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अमेरिकी सरकार ने बड़े लोकतांत्रिक देश होने का दिया सबूत, न्यूयॉर्क की मस्जिदों से लाउडस्पीकर पर अजान देने को मिली इजाजत

मुस्लिम नाउ ब्यूरो, नई दिल्ली

दुनिया का सबसे बड़ा लोकतांत्रिक देश कौन ? इस सवाल पर कई देश खुद को दुनिया का सबसे बड़ा लोकतांत्रिक देश होने का दावा करते हैं, पर ऐसा है नहीं. अमेरिका ने न्यूयॉर्क शहर में मस्जिदों से लाउडस्पीकर पर अजान देने की अनुमति देकर एक बार फिर यह साबित कर दिया कि लोकतांत्रिक देश की सूची में अभी भी उसका मुकाम बेहतर है.

अमेरिका ने मस्जिदों से लाउडस्पीकर से अजान देने की अनुमति ऐसे समय में दी है, जब भारत में एक वर्ग इसके विरोध में खड़ा है. इसका दावा है कि दिन में पांच वक्त की नमाज से पहले दी जाने वाली चंद मिनट की अजान से ध्वनि प्रदूषण होता है. यही नहीं इससे लोगों की शांति भी भंग होती है.

लाउडस्पीकर से अजान विरोधियों के अदालत में चले जाने के बाद सुप्रीम कोर्ट ने इसको लेकर कई तरह के नियम जारी किए हैं. हालांकि, इसके बावजूद देश के कई हिस्से में लोग कोर्ट के आदेश के इतर मस्जिदों से लाउडस्पीकर से अजान के पूर्ण विरोध में खड़े हैं.

इस बीच अमेरिका से ‘वाॅयस आॅफ अमेरिका ने न केवल न्यू याॅर्क की मस्जिदों से लाउडस्पीकर से अजान देने की अनुमति देने की खबर दी है इसका लाइव प्रसारण भी किया.

इस मौके पर वाॅयस आॅफ अमेरिका से बात करते हुए एक मस्जिद के प्रबंधक ने बताया कि अभी कुछ नमाज के कुछ टाइम के लिए ही कुछ शर्तों के साथ अनुमति दी गई है. साथ ही अमेरिका के एक अन्य प्रदेश का हवाला देकर बताया कि वहां की तरह उन्हें यहां भी पांचों वक्त की नमाज के लिए मस्जिदों से लाउडस्पीकर से अजान देने की अनुमति मिल जाएगी.

बता दें कि इससे पहले संयुक्त राज्य अमेरिका में है ट्रैक, मिशिगन की तत्कालीन सरकार द्वारा लाउडस्पीकर से अजान देने को वैध किया गया था. उसके बाद यह डियरबॉर्न स्पीकर पर अजान की अनुमति देने वाला अमेरिका का पहला राज्य बना. संयुक्त राज्य अमेरिका के इन शहरों में मुस्लिम बड़ी संख्या में हैं.