Politics

DELHI RIOTS-2020 THE UNTOLD STORY मुसलमानों को दंगे के लिए दोषी ठहराने की साजिश…फेसबुक के बाद अब ब्लूम्सबेरी का भाजपा कनेक्शन

‘दिल्ली दंगे’ के लिए कौन किस हद तक दोषी है ? अभी न तो इसको लेकर जांच मुकम्मल हुई , न ही अदालत ने इसके लिए किसी समुदाय या समूह विशेष को जिम्मेदार ठहराया है। इसके बावजूद ‘दिल्ली राइट 2020-द अंटोल्ट स्टोरी’ (DELHI RIOTS-2020-THE-UNTOLD-STORY  )के जरिए तीन विवादास्पद लेखकों ने दंगे के लिए ‘जेहादी-नक्सल’ लॉबी को जिम्मेदार ठहारा दिया। इसमें देश-विदेश के लेखकों के साथ काम करने वाला एक पब्लिशिंग हाउस का भारतीय डिविजन भी बराबरी का हिस्सेदार है।
  इस पुस्तक से जुड़ा विवादास्पद पहलू यह भी है कि इसके विमोचन में मुख्य अतिथि बनाए गए दिल्ली दंगा भड़काने के आरोपी कपिल मिश्रा एवं 2019 में फेक व भड़काउ न्यूज चलाने के लिए दोषी ठहराए गए न्यूज पोर्टल ओपइंडिया की नुपुर शर्मा। पुस्तक की तीन लेखकों में प्रमुख मोनिका अरोड़ा के बारे में लेखक एवं फोटोग्राफर संजुक्ता बसु कहती हैं,‘‘ यह वही हैं जो कठुआ बलात्कार एवं हत्या कांड की फैक्ट फाइंडिंग कमेटी में थीं। उन्होंने भाजपा से संबंध रखने वाले आरोपियों को क्लीन चिट दे दी थी। बाद में अदालत ने उन्हें दोषी ठहराया।’

ऐसे में समझा जा सकता है कि ‘दिल्ली राइट 2020-द अनटोल्ट स्टोरी’ किस हद तक ‘सच्ची धटनाओं’ पर आराधारित होगी ? पुस्तक की लेखिका मोनिका अरोड़ा के ट्वीट हैंडल से कहा गया कि ‘कैसे जिहादी-नक्सल लॉबी ने योजना बनाई एवं इसे सरअंजाम दिया।’

स्पष्ट है किउन्होंने दिल्ली दंगे का सारा ठिकरा मुस्मिल संगठनों एवं वाम दलों के सिर फोड़ दिया। दंगा भड़काने के आरोपी कपिल मिश्रा को पुस्तक विमोचन में बुलाकर रहा-सहा संदेह भी दूर  कर दिया । दिल्ली अल्पसंख्यक आयोग की फैक्ट्स फाइंडिंग रिपोर्ट में कपिल मिश्रा को दंगा भड़काने के लिए जिम्मेदार ठहराया गया है। मोनिका अरोड़ा के अलावा सोनाली चितलकर एवं प्रेरणा मल्होत्रा पुस्तक की सह-लेखिका हैं। इसे पब्लिश किया है ब्लूम्सबेरी इंडिया (Bloomsbury India) ने। अंतरराष्ट्रीय मामलों पर रिपोर्टिंग करने वाले पत्रकार साकेत गोखले ट्वीट कर कहते हैं, ‘ब्लूम्सबेरी पब्लिकेशन्स एवं ब्लूम्सबेरी बुक्स दुनिया भर के लेखकों के साथ काम करते हैं।

फेसबुक के बाद अब ब्लूम्सबेरी का भाजपा कनेक्शन

अंतरराष्ट्रीय स्तर पर लेखकों के साथ काम करने वाला पब्लिशिंग हाउस ‘दिल्ली राइट 2020-द अनडोल्ट स्टेरी’ के प्रकाशन के साथ ही फेसबुक (facebook) की तरह विवादों में आ गया है। इसके भारत डिविजन पर भाजपा (BJP) समर्थकों के साथ काम करने का आरोप है। अंतरराष्ट्रीय मामलों के पत्रकार साकेत गोखले का कहना है कि इसने विवादास्पद पुस्तक प्रकाशित कर सांप्रदायिक दंगे के फर्जी प्रचार को सही ठहराने की कोशिश की है। इसने भारत में घृणा फैलाने वालों को मंच दिया। ब्लूम्सबेरी इंडिया खुले तौर पर सांप्रदायिकता को बढ़ावा देरा है।

अपने ट्वीट हैंडल पर इस खुलासे के बाद साकेत गोखले की टिप्पणी खबर लिखने तक 3.4 हजार बार रिट्वीट और 6.6 हजार बार लाइक की जा चकी थी। पुस्तक को लेकर सोशल मीडिया पर लेखकों एवं पब्लिशर की खूब लानत-मलामत हो रही है। सिम्मी अहूजा ने कहा है,‘शर्म आती कि हम राजनीति एवं कुर्सी के लिए देश को कैसे बांटने पर आमादा हैं।’ पत्रकार विद्या कृष्णन की टिप्पणी है कि अभी हम दंगे की विभीषिका से उबर भी नहीं पाए और ब्लूम्सबेरी इंडिया किताब के जरिया मौत का जश्न मनाना चाहता है।

नोटः वेबसाइट आपकी आवाज है। विकसित व विस्तार देने तथा आवाज की बुलंदी के लिए आर्थिक सहयोग दें। इससे संबंधित विवरण उपर में ‘मेन्यू’ के ’डोनेशन’ बटन पर क्लिक करते ही दिखने लगेगा।
संपादक

Delhi Minorities Commission अध्यक्ष पद छोड़ने से पहले जफरूल इस्लाम का केजरीवाल को बड़ा झटका, हो सकते हैं कई मंसूबे फेल

DelhiRiots : केजरीवाल को सब कुछ याद, सिर्फ मुआवजा देना भूले

DelhiRiots : कोर्ट ने ताहिर हुसैन को नहीं दी जमानत; लोग बोले यह न्याय की हत्या है