चुनावी माहौल में बढ़ती सांप्रदायिक घटनाएं: सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे विवादित वीडियो
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मुस्लिम नाउ ब्यूरो, नई दिल्ली
भारत में चुनावी मौसम आते ही सांप्रदायिक सौहार्द को बिगाड़ने वाली घटनाएं अक्सर जोर पकड़ लेती हैं. ऐसा प्रतीत होता है कि यह अब चुनावी रणनीति का एक हिस्सा बन गया है. हालांकि, देश के अधिकांश लोग इस बात को समझने लगे हैं, लेकिन ऐसा लगता है कि पुलिस और प्रशासन की इस ओर कोई खास दिलचस्पी नहीं है. इसी कारण, दिल्ली चुनाव से पहले देश के विभिन्न हिस्सों में सांप्रदायिक तनाव भड़काने वाली घटनाएं फिर से सामने आने लगी हैं.
वायरल वीडियो और बढ़ती घटनाएं
सोशल मीडिया पर ऐसे वीडियो बड़ी संख्या में वायरल हो रहे हैं, जिनमें सांप्रदायिक भावनाएं भड़काने के प्रयास साफ नजर आते हैं. हाल ही में बिहार, असम और उत्तर प्रदेश से ऐसे कुछ वीडियो सामने आए हैं, जिन्होंने माहौल को और अधिक तनावपूर्ण बना दिया है.
Madrasa students were beaten and forced to chant 'Jai Shri Ram'…
— Dhruv Rathee (Parody) (@dhruvrahtee) January 24, 2025
The video is being reported from Barahat block of Banka district in Bihar.
pic.twitter.com/TT31WaxJkA
बिहार के बांका जिले का मामला
बिहार के बांका जिले के बाराहाट प्रखंड का एक वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है. इस वीडियो में कुछ लोगों द्वारा मदरसे के छात्रों को पीटते हुए और उन्हें ‘जय श्री राम’ बोलने पर मजबूर करते हुए दिखाया गया है. एक प्रसिद्ध इंफ्लुएंसर ने इस वीडियो को साझा करते हुए लिखा, “मदरसे के छात्रों को पीटा गया और उन्हें ‘जय श्री राम’ बोलने के लिए मजबूर किया गया.”
वीडियो असम के सिलचर का है। आरोप है कि कक्षा आठ मे पढ़ने वाले स्कूली छात्र ने स्कूल की दीवार पर कथित तौर पर 'अल्लाहू अकबर' लिखा था। जिसके बाद छात्र को बेरहमी से पीटा और उसे 'जय श्री राम' बोलने के लिए मजबूर किया गया। फिलहार चार आतंकी हिरासत में हैं। pic.twitter.com/ZSLNJmbbg8
— Wasim Akram Tyagi (@WasimAkramTyagi) January 24, 2025
असम के सिलचर का विवाद
एक अन्य वीडियो, जो असम के सिलचर का बताया जा रहा है, में कक्षा आठ के एक छात्र पर स्कूल की दीवार पर ‘अल्लाहू अकबर’ लिखने का आरोप लगाया गया. इसके बाद उस छात्र को बेरहमी से पीटा गया और ‘जय श्री राम’ बोलने के लिए मजबूर किया गया. इस घटना ने सोशल मीडिया पर काफी चर्चा बटोरी है.हालांकि प्रशासन की ओर से इस मामले में अभी तक कोई स्पष्ट कार्रवाई की जानकारी सामने नहीं आई है.
उत्तर प्रदेश के बरेली की घटना
उत्तर प्रदेश के बरेली से भी 22 जनवरी की एक घटना का वीडियो सामने आया है. इसमें एक धार्मिक रैली के दौरान डीजे पर मुस्लिम समुदाय के खिलाफ आपत्तिजनक शब्दों का इस्तेमाल किए जाने का दावा किया गया है. बताया जा रहा है कि यह घटना अलीगंज थाना क्षेत्र की है, जहां डीजे पर अल्लाह का अपमान करते हुए कुछ भड़काऊ नारे लगाए गए.
लोकेशन : बरेली, उत्तरप्रदेश
— The Muslim (@TheMuslim786) January 24, 2025
दिनांक : 22 जनवरी
अल्लाह का अपमान करते हुए मुस्लिम समुदाय के खिलाफ डीजे पर आपत्तिजनक शब्दों का प्रयोग किया गया मामला अलीगंज थाना क्षेत्र में एक धार्मिक रैली के दौरान का बताया जा रहा है। pic.twitter.com/xs50CWUyrj
पुलिस और प्रशासन की निष्क्रियता
इन घटनाओं को देखते हुए यह साफ है कि सांप्रदायिक सौहार्द बिगाड़ने के पीछे कोई गहरी साजिश हो सकती है. साथ ही, प्रशासन की ओर से बरती जा रही लापरवाही भी इन घटनाओं को बढ़ावा दे रही है. ऐसे में यह जरूरी है कि सरकार और पुलिस प्रशासन इन मामलों को गंभीरता से लें और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करें.
इन सभी घटनाओं ने शांतिपूर्ण माहौल को गहराई से प्रभावित किया है. हैरानी की बात यह है कि सोशल मीडिया पर विवादास्पद पोस्ट के मामले में पुलिस प्रशासन तुरंत कार्रवाई करता है, लेकिन इन गंभीर मामलों में अब तक कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया है. अगर ये वीडियो सही हैं, तो तुरंत कार्रवाई की जानी चाहिए थी. वहीं, अगर ये वीडियो भ्रामक हैं, तो इन्हें वायरल करने वालों के खिलाफ सख्त कदम उठाए जाने चाहिए.
माहौल बिगाड़ने की साजिश या प्रशासनिक लापरवाही?
सांप्रदायिक तनाव के इस बढ़ते खतरे को नजरअंदाज करना समाज के लिए घातक साबित हो सकता है. इन मामलों में तत्परता और पारदर्शिता के साथ कार्रवाई करना आवश्यक है, ताकि चुनावी माहौल में देश का सौहार्द और शांति बनी रहे.