मुसलमानों पर हमले: ईद-उल-अजहा के दौरान हिंसा और डर का माहौल
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मुस्लिम नाउ ब्यूरो, नई दिल्ली
जबकि पूरे भारत में मुसलमान ईद-उल-अजहा के लिए तैयार हैं, कई राज्यों में डर और धमकी का माहौल है. हिंदुत्व संगठन सक्रिय रूप से मुसलमानों पर नजर रख रहे हैं, कुर्बानी के लिए मवेशियों को ले जाने वालों को निशाना बना रहे हैं, जिससे हिंसा और मौत का सिलसिला जारी है.
ईद-उल-अजहा से कुछ दिन पहले, छत्तीसगढ़, गुजरात, महाराष्ट्र और तेलंगाना सहित देश के कई हिस्सों से हिंदुत्व वादी संगठनों द्वारा मुसलमानों पर हमले की खबरें हैं.लक्ष्यित हमले ने न केवल त्यौहार के माहौल को बिगाड़ दिया है, कई मुसलमानों को डर में डाल दिया है.
हाल के हमले भारत में मुसलमानों के खिलाफ बढ़ती असहिष्णुता और हिंसा को उजागर करते हैं. गौ रक्षक, जो जानवरों, खासकर गायों के “रक्षक” होने का दावा करते हैं, ने बेशर्मी से हमले बढ़ाए हैं.
तेलंगाना में मदरसे पर हमला
Dr. Naveen of Orthopedic Hospital Medak spoke to the media visibly emotional, and recounted that he was treating an injured patient Arif Samdani on humanitarian grounds, a mob of 150 to 200 people, identified as BJP and BJYM workers, attacked the hospital and damaged a doctor's… pic.twitter.com/2aFo8mEEAf
— Naseer Giyas (@NaseerGiyas) June 16, 2024
15 जून को तेलंगाना के मेडक जिले में एक मदरसे पर हिंदुत्ववादी भीड़ ने हमले कर कई मुसलमानों को घायल कर दिया.रिपोर्ट के अनुसार, मिन्हाज उल उलूम मदरसा के प्रबंधन ने बकरीद के लिए कुर्बानी के लिए मवेशी खरीदे थे. कुर्बानी के जानवरों को लाए जाने के बाद दक्षिणपंथी संगठनों के स्थानीय सदस्यों ने मदरसे के पास हंगामा किया. जल्द ही पुलिस मौके पर पहुंची और भीड़ को तितर-बितर किया.
एक घंटे बाद, दक्षिणपंथी हिंदुत्व समूहों के सदस्य फिर से मदरसे में पहुंचे और हमला किया. मदरसे के अंदर मौजूद कई लोग घायल हो गए . उन्हें इलाज के लिए स्थानीय अस्पताल ले जाया गया.
इसके बाद, चरमपंथी विचारधारा से प्रेरित हिंदुत्व भीड़ ने इस बार एक अस्पताल पर हमला किया और अस्पताल की इमारत पर पत्थर फेंके. पुलिस ने हस्तक्षेप किया और भीड़ को तितर-बितर करने के लिए लाठीचार्ज किया.
एमओजीएच के डॉ. नवीन ने मीडियाकर्मियों से बात करते हुए कहा, “हम चमत्कारिक रोगियों का इलाज कर रहे थे, तभी 100 से 150 लोगों की भीड़ ने अस्पताल में घुसकर पथराव किया, जिससे खिड़कियों के शीशे टूट गए. फर्नीचर क्षतिग्रस्त हो गया और एक कर्मचारी के पैर में फ्रैक्चर आया है. हमें बताएं कि हमने क्या गलत किया ? क्या किसी मरीज का इलाज करना पाप है?” डॉ. नवीन ने पूछा.
हमले में घायल कुछ लोगों ने आरोप लगाया कि यह मुसलमानों पर एक सुनियोजित हमला था. घायलों में से एक ने कहा, “यह न केवल मदरसों पर बल्कि स्थानीय मुसलमानों पर भी एक सुनियोजित हमला था.”एक अन्य घटना में, मेडक के रामदास चैरास्ता पर उस समय हाथापाई हो गई, जब भारतीय जनता युवा मोर्चा (बीजेवाईएम) के नेताओं ने पशुओं के परिवहन को रोक दिया और शिकायत दर्ज कराने के बजाय विरोध प्रदर्शन किया.
Medak me BJP/RSS ki khulle aam gundagardi aur Muslims per attacks aur Police Qamosh tamasha…..
— Amjed Ullah Khan MBT (@amjedmbt) June 15, 2024
CM Revanth Reddy soft hindutva…… pic.twitter.com/Oiceyusoix
इंटरनेट पर सामने आए एक अन्य वीडियो क्लिप में, भाजपा सदस्यों सहित हिंदुत्व वादी संगठनों के लोगों का एक समूह एक मुस्लिम व्यक्ति को पीटने की कोशिश में उसका पीछा करता हुआ दिखाई दे रहा है.मेडक के पुलिस अधीक्षक बी बाला स्वामी ने कहा, इस बीच, पुलिस ने इलाके में धारा 144 लगा दी है. स्थिति अब नियंत्रण में है.
इस हमले के बाद इलाके में सांप्रदायिक तनाव फैल गया. तेलंगाना पुलिस ने हिंसा के सिलसिले में भाजपा मेडक जिला अध्यक्ष गद्दाम श्रीनिवास, भाजपा मेडक शहर के अध्यक्ष एम नयम प्रसाद, भाजयुमो अध्यक्ष और सात अन्य को गिरफ्तार किया. पुलिस ने कहा कि उन्हें अदालत में पेश किया जाएगा. महाराष्ट्र में मीरा रोड, महाराष्ट्र में उस समय विवाद खड़ा हो गया जब बजरंग दल के कुछ सदस्यों ने हंगामा किया और कुर्बानी के लिए मेमने लाने वाले मुस्लिम परिवारों पर हमला किया. यह घटना शनिवार, 15 जून को जेपी नॉर्थ सेलेस्टे सोसाइटी के बाहर हुई. इंटरनेट पर सामने आए एक वायरल वीडियो में, कुछ बजरंग दल, कट्टरपंथी हिंदुत्व संगठन के सदस्य मुस्लिम परिवारों द्वारा पड़ोस में मेमने लाने पर आपत्ति जताते हुए दिखाई दे रहे हैं.
BJP & RSS workers started a Riot with False Allegations against Muslims in Medak of Telangana.
— Syed Rafi – నేను తెలుగు 'వాడి'ని. (@syedrafi) June 16, 2024
They attacked Muslims, Vandalised Muslim Properties.
Now, They want Muslims to be Arrested.
Saffron Brigade seen chasing & Beating Muslims in Medak 👇 pic.twitter.com/gLHfuZjh6T
विवाद तब और बढ़ गया जब बजरंग दल के सदस्यों ने एक मुस्लिम परिवार पर हमला किया. छत्तीसगढ़ में शुक्रवार, 7 मई को छत्तीसगढ़ के रायपुर जिले में गौरक्षकों द्वारा पीछा किए जाने के बाद दो मुस्लिम मवेशी व्यापारी मृत पाए गए. तीसरा व्यक्ति गंभीर रूप से घायल पाया गया. रिपोर्ट के अनुसार, मृतकों – गुड्डू खान, 35, और चांद मियां खान, 23 – के शव चट्टानों के नीचे पड़े मिले, जबकि तीसरा व्यक्ति – सद्दाम कुरैशी, 23 – जीवन और मौत के बीच संघर्ष कर रहा है. चांद मियां और कुरैशी चचेरे भाई थे. उत्तर प्रदेश के सहारनपुर जिले के निवासी थे, जबकि गुड्डू खान यूपी के शामली जिले का रहने वाला था.
हालांकि, कुरैशी और चांद मियां के एक अन्य चचेरे भाई ने कहा कि उन्हें पता था कि उनके भाई खतरे में हैं, क्योंकि उन्हें सुबह 2 बजे और फिर सुबह 4 बजे फोन आया था.
I've watched complete Press conference of Inspector General, Medak.
— Bilal shah (@bilalify_) June 16, 2024
He officially mentions
– It was hindu groups who had taken law in their hands. Severely damaged muslims and their businesses.
– NOT A SINGLE COW was found. The goons didn't even check.pic.twitter.com/yfJfeQI3ds
कुरैशी एक सहायक था. उसने फोन करके जेब में रख लिया. वह चिल्ला रहा था कि उसका हाथ और पैर टूट गया है. वह विनती कर रहा था, भैया पानी पिला दो एक घूंट. मारो मत बस पानी पिला दो .
इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के अनुसार, हमने कुछ लोगों को उससे पूछते हुए भी सुना, कहां से लाए हो…छोड़ेंगे नहीं. हमने पुलिस की मदद नहीं ली, क्योंकि हमें नहीं पता था कि यह घटना उनकी हत्या का कारण बनेगी. शाम 5 बजे, जब हमने चांद को फिर से कॉल करने की कोशिश की, तो पुलिस कर्मियों ने कॉल रिसीव की और बताया कि वह मर चुका है. पुलिस अधिकारी राठौर ने कहा, हम कॉल डिटेल रिकॉर्ड की जांच करेंगे ताकि पता चल सके कि पीड़ितों ने किससे बात की और उनके बयान दर्ज किए. हम परिवार के सदस्यों के बयान भी दर्ज करेंगे.
गुजरात मंे भैंस व्यापारी को मार डाला
बुधवार, 22 मई को गुजरात के बनासकांठा जिले में भैंसों को ले जा रहे एक मुस्लिम व्यक्ति की गौरक्षकों के एक समूह ने हत्या कर दी.पांच गौरक्षकों के एक समूह ने सूचना के आधार पर सुबह करीब 5 बजे मिश्री खान और हुसैन खान पर घात लगाकर हमला किया. एक क्रूर हमले में मिश्री खान पर लोहे की छड़ों से जानलेवा हमला किया गया, जिससे गंभीर चोटों के कारण उनकी असमय मौत हो गई. हालांकि, हमले के जीवित बचे और प्रत्यक्षदर्शी हुसैन खान हमलावरों से बच निकलने में कामयाब रहे.
Telangana police are at the house of BJP Medak District President Gaddam Srinivas. He along with nine others have been arrested in connection with the violence in Medak town prior to Eid-ul-Azha. pic.twitter.com/8LqiV5CIoa
— Naseer Giyas (@NaseerGiyas) June 16, 2024
हुसैन खान ने पुलिस को भयावह घटना के बारे में बताया. कहा कि जब आरोपी व्यक्तियों ने उन्हें गाली देना और जान से मारने की धमकी देना शुरू किया, तो उन्होंने और मिश्री खान ने अपने वाहन से भागने की कोशिश की, लेकिन पंचर टायर फट गया और हुसैन खान मौके से भागने में कामयाब रहे, जबकि हमलावरों ने मिश्री खान को पकड़ लिया.पुलिस ने जगतसिंह और हमीरभाई को गिरफ्तार कर लिया.
कर्नाटक में पशु व्यापारी की पिटाई
कर्नाटक के विजयपुरा जिले के बबलेश्वर तालुक में हिंदुत्ववादी बजरंग दल संगठन से जुड़े गुंडों के एक समूह ने एक मुस्लिम मवेशी व्यापारी की बेरहमी से पिटाई की.
रिपोर्ट के अनुसार, पीड़ित की पहचान बंदे नवाज के रूप में हुई है, जो बबलेश्वर से विजयपुरा दो बैल, एक भैंस का बछड़ा और एक गाय लेकर जा रहा था, तभी हमलावरों ने वाहन को रोक लिया. हमलावर कथित तौर पर बजरंग दल के नेताओं वीरेश हिरेमठ और राजू बिरादरा के सहयोगी थे.
रोकने के बाद, हिंदुत्व हमलावरों ने नवाज के वाहन पर धावा बोला और अंदर मवेशी मिलने पर उन्होंने उसे बेरहमी से पीटा, जिससे वह लहूलुहान हो गया.
मध्य प्रदेश में 11 मुसलमानांे के घर ढहाए
शनिवार, 15 जून को मध्य प्रदेश के आदिवासी बहुल मंडला में राज्य में अवैध गोमांस व्यापार के खिलाफ कार्रवाई के तहत 11 मुसलमानों के घर ध्वस्त कर दिए गए.मंडला के पुलिस अधीक्षक रजत सकलेचा ने पीटीआई को बताया कि यह कार्रवाई एक गुप्त सूचना मिलने के बाद की गई. नैनपुर के भैनवाही इलाके में कुर्बानी के लिए बड़ी संख्या में गायों को बंदी बनाकर रखा गया है.
उन्होंने कहा, एक टीम वहां पहुंची और हमने आरोपियों के पिछवाड़े में बंधी 150 गायें पाईं. सभी 11 आरोपियों के घरों में रेफ्रिजरेटर से गाय का मांस बरामद किया गया. हमें जानवरों की चर्बी, मवेशियों की खाल और हड्डियां भी मिलीं, जिन्हें एक कमरे में ठूंसा गया था. स्थानीय सरकारी पशु चिकित्सक ने पुष्टि की है कि जब्त किया गया मांस गोमांस है. हमने द्वितीयक डीएनए विश्लेषण के लिए नमूने हैदराबाद भी भेजे हैं. 11 आरोपियों के घर इसलिए ढहा दिए गए क्योंकि वे सरकारी जमीन पर थे.इस मामले में सबसे विवादास्पद यह है कि यदि पशु व्यपारी ने कुर्बानी के लिए गायें इकट्ठी कर रखी थीं तो उन्हें काट कर अपना घाटा क्यों किया ?
In Madhya Pradesh’s Mandla, homes of 11 Muslim men demolished after police allegedly found beef stored in refrigerators.
— Raqib Hameed Naik (@raqib_naik) June 15, 2024
pic.twitter.com/MarYxVOnwi
एक अन्य मामले में, नवी मुंबई पुलिस ने मीट शॉप के मालिक के खिलाफ शिकायत दर्ज की, जब इंटरनेट पर एक वीडियो सामने आया, जिसमें कथित तौर पर एक सफेद बकरे की खाल पर ‘राम’ लिखा हुआ था.इंडिया टीवी की एक रिपोर्ट के अनुसार, हिंदू देवता के नाम से पीले रंग में चिह्नित बकरे को ईद-उल-अजहा (बकरी ईद) त्यौहार से पहले बेचा जाना था.
इस घटना ने व्यापक आक्रोश पैदा कर दिया. कई हिंदू संगठनों ने ऑनलाइन आंदोलन किया है. मुंबई पुलिस से अनुरोध किया है कि वह जानबूझकर “कानून और व्यवस्था” का मुद्दा पैदा करने के लिए कड़ी कार्रवाई करे.
BIG NEWS 🚨 Shop owner in Navi Mumbai detained after visuals of goat meant for Bakrid scribbled with ‘Ram’ goes viral on social media.
— Times Algebra (@TimesAlgebraIND) June 16, 2024
Hindu Groups started protests.
Mumbai Police filed a FIR against the shop owner Muhammad Shafi. He has been taken into custody.
The store… pic.twitter.com/IdFe3Kv3k9
इस्लामिक विद्वानों के ईद-उल-अजहा पर दिशा-निर्देश
मुस्लिम समुदाय तनाव को बढ़ने से रोकने की कोशिश कर रहा है. इस्लामी रहनुमाओं ने 17 जून को मनाए जाने वाले आगामी ईद-उल-अजहा त्यौहार के दौरान जानवरों की कुर्बानी देने वालों के लिए एक सलाह जारी की है.प्रमुख मुस्लिम संगठन जमीयत उलेमा-ए-हिंद ने भी मुसलमानों से सरकार के दिशा-निर्देशों का पालन करने और सोशल मीडिया पर तस्वीरें साझा करने से परहेज करने का आग्रह किया है.
अपील की गई कि केवल उन्हीं पशुओं की कुर्बानी स्वच्छ और खुली जगह पर की जाए, जिन पर राज्य द्वारा प्रतिबंध नहीं है. साथ ही, खून को जमीन में गाड़ दिया जाना चाहिए, ताकि यह खाद के रूप में काम आ सके और मिट्टी उपजाऊ हो सके. यह भी सलाह दी गई कि कुर्बानी सड़कों या सार्वजनिक स्थानों पर नहीं की जानी चाहिए और पशु के सभी अवशेषों को नगर निगमों द्वारा उपलब्ध कराए गए कूड़ेदानों में ही फेंका जाना चाहिए.
अधिकारी चुप
देश में मुसलमानों पर बढ़ते हमलों पर सरकार की प्रतिक्रिया अपर्याप्त रही है. कई अधिकारी चुप रहे और हिंसा की निंदा करने में विफल रहे. कई मामलों में, पीड़ितों को ही दोषी ठहराया गया. हाल के हमले हिंसा और धमकी की एक बड़ी प्रवृत्ति का हिस्सा हैं जो पिछले कुछ वर्षों में भारत में बढ़ रही है. 2014 में भाजपा के सत्ता में आने के बाद से, गौरक्षकों और हिंदुत्व वादी समूहों द्वारा हमलों में उल्लेखनीय वृद्धि हुई है. अक्सर सरकार का मौन समर्थन रहता है.
ईद-उल-अजहा के मौके पर हिंसा:
हिंदुत्व संगठनों द्वारा मुसलमानों पर हमले
विभिन्न राज्यों में तनाव और डर का माहौल
तेलंगाना में मदरसे पर हमला:
- मदरसे में कुर्बानी के लिए मवेशी लाने पर हमला
- पुलिस हस्तक्षेप के बावजूद हमलावरों का हिंसक रुख
- मदरसे के साथ अस्पताल पर भी हमला
महाराष्ट्र में विवाद:
बजरंग दल के सदस्यों द्वारा मुस्लिम परिवारों पर हमला
कुर्बानी के लिए लाए गए मेमनों पर आपत्ति
छत्तीसगढ़ में मवेशी व्यापारियों की हत्या:
गौरक्षकों द्वारा दो मुस्लिम मवेशी व्यापारियों की हत्या
घटना के वक्त पीड़ितों की दर्दनाक स्थिति
गुजरात में हिंसा:
बनासकांठा में भैंस व्यापारी की हत्या
हमलावरों ने लोहे की छड़ों से हमला किया
कर्नाटक में हमला:
- बजरंग दल के सदस्यों द्वारा मुस्लिम मवेशी व्यापारी की पिटाई
- पीड़ित नवाज के वाहन पर हमला
- मध्य प्रदेश में घरों का विध्वंस:
अवैध गोमांस व्यापार के खिलाफ कार्रवाई में 11 मुस्लिमों के घर ध्वस्त
इस्लामिक विद्वानों के दिशा-निर्देश:
कुर्बानी के दौरान सावधानी बरतने की सलाह
सोशल मीडिया पर तस्वीरें साझा करने से परहेज करने की अपील
सरकारी अधिकारियों की चुप्पी:
हिंसा पर सरकार की अपर्याप्त प्रतिक्रिया
हिंसा की निंदा करने में असफलता
हिंदुत्व संगठनों की बढ़ती हिंसा:
2014 के बाद से हमलों में वृद्धि
सरकार के मौन समर्थन का आरोप
-इनपुट सियासत डाॅट काॅम