मुस्लिम युवाओं से अपील, नए साल का जश्न मनाने से बचें: रजा एकेडमी
आवाज द वॉयस /मुंबई
भारत के प्रमुख मुस्लिम संगठन रजा एकेडमी ने मुस्लिम युवाओं से अपील की है कि वे 31 दिसंबर की रात की पार्टियों में हिस्सा लेने से बचें क्योंकि ये अवैध और हराम है. रजा अकादमी के अध्यक्ष मौलाना सईद नूरी ने संगठन द्वारा ट्वीट किए गए एक वीडियो में कहा कि यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि साल की आखिरी रात, जिसे लोग इकतीसवीं रात कहते हैं, को बेशर्मी की निशानी में बदल दिया गया है. मुझे आश्चर्य है कि ऐसी कौन सी ओछी हरकत है जो जश्न के नाम पर ऐसी पार्टियों में नहीं की जाती. ऐसी अश्लील हरकतें शैतान को भी लज्जित कर सकती हैं. जबकि इस तरह की हराम गतिविधियों में सभी धर्मों के लोग शामिल होते हैं.
सईद नूरी ने कहा कि हमारे मुस्लिम युवा विशेष रूप से ऐसी बेहूदा हराम गतिविधियों में रुचि रखते हैं. अभी भी समय है. हमें अपने बच्चों को इस तरह की बेशर्मी से बचना चाहिए और उन्हें ऐसी पार्टियों में जाने से रोकना चाहिए.
गौरतलब है कि रजा अकादमी भारतीय मुसलमानों का एक सुन्नी बरेलवी समूह है जो लेखन, प्रकाशन, शोध और अध्ययन के माध्यम से इस्लामी विचारधारा को बढ़ावा देता है.
अकादमी ने कहा कि 31 दिसंबर की रात उत्सव के नाम पर अंधविश्वास और अश्लील हरकतें अपवित्र और वर्जित हैं. 31 दिसंबर को नमाज का अह्वान, आयत-ए-करीमा की तिलावत और नात आयोजित करें. संगीत, स्ट्रोब रोशनी, आकर्षक चेहरे और मिश्रित-सेक्स लोगों की भीड़ और नए साल की पार्टियों से जुड़ी ऐसी अन्य चीजें इस्लाम में प्रतिबंधित है.ं हालांकि कई मुसलमान धार्मिक नियमों का पालन नहीं करते हैं, फिर भी वे ऐसा करते हैं.
इस बीच बजरंग दल ने भी कर्नाटक में नए साल के जश्न पर रोक लगाने की मांग की है. बजरंग दल ने मेंगलुरु पुलिस कमिश्नर को लिखे एक नोट में नए साल की पार्टियों पर प्रतिबंध लगाने का अनुरोध किया है, जिसमें दावा किया गया है कि मुस्लिम पुरुष लव जिहाद के लिए बार और पब का दुरुपयोग करते हैं.