Muslim WorldReligionTOP STORIES

केंद्र सरकार का दावा, 175,000 हज यात्रियों की सुविधा के लिए भारतीय अधिकारी चैबीसों घंटे चैकस

मुस्लिम नाउ ब्यूरो, नई दिल्ली

इस साल हज के लिए सऊदी अरब पहुंचने वाले भारतीय यात्रियों की सुविधा की खातिर विशेष इंतजाम किया गया हैं. उन्हें सेवा प्रदान करने को बड़ी संख्या में अधिकारी चैबीस घंटे तैनात किए गए हैं. यह दावा है भारतीय अधिकारियों का.

बता दें कि दुनिया में इस्लाम को मानने वालों की संख्या 200 मिलियन से अधिक है, जबकि हिंदू बहुल देश भारत में दुनिया की सबसे बड़ी मुस्लिम आबादी रहती है. वहीं 2023 हज कोटा के तहत 175,000 भारतीय मुसलमान हज के लिए सऊदी अरब की यात्रा पर हैं. हज इस्लाम के पांच स्तंभों में एक है.

भारतीय हज यात्रियों के लिए विशेष उड़ानें मई के अंतिम सप्ताह में शुरू हुईं, जो 22 जून को समाप्त होंगी.रियाद में भारतीय दूतावास ने बुधवार को अरब न्यूज को बताया, भारतीय हज मिशन हज यात्रियों के लिए सर्वोत्तम सेवाएं देने के लिए चैबीसों घंटे काम कर रहा है. जेद्दा और मक्का और मदीना में अधिकारी तैनात किए गए हैं.

हज व्यवस्था भारत के बाहर भारत सरकार का सबसे व्यापक लॉजिस्टिक ऑपरेशन है. बताया गया कि इसके लिए भारतीय हज मिशन, जेद्दा में भारत के महावाणिज्य दूतावास इसकी सफलता के लिए बहुत मेहनत कर रहे हंै.

इस वर्ष व्यवस्थाओं को और अधिक जटिल बनाने वाली एक नई हज नीति शामिल की गई है. मर्दे के बगैर महिलाओं को व्यक्तिगत रूप से आवेदन कर मक्का और मदीना के पवित्र शहरों की यात्रा की अनुमति दी गई है. सऊदी अरब ने उस नियम को रदद कर दिया है जिसके लिए महिला हज यात्रियों को महरम के साथ जाने की आवश्यकता होती थी.

भारत ने भी इसके बाद फरवरी में अपनी हज नीति में बदलाव किया था. इस साल हजारों महिलाओं ने हज यात्रा के लिए बिना पुरूष के पंजीकरण कराया है.

अरब दूतावास ने बताया कि इस साल के हज की विशेषता महरम के बिना महिला हाजी हैं. लगभग 4,000 महिलाएं हजयात्री इस अवसर का उपयोग कर रही हैं, “ उनके लिए अलग-अलग इमारतों में रहने और बस बिंदुओं की व्यवस्था की गई है. इस बार भारतीय दल में 25 प्रतिशत बुजुर्ग हज यात्री हैं.

उनमें से कुछ 2019 से हज पर जाने का इंतजार कर रहे हंै. कोरोनोवायरस महामारी के दौरान सख्त स्वास्थ्य दिशानिर्देशों के उनकी हज यात्रा पर प्रतिबंध लगा दिया गया था.

दूतावास ने कहा,इस साल 47,000 से अधिक तीर्थयात्री 60 और उससे अधिक उम्र के हैं. हज मिशन ने उनके लिए चिकित्सा देखभाल, व्हीलचेयर सुविधाओं और उनकी मदद के लिए स्वयंसेवकों के उपयोग के साथ विशेष व्यवस्था की है.

अकेले मक्का में देश के हज अधिकारियों ने तीन अस्थायी अस्पताल स्थापित किए हैं, जो 90 रोगियों को समायोजित कर सकते हैं.दूतावास ने कहा, मदीना और मक्का दोनों में यात्रियों ने व्यवस्थाओं पर संतोष व्यक्त किया.राजदूत डॉ. खान ने अधिकारियों को हज यात्रियों की किसी भी शिकायत और समस्या का तुरंत समाधान करने का निर्देश दिया है.