धर्मांतरण के नाम पर विहित छेडे़गा अभियान, मुसलमान रहें होशियार
मुस्लिम नाउ ब्यूरो, नई दिल्ली /प्रयागराज
देश के मुसलमानों एवं ईसाई समुदाय को सतर्क रहने की जरूरत है. कट्टरवादी हिंदू संगठन धर्मांतरण के बहाने उनके बीच बवाल मचा सकते हैं. कुछ दिनों पहले आरएसएस ने धर्मांतरण के विरूद्ध ‘घर वापसी’ कराने को आंदोलन चलाने की जानकारी दी थी. अब इसके विश्व हिंदू परिषद (विहिप) के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष और श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय ने कहा है कि विहिप ‘धोखे’ और ‘लालच’ से प्रेरित धर्मांतरण के नेटवर्क को रोकने के लिए ठोस प्रयास करेगा.
उन्होंने कहा कि विहिप का नेटवर्क 2024 तक गांव-गांव और मोहल्ले तक पहुंच जाएगा. तब न गायों की हत्या होगी न धर्म परिवर्तन होगा और न ही लव जिहाद की घटनाएं होंगी. उन्होंने कहा, अवैध धर्मांतरण और तथाकथित उपचार सभाओं के कारण देश की अनुसूचित जनजातियों के मन में तनाव बढ़ रहा है. हमें इस बात पर ध्यान देना होगा कि लालच, छल या भय किसी भी कीमत पर धर्मांतरण न हो.
राय यहां चल रहे माघ मेला-2023 में संगठन के परेड ग्राउंड कैंप में शुरू हुई विहिप के काशी प्रांत की दो दिवसीय बैठक में बोल रहे थे.उन्होंने कहा, हमारा कर्तव्य है कि हम अपनी माताओं-बहनों के माध्यम से परिवारों में अपनी संस्कृति और सांस्कृतिक मूल्यों को बढ़ावा देकर लव जिहाद की चुनौती को स्वीकार करें.
उन्होंने कहा, सामाजिक समरसता फैलाने और हमारे समाज के वंचित सदस्यों को मुख्य धारा में लाने का काम लगातार किया जा रहा है.राय ने कहा, संगठन की रोजगार और चिकित्सा परियोजनाएं पूरे जोरों पर चल रही हैं और आने वाले छह महीनों में इस तरह की पहल की संख्या बढ़ानी होगी, ताकि धर्मांतरण को और अधिक प्रभावी ढंग से रोका जा सके.
ज्ञात रहे कि गोकशी और गोतस्करी के नाम पर पहले ही मुसलमानांे को प्रताड़ित किए जाने की कई घटनाएं सामने आ चुकी हैं. अखलाक और पहलू खान ,ऐसी घटनाओं की पहचान बन चुके हैं. जब कि धर्मांतरण के नाम पर मुसलमानांे को हिंदू बनाने का लंबा खेल चल रहा है. पश्चिीमी उत्तर प्रदेश और हरियाणा में ऐसे कई मामले सामने आ चुके हैं.