बीजेपी ने खेला मंदिर- पाकिस्तान कार्ड, असम सीएम बोले-400 सीटें मिलीं तो मथुरा, वाराणसी में भी मंदिर
मुस्लिम नाउ ब्यूरो,नई दिल्ली
मुद्दाविहीन भारतीय जनता पार्टी द्वारा हिंदुआंे के एक खास वर्ग का वोट बटोरने के लिए चला गया ‘मुस्लिम काॅर्ड’ फेल होने के बाद मंदिर और पाकिस्तान पर राजनीति शुरू कर दी गई है.बीजेपी के बड़बोले नेता और असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने कहा है कि 400 सीट मिलने के बाद मथुरा और काशी में भी अयोध्या की तरह मंदिर बनवाया जाएगा और पीओके भी हमारा होगा.
हालांकि, आम भारतीय इससे इतर बुनियादी मुद्दों को लेकर राजनीतिक दलों से ठोस आश्वासन चाहता है. फिलहाल देश में बेरोजगारी और महंगाई की आंधी चल रही है.
इसे दरकिनार कर सत्तारूढ़ बीजेपी ने चुनाव की घोषणा से पहले जनवरी के आखिरी सप्ताह में अर्धनिर्मित राम मंदिर का उद्घाटन कर एक खास वर्ग के सहारे अपने पक्ष मंे माहौल तैयार करने का प्रयास किया. मगर चुनाव आते-आते इसकी हवा निकल गई. इसके बाद बीजेपी ने 60 पेज का ‘मोदी की गारंटी’ नाम से घोषणा पत्र जारी कर मतदाताओं को पटाने की कोशिश की. मगर यह फार्मूला भी फेल गया. चार चरणों के मतदान में मतदाताओं ने उम्मीद से ज्यादा बेरुखी दिखाई.
तमाम प्रयासों के बावजूद मतदान कम हुए. एक सर्वे के अनुसार, तकरीबन 70 प्रतिशत ऐसे मौके देखे गए, जब कम मतदान के बावजूद सत्ता बदल गई. कहीं यह नौबत बीजेपी के साथ न आ जाए और केंद्र में तीसरी बार सरकार बनाने से वंचित रह जाए ? ऐसे में हिंदुओं के एक वर्ग में जोश भरने के लिए मोदी सहित बीजेपी के कई नेताओं ने मुसलमानों को लेकर अनाप-शनाप बयान दिए. मगर यह दांव पिट गया. इसके उलट अंतरराष्ट्रीय मीडिया में उनकी भद पिट गई. इस लिए अब मथुरा और काशी में राम मंदिर की तरह मंदिर निर्माण का सपना दिखाया जाने लगा है.
यह सबको पता है कि राम मंदिर के निर्माण का रास्ता कैसे बना और इस मामले में सुप्रीम कोर्ट के फैसले को लेकर मुसलमानों का एक वर्ग क्या राय रखता है.इन तमाम बातों से इतर,असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने कहा कि जब भाजपा को 300 सीटें मिलीं, तो उन्होंने अयोध्या में राम मंदिर बनाया. अब 400 सीटें मिलने के बाद मथुरा में कृष्ण जन्मभूमि स्थल और काशि में उसके स्थान पर मंदिर बनाए जाएंगे.
उन्होंने यह भी कहा कि पीएम मोदी के नेतृत्व में पाकिस्तान के कब्जे वाले जम्मू-कश्मीर (पीओके) को भारत में शामिल किया जाएगा.उन्होंने आगे कहा कि कांग्रेस के शासनकाल में पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर को लेकर संसद में कोई चर्चा नहीं होती थी.
जब कांग्रेस सरकार सत्ता में थी, तो हमें बताया गया था कि एक कश्मीर भारत में है और दूसरा पाकिस्तान में. हमारी संसद में कभी इस पर चर्चा नहीं हुई कि पाकिस्तान ने कब्जे वाले कश्मीर पर कब्जा कर लिया है, यह वास्तव में हमारा है. अभी, आंदोलन हो रहा है. पीओके में हर दिन लोग भारतीय तिरंगे को हाथ में लेकर पाकिस्तान के खिलाफ विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं. अगर मोदी जी को 400 सीटें मिलती हैं, तो पीओके भी भारत का हो जाएगा. इसकी शुरुआत हो चुकी है.
असम के मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि भाजपा सरकार आरक्षण को और अधिक मजबूती देने के लिए काम कर रही है.पीएम मोदी खुद ओबीसी वर्ग से आते हैं. बीजेपी 10 साल से सत्ता में है. हमारी सरकार आरक्षण को और मजबूती देने के लिए काम कर रही है. कांग्रेस एससी, एसटी और ओबीसी आरक्षण खत्म कर मुसलमानों को आरक्षण देना चाहती है, जो उन्होंने कर्नाटक में शुरू कर दिया है.
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इससे पहले, पाकिस्तान के कब्जे वाले जम्मू-कश्मीर (पीओके) में विरोध प्रदर्शनों पर प्रकाश डालते हुए, विदेश मंत्री एस जयशंकर ने मंगलवार को दोहराया कि यह भारत रहा है और हमेशा रहेगा. उन्होंने कहा कि पीओके में लोग अपनी स्थिति की तुलना उन लोगों से कर रहे होंगे. जम्मू और कश्मीर में रहना, बाद के क्षेत्र में स्पष्ट प्रगति की ओर इशारा करता है.
सोमवार को अवैध रूप से पीओके में तैनात पाकिस्तान पैरामिलिट्री रेंजर्स ने कई प्रदर्शनकारियों को गोलियों से भून दिया, जिससे दर्जनों लोग गंभीर रूप से घायल हो गए.इस घटना में क्षेत्र के कई स्थानीय लोग घायल हो गए. हजारों की संख्या में स्थानीय लोग बिजली बिलों पर करों, सब्सिडी में कटौती और प्रधान मंत्री और राष्ट्रपति के भत्तों और विशेषाधिकारों को समाप्त करने के खिलाफ अपनी मांगों को उठाने के लिए सड़कों पर थे.
हालांकि, इससे पहले बीजेपी के राज्यसभा सांसद सुब्रमण्यम स्वामी चीन द्वारा भारत की जमीन पर अवैध कब्जा करने का मामला उठा चुके हैं, जिस पर बीजेपी नेता चुप्पी साधे हुए हैं. पीओके की तरह उसे वापस लेने की बात कोई नहीं कहता.