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चैंपियंस ट्रॉफी 2025: पाकिस्तान के सेमीफाइनल में पहुंचने की उम्मीदें धूमिल, लेकिन चमत्कार अभी भी संभव

मुस्लिम नाउ ब्यूरो,लाहौ

गत चैंपियन और मेजबान पाकिस्तान के लिए चैंपियंस ट्रॉफी 2025 के सेमीफाइनल में जगह बनाना अब बेहद मुश्किल हो गया है। टूर्नामेंट में भारत और न्यूजीलैंड से लगातार हार के बाद पाकिस्तानी टीम तकनीकी रूप से बाहर नहीं हुई है, लेकिन अब उनकी किस्मत केवल अपने हाथों में नहीं रही।

कैसे पाकिस्तान अब भी बच सकता है?

पाकिस्तान को सेमीफाइनल की दौड़ में बने रहने के लिए कुछ शर्तें पूरी करनी होंगी:

  1. न्यूजीलैंड को अपने दोनों आगामी मैच बड़े अंतर से हारने होंगे।
  2. 27 फरवरी को रावलपिंडी में पाकिस्तान को बांग्लादेश के खिलाफ बड़े अंतर से जीत दर्ज करनी होगी।
  3. 24 फरवरी को न्यूजीलैंड और बांग्लादेश के बीच होने वाला मैच यदि न्यूजीलैंड के पक्ष में जाता है या बारिश के कारण रद्द हो जाता है, तो पाकिस्तान टूर्नामेंट से बाहर हो जाएगा।

क्या गलतियां पाकिस्तान को भारी पड़ीं?

पाकिस्तानी टीम की कमजोरियों ने उसे बेहद नाजुक स्थिति में पहुंचा दिया है।

1. बल्लेबाजी में नाकामी

  • पाकिस्तान ने भारत के खिलाफ 241 रनों का स्कोर खड़ा किया, जबकि विशेषज्ञों के अनुसार यह स्कोर 270 से 280 होना चाहिए था।
  • बाबर आज़म और मोहम्मद रिज़वान ने अच्छी शुरुआत की, लेकिन उनकी गैर-जिम्मेदाराना शॉट सेलेक्शन ने टीम को मुश्किल में डाल दिया।
  • मिडल ऑर्डर में कोई स्थिरता नहीं दिखी, सऊद शकील और तैय्यब ताहिर ने विकेट फेंक दिए।
  • शाहीन अफरीदी का एलबीडब्ल्यू आउट होने के बाद बेवजह डीआरएस लेना टीम की रणनीतिक चूक को दर्शाता है।

2. गेंदबाजी में निरंतरता की कमी

  • शाहीन शाह अफरीदी ने नई गेंद से शुरुआत की, लेकिन पहले चार ओवर में 41 रन लुटा दिए।
  • हारिस रऊफ और नसीम शाह भी सही लेंथ पर गेंदबाजी नहीं कर पाए।
  • भारतीय टीम के टॉप ऑर्डर को दबाव में लाने में पाकिस्तान असफल रहा।

3. क्षेत्ररक्षण में लापरवाही

  • पाकिस्तानी क्षेत्ररक्षकों ने कई अहम कैच टपकाए।
  • मिसफील्डिंग के कारण भारत को अतिरिक्त रन मिले, जिससे पाकिस्तान पर दबाव बढ़ता चला गया।

मानसिक परिपक्वता की कमी

क्रिकेट विशेषज्ञ आमिर खाकवानी ने इस मैच पर टिप्पणी करते हुए कहा, “युद्ध दो भ्रमित पक्षों के बीच होता है, जिसमें कम भ्रमित पक्ष जीतता है। इसी तरह, क्रिकेट मैचों में भी जो टीम अधिक परिपक्वता दिखाती है, वह जीतती है। पाकिस्तान की टीम इस मैच में मानसिक रूप से परिपक्व नहीं दिखी।

अब आगे क्या?

अगर पाकिस्तान को सेमीफाइनल की रेस में बने रहना है, तो उसे न केवल अपने प्रदर्शन में सुधार करना होगा, बल्कि दूसरी टीमों के नतीजों पर भी निर्भर रहना होगा।

आगामी मुकाबले:

  • 24 फरवरी: न्यूजीलैंड बनाम बांग्लादेश (रावलपिंडी)
  • 27 फरवरी: पाकिस्तान बनाम बांग्लादेश (रावलपिंडी)
  • 2 मार्च: भारत बनाम न्यूजीलैंड (लाहौर)

निष्कर्ष

पाकिस्तानी टीम इस समय मुश्किल दौर से गुजर रही है, लेकिन सेमीफाइनल में पहुंचने की संभावना पूरी तरह से खत्म नहीं हुई है। बांग्लादेश के खिलाफ जीत दर्ज करना और न्यूजीलैंड के नतीजों पर नजर बनाए रखना ही अब पाकिस्तान के लिए आगे बढ़ने का एकमात्र रास्ता है। सवाल यह है कि क्या पाकिस्तानी टीम इस चुनौती को स्वीकार कर चमत्कार कर पाएगी या फिर इतिहास एक बार फिर खुद को दोहराएगा? सभी की निगाहें अब 27 फरवरी के मुकाबले पर टिकी होंगी।