टी में युद्ध के दौरान मारे गए हमास नेता याह्या सिनवार की अनदेखी फुटेज अल जज़ीरा नेटवर्क ने शुक्रवार को प्रसारित की. सिनवार को इजरायली सैनिकों के साथ गोलीबारी के दौरान दक्षिणी गाजा के राफा शहर में मारा गया था.
उनकी मौत को चार महीने हो चुके हैं, लेकिन उनके आखिरी क्षणों की दुर्लभ तस्वीरें और वीडियो अब सामने आई हैं.
सिनवार के आखिरी क्षणों की फुटेज
अल जज़ीरा द्वारा प्रसारित एक वीडियो में याह्या सिनवार को युद्ध क्षेत्र में चलते हुए दिखाया गया है. वह एक छड़ी के सहारे चल रहे हैं. उनके शरीर पर एक सैन्य बनियान है और उन्होंने खुद को पहचान से बचाने के लिए एक कंबल ओढ़ रखा है.
वीडियो में एक स्थान पर हिब्रू भाषा में “उत्तर” लिखा हुआ दिखाई देता है, जो संकेत करता है कि उस क्षेत्र में इजरायली सैनिक पहले से मौजूद थे.
एक अन्य दृश्य में, सिनवार पोलो शर्ट पहने हुए, एक आवासीय अपार्टमेंट से गुजरते हुए दिखते हैं. फुटेज में वह एक व्यक्ति के साथ फर्श पर घुटनों के बल बैठे हैं और एक नक्शे की ओर इशारा कर रहे हैं.
हमले का आदेश और युद्ध की शुरुआत
अल जज़ीरा ने अपनी रिपोर्ट में यह भी खुलासा किया कि 7 अक्टूबर, 2023 को सुबह 6:30 बजे, याह्या सिनवार ने एक दस्तावेज़ पर हस्ताक्षर किए थे, जिससे हमास के हमले की शुरुआत हुई. इस हमले ने गाजा में 15 महीने तक चले संघर्ष को जन्म दिया, जिसमें हमास के 3,000 से अधिक लड़ाकों ने इजरायल पर तीनों दिशाओं (जमीन, समुद्र और हवा) से हमला किया.
इस नरसंहार में लगभग 1,200 लोग मारे गए और 251 को बंधक बना लिया गया.
בתכנית באל-ג'זירה משודרות גם תמונות חדשות של יחיא סינוואר במהלך המלחמה https://t.co/oyEszVC92L pic.twitter.com/yFTOgXJkxE
— roi kais • روعي كايس • רועי קייס (@kaisos1987) January 24, 2025
अल जज़ीरा पर आरोप और इजरायली प्रतिबंध
इजरायल लंबे समय से अल जज़ीरा पर हमास के साथ सहयोग करने का आरोप लगाता रहा है. इजरायली रक्षा बल (आईडीएफ) ने आरोप लगाया है कि गाजा में अल जज़ीरा के छह सक्रिय रिपोर्टर आतंकवादी समूहों के सदस्य हैं. अक्टूबर 2024 में, आईडीएफ ने ऐसे दस्तावेज़ जारी किए जो अल जज़ीरा और हमास के बीच सीधा संवाद और सहयोग साबित करने का दावा करते हैं.
कतरी नेटवर्क ने इन आरोपों को सख्ती से खारिज किया है और इजरायल पर गाजा में उनके कर्मचारियों को निशाना बनाने का आरोप लगाया है. इजरायल ने अल जज़ीरा को अपने देश में प्रसारण से प्रतिबंधित कर दिया है.
राफा में सिनवार की मृत्युस्थल बना पर्यटक आकर्षण
जिस घर में सिनवार मारे गए, उसका खंडहर अब राफा में एक अजीबोगरीब पर्यटक स्थल बन गया है. घर के मालिक अशरफ अबू ताहा ने कहा कि इजरायली ड्रोन फुटेज में जिस कुर्सी पर सिनवार अपने अंतिम क्षणों में बैठे थे, वह अब फिलिस्तीनी प्रतिरोध का प्रतीक बन गई है. ताहा ने कुर्सी और सिनवार की बनियान को अपने खंडहर घर में सहेज कर रखा है.
ताहा ने बताया, “रात 11 बजे मैंने देखा कि लोग और पत्रकार उस कुर्सी को देखने के लिए इकट्ठा हुए थे. अब लोग इस इलाके को ताल अल-सुल्तान के बजाय ताल अल-सिनवार कहने लगे हैं.”
हमास के अन्य नेताओं की मौत की पुष्टि
हमास ने यह भी स्वीकार किया है कि पिछले साल गाजा में इजरायली हवाई हमलों में उनके शीर्ष नेता रावी मुश्तहा और सुरक्षा अधिकारी समी ओदेह मारे गए थे. इजरायल का दावा है कि उसने हमास के 20,000 से अधिक आतंकवादियों को मार गिराया है.
संघर्ष के आंकड़े और मानवीय नुकसान
गाजा के स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार, इस युद्ध में 46,000 से अधिक लोग मारे गए हैं. हालांकि, इन आंकड़ों में नागरिकों और लड़ाकों के बीच स्पष्ट अंतर नहीं किया गया है. इजरायल का कहना है कि उसने गाजा में 20,000 आतंकवादियों को मार गिराया है और इजरायली क्षेत्र में 1,000 अन्य आतंकियों को खत्म किया है.
यह संघर्ष न केवल गाजा बल्कि पूरी दुनिया के लिए एक त्रासदी है, जो शांति और स्थिरता की आवश्यकता को बार-बार रेखांकित करता है.