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एशिया का सबसे बड़ा ट्यूलिप गार्डन ईद से पहले खुलने को तैयार, पर्यटकों को है इंतजार

मुस्लिम नाउ ब्यूरो,श्रीनगर

एशिया का सबसे बड़ा ट्यूलिप गार्डन ईद से ठीक एक सप्ताह पहले खुलने जा रहा है। यहां सैर के लिए आने वाले पर्यटकों की बढ़ती संख्या को देखते हुए सवाल किया जा रहा है कि क्या इस बार पर्यटकों के आने का यह रिकाॅर्ड टूटेगा ? हालांकि दो-तीन वर्षों में कश्मीर न केवल सैलानियों की तादाद बढ़ी है। इसके साथ ही इसके बर्फीले इलाके में सैलानियों की भीड़ बढ़नेे से पर्यावरण पर दुष्प्रभाव पड़ा है। बावजूद इसके लोकल लोगों को मिलने वाले रोजगर को देखते हुए पर्यटकों के साथ साथ कश्मीरियों को भी ट्यूलिप गार्डन खुलने का इंतजार है।

एशिया का सबसे बड़ा ट्यूलिप गार्डन 26 मार्च को जनता के लिए खुलने जा रहा है। यह गार्डन श्रीनगर की प्रसिद्ध डल झील और ज़बरवान पहाड़ियों के बीच स्थित है और हर साल लाखों पर्यटकों को आकर्षित करता है। इस वर्ष, ट्यूलिप गार्डन में 1.7 मिलियन से अधिक ट्यूलिप बल्ब खिलेंगे, जो एक शानदार दृश्य पेश करेंगे।

पर्यटन सीजन की भव्य शुरुआत

जम्मू-कश्मीर में पर्यटन को बढ़ावा देने के उद्देश्य से स्थापित इंदिरा गांधी मेमोरियल ट्यूलिप गार्डन हर साल लाखों पर्यटकों को आकर्षित करता है। इस गार्डन की स्थापना 2007 में तत्कालीन मुख्यमंत्री गुलाम नबी आज़ाद ने की थी, ताकि कश्मीर के पर्यटन सीजन को और लंबा किया जा सके।

इस वर्ष ट्यूलिप गार्डन का उद्घाटन 26 मार्च को होगा, और इसे लेकर स्थानीय लोग एवं पर्यटन व्यवसायी काफी उत्साहित हैं।

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नई किस्मों के साथ अद्भुत नज़ारा

फ्लोरीकल्चर विभाग के अधिकारियों के अनुसार, इस बार गार्डन में ट्यूलिप की 74 से अधिक किस्में होंगी, जिनमें दो नई प्रजातियां भी शामिल हैं। गार्डन में अन्य वसंत फूल जैसे हायसिंथ, डेफोडिल, मस्करी और साइक्लेमेन भी खिलेंगे।

ट्यूलिप गार्डन के सहायक फ्लोरीकल्चर अधिकारी आसिफ अहमद ने कहा, “हम हर साल कुछ नया करने की कोशिश करते हैं। इस बार हमने रंग संयोजन में बदलाव किया है और दो नई ट्यूलिप किस्मों को जोड़ा है।”

पर्यटकों की संख्या में नया रिकॉर्ड संभव

पिछले साल, 4.65 लाख से अधिक घरेलू और विदेशी पर्यटकों ने इस गार्डन का दौरा किया था, जबकि 2023 में यह संख्या 3.65 लाख थी। इस साल पर्यटकों की संख्या में और वृद्धि होने की संभावना है, क्योंकि ट्यूलिप फेस्टिवल के दौरान जम्मू-कश्मीर प्रशासन विशेष व्यवस्थाएं कर रहा है।

पर्यटन विभाग के अधिकारियों का कहना है कि इस वर्ष पर्यटकों की संख्या का नया रिकॉर्ड बन सकता है।

स्थानीय अर्थव्यवस्था को मिलेगा बढ़ावा

ट्यूलिप गार्डन खुलने से कश्मीर की स्थानीय अर्थव्यवस्था को भी काफी लाभ मिलता है। होटल, टैक्सी सेवाओं, रेस्तरां और स्थानीय हस्तशिल्प कारोबार में तेज़ी देखने को मिलती है।

श्रीनगर के एक स्थानीय होटल व्यवसायी ने कहा, “ट्यूलिप गार्डन खुलने के साथ ही हमारा पर्यटन सीजन शुरू हो जाता है। इससे स्थानीय लोगों को रोजगार के अवसर मिलते हैं।”

पर्यावरण और पर्यटन का संतुलन

हाल के वर्षों में पर्यटकों की बढ़ती संख्या से कश्मीर की सुंदरता पर भी असर पड़ा है। हालांकि, प्रशासन इस बार पर्यावरण संतुलन बनाए रखने के लिए नए उपाय कर रहा है। प्लास्टिक उपयोग पर प्रतिबंध, स्वच्छता अभियान और ग्रीन ट्रांसपोर्ट को बढ़ावा देने पर ज़ोर दिया जा रहा है।

क्यों जाएं ट्यूलिप गार्डन?

  • 1.7 मिलियन ट्यूलिप बल्ब: विभिन्न रंगों और किस्मों के ट्यूलिप फूलों की विशाल श्रृंखला।
  • ज़बरवान पहाड़ियों की पृष्ठभूमि: गार्डन की प्राकृतिक सुंदरता इसे और आकर्षक बनाती है।
  • स्थानीय संस्कृति और हस्तशिल्प: पर्यटक कश्मीरी भोजन और हस्तशिल्प का भी आनंद ले सकते हैं।
  • फोटो और वीडियोग्राफी के लिए आदर्श स्थान: हरियाली, रंग-बिरंगे फूल और सुरम्य दृश्य इसे एक परफेक्ट फोटोजेनिक डेस्टिनेशन बनाते हैं।

कैसे पहुंचें?

श्रीनगर हवाई अड्डे से ट्यूलिप गार्डन मात्र 20 मिनट की ड्राइव पर स्थित है। साथ ही, शहर के विभिन्न हिस्सों से सार्वजनिक परिवहन और टैक्सी सेवाएं उपलब्ध हैं।

काबिल ए गौर

ट्यूलिप गार्डन न केवल कश्मीर की प्राकृतिक सुंदरता को दर्शाता है, बल्कि यह राज्य की अर्थव्यवस्था और पर्यटन उद्योग को भी नया जीवन देता है। इस साल, बढ़ी हुई सुविधाओं और नए आकर्षणों के साथ, यह गार्डन पर्यटकों के लिए और भी यादगार अनुभव देने के लिए तैयार है।

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