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आसिफ अहमद की अनूठी सोच: फूड एटीएम से भूख मिटाने की मुहिम

मुस्लिम नाउ ब्यूरो, कोलकाता

कोलकाता की व्यस्त सड़कों पर एक नई और अनोखी पहल शुरू की गई है, जिसे “फूड एटीएम” के नाम से जाना जाता है. यह एटीएम कोई साधारण एटीएम नहीं , जहां से पैसे निकाले जाते हैं. यहां से जरूरतमंदों को खाना मिलता है. यह पहल सांझा चूल्हा रेस्तरां के संस्थापक आसिफ अहमद द्वारा शुरू की गई है, जिनका उद्देश्य भोजन की बर्बादी को रोकना और गरीबों को पोषण प्रदान करना है.

फूड एटीएम: कैसे काम करता है?

फूड एटीएम में 320 लीटर का एक बड़ा रेफ्रिजरेटर रखा गया है, जहां शहर के रेस्तरां और सार्वजनिक स्थानों से बचा हुआ खाना सावधानीपूर्वक रखा जाता है. जो लोग भोजन के लिए संघर्ष कर रहे हैं, वे इस एटीएम के पास आकर आसानी से खाना ले सकते हैं. इस पहल को कोलकाता वी केयर ग्रुप और अन्य सामाजिक संगठनों का भी समर्थन मिल रहा है.

आसिफ अहमद बताते हैं, “एक रेस्तरां मालिक के रूप में, मैंने देखा कि बचा हुआ भोजन किस तरह बर्बाद होता है. इस विचार ने मुझे प्रेरित किया कि इसे जरूरतमंदों में बांटकर एक सामाजिक जिम्मेदारी निभाई जा सकती है.”

भूख मिटाने की निस्वार्थ पहल

आसिफ अहमद कोलकाता की सड़कों पर भूखे लोगों की दुर्दशा देखकर प्रेरित हुए. उन्होंने फूड एटीएम का विचार सामने रखा. इस एटीएम में रेस्तरां में बचा हुआ खाना पैक करके रखा जाता है, जिसे जरूरतमंद लोग आसानी से उठा सकते हैं.

इस पहल से रोजाना लगभग 50 लोगों को खाना मिल रहा है. अब इस पहल में कोलकाता पुलिस को भी शामिल करने की योजना है, ताकि समाज के अधिक कमजोर वर्गों तक यह सेवा पहुंच सके.

सम्मान और करुणा का प्रतीक

फूड एटीएम को इस तरह से डिजाइन किया गया है कि वहां आने वाले लोगों की गरिमा बनी रहे. आसिफ अहमद ने कहा, “हम चाहते हैं कि लोग बिना किसी शर्म के यहां आकर खाना ले सकें.हर व्यक्ति सम्मान और करुणा के योग्य है.”

इस पहल में छात्रों को भी शामिल किया गया है, ताकि वे बचपन से ही भोजन की अहमियत और इसे बर्बाद न करने की सीख ले सकें. तारातला और नरेंद्रपुर के स्कूलों में पायलट प्रोजेक्ट भी शुरू किए गए हैं, जहां छात्रों को भोजन के उपयोग और पुनर्चक्रण के बारे में जागरूक किया जा रहा है.

भविष्य की योजनाएं

इस पहल की सफलता को देखते हुए अब इसे कोलकाता के अन्य हिस्सों में भी फैलाने की योजना है. पार्क स्ट्रीट पर एक और फूड एटीएम खोलने की योजना बनाई जा रही है. वर्तमान में यह एटीएम दोपहर 12 बजे से रात 11:30 बजे तक संचालित होता है.

आसिफ अहमद ने बताया कि इस एटीएम ने न केवल भूखे लोगों की भूख मिटाई है, बल्कि उन्हें आत्मसम्मान के साथ जीने का एक जरिया भी दिया है.

यह पहल उन लोगों के लिए एक महत्वपूर्ण राहत बनी है जो आर्थिक तंगी के कारण भोजन के लिए संघर्ष कर रहे हैं. इस फूड एटीएम से अब वे लोग भी आसानी से खाना पा सकते हैं, जिन्हें पहले भोजन के लिए संघर्ष करना पड़ता था. यह एक ऐसा कदम है जो समाज में समानता, करुणा और सम्मान की भावना को बढ़ावा देता है.