मणिपुर में अराजकता की पराकाष्ठा: दो महिलाओं को नंगे घुमाने का वीडियो वायरल, राहुल, स्मृति ईरानी और केजरीवाल को आया गुस्सा
मुस्लिम नाउ ब्यूरो,इंफाल
आतंकवाद के नाम पर एक ही रात में झटके से सैकड़ों लोगांे को उठा लेने का दमभरने वाली सुरक्षा एजेंसियां और केंद्र सरकार मणिपुर के मामले में मूकदर्शक बनी बैठी है. परिणाम यह है कि इस सूबे में अराजकता अपनी पराकाष्ठा पर पहुंच गया है. इसी क्रम में मणिपुर से दो महिलाओं को नंगा घुमाने का एक वीडियो वायरल हुआ है, जिसे लेकर केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी, कांग्रेस नेता राहुल गांधी और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल आग बबूला हो रहे हैं. चिंताजनक पहलू यह है कि देश की तेज-तर्रार सुरक्षा एजेंसियां खबर लिखने तक आरोपियों पर हाथ नहीं डाल पाई थीं.
मणिपुर में भीड़ द्वारा दो युवतियों को सड़क पर नग्न घुमाए जाने का भयावह वीडियो सोशल मीडिया पर व्यापक रूप से प्रसारित किया गया है.इंडिजिनस ट्राइबल लीडर्स फोरम (आईटीएलएफ) ने दावा किया कि 4 मई को दोनों महिलाओं को नग्न अवस्था में घुमाने के बाद धान के खेत में उनके साथ सामूहिक दुष्कर्म किया गया और अपराधियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की गई.
कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा, टिपरा मोथा पार्टी (टीएमपी) सुप्रीमो प्रद्योत बिक्रम माणिक्य देब बर्मन समेत कई राजनीतिक नेताओं ने घटना की कड़ी निंदा की है और कड़ी कार्रवाई की मांग की है.
घटना पर प्रतिक्रिया देते हुए मणिपुर पुलिस ने एक ट्वीट में कहा, 4 मई, 2023 को अज्ञात सशस्त्र बदमाशों द्वारा दो महिलाओं को नग्न परेड कराने के वायरल वीडियो के संबंध में दोषियों को गिरफ्तार करने के हर संभव प्रयास किया गया. वायरल वीडियो के संबंध में नोंगपोक सेकमाई पीएस (थौबल जिला) में अज्ञात सशस्त्र बदमाशों के खिलाफ अपहरण, सामूहिक दुष्कर्म और हत्या आदि का मामला दर्ज किया गया और जांच शुरू कर दी गई है. राज्य पुलिस पूरी तरह से कार्रवाई कर रही है. दोषियों को जल्द से जल्द गिरफ्तार करने का प्रयास किया जाएगा.”
आईटीएलएफ ने कड़े शब्दों में एक बयान में कहा कि मणिपुर में जातीय संघर्ष के ढाई महीने बाद भी कुकी-जो आदिवासियों के खिलाफ किए गए अत्याचारों के सबूत सामने आते रहे हैं.
आईटीएलएफ के प्रवक्ता गिन्जा वुअलजोंग ने एक बयान में कहा, बुधवार को वायरल हुए एक वीडियो में मैतेई की एक बड़ी भीड़ दो कुकी-जो आदिवासी महिलाओं को सामूहिक दुष्कर्म के लिए धान के खेत की ओर नग्न घुमाती हुई दिख रही है. यह घृणित दृश्य, जो 4 मई को कांगपोकपी जिले में हुआ था, पुरुषों को असहाय महिलाओं के साथ लगातार छेड़छाड़ करते हुए दिखाता है, जो रोती हैं और अपने बंधकों से गुहार लगाती है.
उन्होंने कहा कि बी फीनोम गांव में महिलाओं के साथ सामूहिक दुष्कर्म की घटना तब हुई, जब गांव को जला दिया गया. भीड़ ने दो पुरुषों – एक अधेड़ और दूसरे किशोर को बेरहमी से पीट-पीटकर मार डाला.
बयान में कहा गया है कि इन निर्दोष महिलाओं को जिस भयानक यातना का सामना करना पड़ा, वह अपराधियों के उस वीडियो को सोशल मीडिया पर साझा करने के फैसले से और भी बढ़ गया है.
बयान में कहा गया है कि आईटीएलएफ इस घृणित कृत्य की कड़ी निंदा करता है और केंद्र और राज्य सरकारों, राष्ट्रीय महिला आयोग और राष्ट्रीय अनुसूचित जनजाति आयोग से अपराध का संज्ञान लेने और दोषियों को न्याय दिलाने के लिए सभी आवश्यक उपाय करने की मांग करता है.
घटना की कड़ी निंदा करते हुए प्रियंका गांधी वाड्रा ने ट्वीट किया, मणिपुर से आ रही महिलाओं के खिलाफ यौन हिंसा की तस्वीरें दिल दहलाने वाली हैं. महिलाओं के खिलाफ हिंसा की इस भयावह घटना की जितनी निंदा की जाए कम है. समाज में हिंसा का सबसे ज्यादा खामियाजा महिलाओं और बच्चों को भुगतना पड़ता है. हम सभी को मणिपुर में शांति के प्रयासों को आगे बढ़ाते हुए एक स्वर में हिंसा की निंदा करनी चाहिए.केंद्र सरकार, प्रधानमंत्री मणिपुर की हिंसक घटनाओं पर आंखें मूंदकर क्यों बैठे हैं? क्या ऐसी तस्वीरें और हिंसक घटनाएं उन्हें परेशान नहीं करतीं?
कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने ट्वीट किया, प्रधानमंत्री की चुप्पी और निष्क्रियता ने मणिपुर को अराजकता की ओर धकेल दिया है. जब मणिपुर में भारत के विचार पर हमला किया जा रहा है तो भारत चुप नहीं रहेगा. हम मणिपुर के लोगों के साथ खड़े हैं. शांति ही आगे बढ़ने का एकमात्र रास्ता है.
टीएमपी प्रमुख देब बर्मन ने ट्वीट किया, मणिपुर से परेशान करने वाले वीडियो सामने आ रहे हैं, जिसमें एक विशेष समुदाय की महिला को भीड़ द्वारा नग्न कर घुमाया जा रहा है. वहां दोनों समुदायों के रिश्ते पूरी तरह से टूट गए हैं. मणिपुर में नफरत की जीत हुई है.
पीएम की चुप्पी ने मणिपुर को अराजकता की ओर धकेल दिया: राहुल गांधी
पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने बुधवार को हिंसा प्रभावित मणिपुर में दो महिलाओं को नग्न घुमाने की घटना की निंदा करते हुए कहा कि पूर्वोत्तर राज्य में जातीय हिंसा पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की चुप्पी और निष्क्रियता के कारण वहां अराजकता है. अगर देश के मूल विचार पर हमला किया गया तो इंडिया नहीं बचेगा.
मणिपुर में भीड़ द्वारा दो युवतियों को सड़क पर नग्न घुमाने का भयावह वीडियो सोशल मीडिया पर व्यापक रूप से प्रसारित किया गया है, जिसकी व्यापक निंदा हो रही है और सख्त कार्रवाई की मांग की जा रही है.
राहुल गांधी ने एक ट्वीट में कहा, प्रधानमंत्री की चुप्पी और निष्क्रियता ने मणिपुर को अराजकता की ओर धकेल दिया है. जब मणिपुर में इंडिया के विचार पर हमला किया जा रहा है तो इंडिया चुप नहीं रहेगा. हम मणिपुर के लोगों के साथ खड़े हैं. शांति ही आगे बढ़ने का एकमात्र रास्ता है.
कांग्रेस नेता ने हिंदी में एक ट्वीट में कहा, मणिपुर से आ रहे यौन हिंसा के दृश्य दिल दहलाने वाले और परेशान करने वाले हैं. ऐसी हिंसा की निंदा करने के लिए शब्द कम पड़ जाएंगे. हिंसा का सबसे ज्यादा खामियाजा महिलाओं और बच्चों को भुगतना पड़ता है.
महिला कांग्रेस की कार्यवाहक अध्यक्ष नेट्टा डिसूजा ने भी एक वीडियो संदेश में सरकार पर हमला बोलते हुए कहा, मानवता हजारों मौतें मर चुकी है. मणिपुर में जो कुछ भी हो रहा है, वह मानवाधिकार हनन का गंभीर चिंता का विषय है. दुनिया हमें देख रही है.
डिसूजा ने पूछा, अगर भाजपा सरकार महिलाओं को लज्जित और अपमानित होने, नग्न घुमाने से नहीं रोक सकती, तो इसे बर्खास्त कर दिया जाना चाहिए. मोदी सरकार को मणिपुर में राष्ट्रपति शासन लगाने से कौन रोक रहा है ?
स्मृति ईरानी ने युवतियों को अमानवीय बताया
केंद्रीय महिला एवं बाल विकास मंत्री स्मृति ईरानी ने बुधवार को मणिपुर में दो युवतियों को नग्न घुमाने वाले भयावह वीडियो को सरासर अमानवीय करार दिया.उन्होंने मणिपुर के मुख्यमंत्री एन. बीरेन सिंह से भी बात की. कहा कि उन्होंने उन्हें आश्वासन दिया है कि अपराधियों को न्याय के कटघरे में लाने के लिए कोई भी प्रयास नहीं छोड़ा जाएगा.
उनकी टिप्पणी उस भयावह वीडियो के बाद आई है, जिसमें मणिपुर में भीड़ द्वारा दो युवतियों को सड़क पर नग्न घुमाते हुए दिखाया गया था, जिसे सोशल मीडिया पर व्यापक रूप से प्रसारित किया गया.
ईरानी ने एक ट्वीट में कहा, मणिपुर से 2 युवतियों के यौन उत्पीड़न का भयावह वीडियो निंदनीय और पूरी तरह से अमानवीय है. सीएम एन. बीरेन सिंह से बात की, जिन्होंने मुझे सूचित किया है कि जांच अभी चल रही है और आश्वासन दिया है कि अपराधियों को न्याय के कटघरे में लाने के लिए कोई भी प्रयास नहीं छोड़ा जाएगा.
आप की सरकार से हस्तक्षेप की अपील
आम आदमी पार्टी (आप) ने बुधवार को मणिपुर के उस वीडियो को बेहद चैंकाने वाला करार दिया, जिसमें भीड़ द्वारा दो लड़कियों को नग्न कर घुमाया जा रहा था. इस घटना की निंदा की.उसने केंद्र और राज्य सरकारों पर हिंसा को रोकने के लिए कुछ नहीं करने का भी आरोप लगाया और उनकी निष्क्रियता को देश के सभी नागरिकों के लिए दर्दनाक बताया.
आप ने यह भी कहा कि वह सभी नागरिकों से अनुरोध करती है कि वे असहाय महिलाओं की दुर्दशा और अपमान को न बढ़ाएं और वीभत्स वीडियो साझा किए बिना इस घृणित कृत्य के खिलाफ बोलें.
आपने एक बयान में कहा, हमने मणिपुर से एक वायरल वीडियो देखा है, जहां दो महिलाओं को नग्न अवस्था में घुमाया जा रहा है और बंधक बनाने वालों द्वारा उनके साथ लगातार छेड़छाड़ की जा रही है. यह हमारे संज्ञान में लाया गया है कि यह वीडियो 4 मई को कांगपोकपी जिले के बी फीनोम गांव में शूट किया गया था, जहां दोनों पूरे गांव को जलाने के बाद महिलाओं के साथ सामूहिक दुष्कर्म किया गया. आम आदमी पार्टी इस भयावह और मणिपुर के असहाय लोगों के साथ जारी अत्याचार की निंदा करती है.
हम फिर से मणिपुर में प्रधानमंत्री के हस्तक्षेप का अनुरोध करते हैं. समस्या से आंखें मूंद लेने से यह दूर नहीं होगी. आम आदमी पार्टी किसी भी तरह से सहायता करने के लिए तैयार और इच्छुक है जिसे केंद्र सरकार उचित समझे.दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा कि मणिपुर की घटना बेहद शर्मनाक और निंदनीय है. भारतीय समाज में ऐसी जघन्य हरकत बर्दाश्त नहीं की जा सकतीं.
केजरीवाल ने ट्वीट किया, मणिपुर में स्थिति लगातार चिंताजनक होती जा रही है. मैं प्रधानमंत्री से अपील करता हूं कि वे मणिपुर की स्थितियों पर ध्यान दें. इस घटना के वीडियो में दिखाए गए दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जानी चाहिए. ऐसे आपराधिक व्यवहार में शामिल व्यक्तियों के लिए भारत में कोई जगह नहीं होनी चाहिए.