किसके इशारे पर बार-बार सीमा पार कर रही है यह पाकिस्तानी महिला ? जांच एजेंसियां चिंति
मुस्लिम नाउ ब्यूरो, नई दिल्ली
पाकिस्तानी महिला सना भारतीय जांच एजेंसियों के लिए सिरदर्द बन गई है. तीन साल में यह दूसरी बार है जब इसे नेपाल सीमा पर गिरफ्तार किया गया है. उससे अब तक पांच एजेंसियों द्वारा पूछताछ की जा चुकी है, लेकिन न तो उसने भारत आने का मकसद बताया है और न ही उन जगहों का रास्ता बताया है जहां वह भारत में गई है.
पाकिस्तानी महिला क्या छिपाने की कोशिश कर रही है? भारत बार-बार क्यों है? नेपाल सीमा का रास्ता अपना रहा है, खुफिया एजेंसियां इसकी जांच कर रही हैं.
बिहार के किशनगंज में नेपाल सीमा से पकड़ी गई महिला की पहचान बिहार पुलिस और केंद्रीय खुफिया और सुरक्षा एजेंसियों के लिए एक अनसुलझी पहेली है. वह लगातार सवालों के अलग-अलग जवाब दे रही है. सीक्रेट एजेंसी को सबसे ज्यादा शक हो रहा है कि वह अपने दो नाम फरीदा मलिक और सना अख्तर बता रही है. वह खुद को पाकिस्तानी मूल की अमेरिकी नागरिक बता रही है, लेकिन उसकी बातों पर यकीन करना मुश्किल होता जा रहा है.
ऐसे सवाल उठता है कि महिला का नाम सना है या फरीदा. वे नेपाल मार्ग से जुड़ने पर संदेह जता रहे हैं. तीन साल में यह उनकी दूसरी गिरफ्तारी है. उसके पास से बरामद फर्जी दस्तावेज बनाने में किसने उसकी मदद की? वह भारत-नेपाल सीमा पर स्थित किशनगंज किस रास्ते से पहुंचा? फिलहाल इस महिला से बिहार पुलिस, सीमा सुरक्षा बल, आईबी, विदेश मंत्रालय और ईडी के अधिकारी पूछताछ कर रहे हैं. कुछ बातें ऐसी हैं, जिससे इस पाकिस्तानी महिला की गिरफ्तारी के बाद जांच एजेंसियों का शक और बढ़ गया है.
बिहार का किशनगंज जिला राष्ट्रीय सुरक्षा की दृष्टि से बेहद संवेदनशील है. अंतरराष्ट्रीय सीमा से सटे होने के कारण किशनगंज एक संवेदनशील जिला है.किशनगंज जिले की नेपाल और बांग्लादेश के साथ लंबी दूरी की सीमा है. एक नवंबर को नेपाल में घुसी एक पाकिस्तानी महिला की गिरफ्तारी के बाद से गुप्त विभाग के कान खड़े हो गए हैं.