अल्पसंख्यक हितैशी सरकारें मदरसा टीचर्स को चार सल से नहीं कर रहीं वेतन भुगतान, अल्पसंख्यक आयोग की सैयद शहजादी ने लिखा पत्र
मुस्लिम नाउ ब्यूरो, नई दिल्ली
देश के कई प्रदेशों के मदरसा शिक्षकों के सामने भूखो मरने की नौबत आ गई है. उन्हें कई सालों से वेतन नहीं मिला है. उछाल मारती महंगाई के बीच वो और उनका परिवार खुद को जिंदा रखने की हरचंद कोशिश कर रहे हैं . इसी बीच रमजान और उसके बाद ईद आने वाली है. मजे की बाता है कि उन प्रदेशों के मदरसा शिक्षकों को वेतन नहीं मिल रहा है, जहां की सरकार खुद को अल्पसंख्यक हितैशी होने का ढिंढोरा पीटती हैं.
राष्ट्रीय अल्पसंख्यक आयोग की सैयद शहजादी ने कहा है कि मदरसा शिक्षकों को वेतन का भुगतान न करने की उन्हें रिपोर्ट मिली है. राष्ट्रीय अल्पसंख्यक आयोग ने कहा कि छत्तीसगढ़, झारखंड, बिहार में मरदसा शिक्षकों के वेतन भुगतान नहीं होने की आम समस्या है.मदरसा शिक्षकों को वेतन प्रदान नहीं किया जा रहा है़. इस तरह की रिपोर्ट मिलने के बाद सैयद शहजादी ने राज्यों एवं केंद्र सरकार को पत्र लिखकर उनका वेतन जारी करने की सिफारिश की है.
Delhi | I’ve been to Chhattisgarh, Jharkhand, Bihar where there’s a common problem, salaries aren’t being provided to Madrasa teachers. We’ve written to the State & Central govt, recommending to release their salaries: Syed Shahzadi, National Commission for Minorities pic.twitter.com/DWupXfYqBA
— ANI (@ANI) March 25, 2022
राष्ट्रीय अल्पसंख्यक आयोग सैयद शहजादी के मुताबिक इन शिक्षकों को चार साल से वेतन नहीं दिया गया है. उन्हांेने ट्वीट कर कहा,हमने अल्पसंख्यक मामलों के मंत्री और शिक्षा मंत्री को पत्र लिखकर मदरसा शिक्षकों के लंबित वेतन जल्द भुगतान का आग्रह किया है.