कश्मीर में छवि बदलने की कोशिश ? बारामूला में अमित शाह ने अजान के दौरान भाषण रोका
मुस्लिम नाउ ब्यूरो,बारामूला
कहने को भारतीय जनता पार्टी में एक अल्पसंख्यक मोर्चा भी, पर जब पद और चुनाव में टिकट देने की बारी आती है तो मुंह मोड़ लिया जाता है. मगर भाजपा कश्मीर मंे अपनी इस परंपरा से कुछ हटकर दिखने में लगी है. चूंकि इस केंद्र शासित प्रदेश में चुनाव होने वाले हैं, इसलिए भाजपा की ओर से वह तमाम टोटके आजमाए जा रहे हैं, जिससे कश्मीर के मुसलमान प्रभावित किए जा सकें.
इस सियासी चश्म से केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह की उत्तरी कश्मीर की जनसभा को भी देखा जा रहा है, जहां उन्हांेने अजान के दौरान अपना भाषण कुछ समय के लिए रोक दिया.ऐसा पहली बार हुआ है कि अमित शाह ने अजान के दौरान अपना भाषण रोका हो. इस घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है.
बताते हैं कि बारामूला में पास की एक मस्जिद से अजान सुनते ही शाह ने अपना भाषण रोक दिया. अजान खत्म होने के बाद शाह ने अपना भाषण फिर से शुरू किया.शाह यहां रैली में भाग लेने कश्मीर के विभिन्न हिस्सों से आए हजारों लोगों को संबोधित कर रहे थे. बताते हैं कि अजान के दौरान तकरीबन पांच मिनट तक अमित शाह ने अपना भाषण रोके रखा.
Massive gathering at a public rally in Baramula, J&K…Watch my address! https://t.co/7SG6JwrBAD
— Amit Shah (@AmitShah) October 5, 2022
अमित शाह इनदिनों अपने तीन दिवसीय कश्मीर दौरे पर हैं. कहने को वो सुरक्षा का जायजा लेने आए हैं, पर उनकी सियासी गतिविधियां अधिक चल रही हैं.बारामूला में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने पाकिस्तान के साथ बातचीत से इनकार करते हुए कहा कि अंतिम मतदाता सूची और अन्य तैयारियां पूरी होने के बाद जम्मू-कश्मीर में चुनाव कराया जाएगा.
उन्होंने कहा, मैं जम्मू-कश्मीर के युवाओं से किसी भी मुद्दे पर बात करने के लिए तैयार हूं, लेकिन पाकिस्तान से नहीं.
उन्हांेने कहा,जम्मू-कश्मीर में चुनाव की घोषणा, अंतिम मतदाता सूची और अन्य तैयारियों पूरा होने के बाद की जाएगी. प्रक्रिया जारी है और तैयारी जोरों पर है. शाह ने रैली में नेशनल कांफ्रेंस और पीडीपी पर निशाना साधते हुए कहा कि 42000 लोगों की हत्या के लिए अब्दुल्ला एंड संस और मुफ्ती एंड कंपनी जिम्मेदार हैं.
उन्होंने कहा, इन परिवारों ने अपने निजी फायदे के लिए जम्मू-कश्मीर के संसाधनों को लूटा और आम आदमी के लिए कुछ नहीं किया.
शाह ने कहा कि बारामूला कभी उग्रवाद का गढ़ हुआ करता था. यहां आतंकवादी गतिविधियां आम थीं. दूर तक फैला गुलमर्ग स्कीयरों का स्वर्ग है. इस जगह के तीर्थस्थल और सांस लेने वाले बर्फ से ढके पहाड़ बड़ी संख्या में पर्यटकों को आकर्षित कर रहे हैं.
गृह मंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बिना जम्मू-कश्मीर का विकास असंभव है. आज, हमारे पास सबसे अच्छी सड़कें, रेल संपर्क, पुल और अस्पताल हैं. हमारे पास जम्मू-कश्मीर में एम्स और नर्सिंग कॉलेजों के अलावा नौ मेडिकल कॉलेज हैं.
उन्होंने दोहराया कि गूजर, बकरवाल और पहाड़ी लोगों को उचित आरक्षण दिया जाएगा, क्योंकि वे पिछले 75 वर्षों से लोकतंत्र के लाभों से वंचित थे. गृह मंत्री ने पाकिस्तानी आक्रमणकारियों के खिलाफ भूमिका के लिए मकबूल शेरवानी की प्रशंसा की. उन्होंने विभिन्न बिजली, सड़क और जल शक्ति परियोजनाओं की आधारशिला भी रखी.
शाह ने रैली में अजान की आवाज सुनते ही अपना भाषण बीच में ही रोक दिया. अजान खत्म होने के बाद उन्होंने अपना भाषण फिर से शुरू किया.इससे पहले शाह की रैली में शामिल होने के लिए हजारों की संख्या में लोग बारामूला पहुंचे.कुपवाड़ा, बांदीपोरा, बारामूला और घाटी के अन्य हिस्सों से हजारों लोग सुबह कार्यक्रम स्थल के बाहर लाइन में लगे मिले. कार्यक्रम स्थल और उसके आसपास सुरक्षा के व्यापक बंदोबस्त किए गए थे.
जम्मू-कश्मीर के तीन दिवसीय दौरे पर आए अमित शाह ने मंगलवार को राजौरी में एक विशाल जनसभा को संबोधित किया.शाह श्रीनगर पहुंचने पर कई प्रतिनिधिमंडलों से मुलाकात की और पुलिस, सुरक्षा बलों और विभिन्न खुफिया एजेंसियों के साथ एक उच्च स्तरीय बैठक की.