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Bihar Election Results 2020 जंगल राज का डर दिखाने वाले क्या दिलाएंगे गुलशन और गुलनाज को इंसाफ ?

बिहार के वैशाली (Vaishali) में दो मुस्लिम बच्चियों को जिंदा जलाने के आरोपियों को अब तक गिरफ्तार नहीं किए जाने से लोग गुस्से में हैं. दोनों बच्चियों में से एक गुलनाज की इलाज के दौरान पटना मेडिकल काॅलेज-अस्पताल में मौत हो गई.लोग पूछ रहे हैं, बिहार चुनाव में जंगल राज का भय दिखा कर वोट बटोरने वाले क्या गुलशन और गुलनाज को इंसाफ दिलाएंगे ?

 बच्ची की मां बेटी की लाश सड़क पर रखकर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (nitish Kumar) से गुहार लगा रही-‘‘बिहार को उत्तर प्रदेश बनने न दें.’’ ग़ौरतलब है, वैशाली के देसरी गांव की दो सगी  बहनों गुलनाज खातून एवं गुलशन खातून का दोष इतना है कि उन्होंने अपनी जैसी एक हिंदू लड़की से छेड़-छाड़ का विरोध किया. इस पर आरोपी सतीश यादव, चंदन यादव एवं नवीन यादव ने न केवल किरण यादव से मार-पीट की, छेड़-छाड़ का विरोध करने वाली गुलशन एवं गुलनाज को आग के हवाले कर दिया. दोनों इतनी बुरी झुलस गईं कि उन्हें पटना मेडिकल काॅलेज अस्पताल में भर्ती कराना पड़ा. इलाज के दौरान गुलनाज की मौत हो गई. मौत के बाद उसके परिजनों ने बेटी का शव सड़क पर रख कर प्रदर्शन किया. तख्ती लेकर प्रदेश के नए मुखिया बनने जा रहे नीतीश कुमार से बिहार को उत्तर प्रदेश न बनने देने की गुहार लगाई.
  घटना सोशल मीडिया पर ट्रेंड कर रही है. कई लोगों ने इससे संबंधित तस्वीरें अपने ट्वीटर हैंडल पर साझा की हैं. सत्येंद्र पटेल ने विधानसभा चुनाव के दौरान राष्ट्रीय जनता दल के पिछले कार्यकाल में जंगल राज का हवा लेकर तेजस्वी यादव को घेरने वाले नीतीश कुमार से गुहार लगाई है-‘‘हमें भरोसा है. आप जिस जंगल राज की बात बार बार कर रहे थे. आप न्याय देकर साबित करेंगे कि आपके लिए सभी बराबर हैं.’’ हालांकि, इस गुहार का कोई असर होता नहीं दिख रहा. आरोपी पुलिस की गिरफ़्त से बाहर हैं. सोमवार को मुख्यमंत्री पद की शपथ लेने वाले नीतीश कुमार से एस के शमीम ने सोशल मीडिया पर घटना की तस्वीर साझा कर दोनों बेटियों को न्याय दिलाने की मांग की है. आजाद समाज पार्टी के प्रवक्ता सूरजकांत बुद्ध ने भी तस्वीरें साझा कर ऐसी ही अपील नीतीश से की है.

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