Athens ग्रीक मुसलमानों की मस्जिद का सपना पूरा, 19 वीं शताब्दी के बाद बनी पहली इबादतगाह
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मस्जिद है वोटानिकोस से लगे मट्रो स्टेशन के पास Athens’s first mosque
इमाम सिदी मोहम्मद जकी नीले कालीन पर हलके कदम से चलते हुए मेहराब के नीचे बने नमाज पढ़ाने की जगह पर पहुंचते हैं. उनके पीछे, सात मर्द सफ यानी कतार बनाए खड़े हैं. सेहन से लगता एक कमरा है, जहां एक महिला भी नमाज पढ़ने के लिए खड़ी है. सभी इमाम के नमाज शुरू करने का बेसब्री से इंतजार कर रहे. यह नजारा है ग्रीस के शहर एथेंस की नव निर्मित पहली मस्जिद का. इसे स्थापित किया गया है ग्रीस ( Greece ) के दो लाख मुस्लिमों के लिए. जान कर आश्चर्य होगा कि पहली यूरोपीय राजधानी एथेंस की ग्रीक के मुसलमानों के लिए यह पहली मस्जिद है.जिसका निर्माण सरकारी धन से कराया गया है.
एथेंस की मुस्लिम एसोसिएशन के मुताबिक, 19 वीं शताब्दी तक यहां कोई अधिकारिक मस्जिद नहीं थी. मुसलमान इकट्ठे नमाज नहीं पढ़ पा रहे थे. यह एकमात्र यूरोपीय शहर था जहां सामूहिक इबादत के लिए कोई अधिकृत जगह नहीं थी. सरकार ने लंबे समय से चली आ रही मस्जिद (mosque) की मांग पूरी कर दी. इसे सोमवार से एथेंस के मुसलमानों के लिए खोल दिया गया. मस्जिद में एक साथ 366 लोग नमाज अदा कर सकते हैं .
कोरोना के खात्मे पर मस्जिद के उद्घाटन में होगा भव्य प्रोग्राम
कोरोना महामारी के चलते फिलहाल मात्र पांच लोगों को एक साथ नमाज पढ़ने की इजाजत है. पहले दिन पहली नमाज में सात मर्दों ने जमात में नमाज पढ़ी. मस्जिद के प्रशासनिक बोर्ड के सदस्य आशीर हैदर एथेंस में मस्जिद पाकर खुशी से फूले नहीं समा रहे. वेबसाइट मिडिल ईस्ट आई से बातचीत में कहते हैं, ‘‘एथेंस के मुसलमान मस्जिद को लेकर बहुत खुश हंै. महामारी खत्म होने के बाद यहां अधिक लोग नमाज अदा कर सकेंगे. इसकी व्यवस्था अभी से की जा रही है.’’ हालांकि, कोविड-19 के बढ़ते प्रभाव को देखते हुए गुरूवार को ग्रीक के प्रधानमंत्री ने लाॅक डाउन का ऐलान कर दिया था. इस क्रम में पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के तहत सोमवार से मस्जिद में नमाज शुरू करने पर प्रतिबंध लगा दिया गया. मगर बाद में सीमीत संख्या में नमाज पढ़ने की इजाजत दे दी गई. एथेंस के मुसलमान कहते हैं कि कोविड महामारी और तमाम बंदिशें खत्म होने पर मस्जिद के उद्घाटन पर भव्य प्रोग्राम किया जाएगा. अभी कोरोना के चलते मस्जिद में नमाजियों के लिए विशेष सावधानी बरती जा रही. हैदर बताते हैं, ‘‘हर किसी को कम से कम 1.5 मीटर की सामाजिक दूरी बनाने, मस्जिद के अंदर मास्क पहन कर आने, हाथ को साबुन से धोने तथा पैरों को प्लास्टिक की थैलियों से ढक कर आने की हिदायत दी गई है.‘‘ उन्हें अपने साथ जानमाज भी लाना होगा. जो नहीं ला सकते उनके लिए मस्जिद की तरफ से नमाज पढ़ने को पेपर उपलब्ध कराया जा रहा है.
मस्जिद पा कर एथेंस के मुसलमान हैं बेहद खुश
मस्जिद एथेंस के वोटानिकोस इलाके के मेट्रो स्टेशन से पांच मिनट की पैदल दूरी पर स्थित है. यह एथेंस के मुसलमान के लिए एक सपना सच होने जैसा है. मस्जिद के इमाम सिदी मोहम्मद जकी कहते हैं,‘‘ आखिरकार अब हमारे पास भी एक मस्जिद हो गई, जहां मुसलमान सामूहिक नमाज अदा कर सकते हैं.‘‘ उनके मुताबिक, एथेंस का हर मुसलमान सरकार के इस पहल से खुश और राहत महसूस कर रहा है. वर्षों से इसकी मांग थी. उन्होंने बताया कि लंबे समय से वे लोग एक परिसर में नमाज पढ़ने को इकट्ठे हो रहे थे. अब वह जगह बंद हो जाएगी.
‘‘ग्रीक के मुस्लिमों को गर्व है कि पहली यूरोपीय राजधानी एथेंस में सरकारी धन से एक मस्जिद का निर्माण कराया गया’’
आशीर हैदर, बोर्ड मेंबर, एथेंस मस्जिद
इमाम जकी मोरक्को के हैं , पिछले 25 साल से ग्रीस में रह रहे हैं. उनके तीन बच्चे हैं, जो यूनिवर्सिटी में तालीम हासिल कर रहे हैं. उन्हें मस्जिद बोर्ड ने एक इंटरव्यू के बाद इमामत के लिए चुना है. वह ग्रीक, अरबी और फ्रेंच धाराप्रवाह बोलते हैं. इस्लामी शिक्षा में उन्हें डिग्री प्राप्त है. वह कुरान अरबी में पढ़ाते हैं, पर मायने नमाजियों को ग्रीक में समझाते हैं .
सभी फिरके केलिए मुस्जिद के दरवाजे हैं खुले
मस्जिद में नमाज पढ़ने को मुसलमानों के लिए किसी तरह की कोई बंदिश नहीं. मगर यह सुन्नी मुसलमानों के नियंत्रण में है. हैदर कहते हैं, ‘‘ बावजूद इसके यहां किसी भी मसलक के मुसलमानों को नमाज पढ़ने की इजाजत है. यानी इसके दरवाजे शिया मुसलमानों के लिए भी खुले हैं. एथेंस की इस पहली मस्जिद के लिए कालीन ईरान से आया है, जबकि मेहराब के निर्माण में पाक शहर मक्का की लकड़ी इस्तेमाल की गई है. इसे मिस्र के एक शिल्पकार ने बनाया है, जो ग्रीस में रहता है. मस्जिद में कोई मीनार नहीं है. चर्चा है, जल्द ही यहां एक मीनार की तामीर कराई जाएगी. एथेंस में मस्जिद को लेकर एक सदी से जतन चल रहा था. चार साल पहले इसके निर्माण की उम्मीद जगी. अगस्त 2016 में ग्रीक संसद ने इसके लिए मंजूरी दी. इसके कुछ महीने बाद ही निर्माण शुरू हो गया. मस्जिद के निर्माण में ग्रीक नौसेना ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है, जबकि इसे तैयार किया है ग्रीक निर्माण कंपनी इंट्राकैट ग्रुप ( Greek construction company ) ने. इसपर 1.08 मिलियन $ खर्च आए हैं. मस्जिद के निर्माण का खर्च सरकार ने वहन किया. शिक्षा, अनुसंधान एवं धार्मिक मामलों के मंत्री, कोस्टास गैवरोग्लू कहते हैंः ‘‘ आखिरकार एथेंस के मुसलमानों के लिए एक मस्जिद स्थापित हो ही गई.’’
(pics & input :Middle East Eye)
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